अंकल के लंड को मिली कुंवारी चुत-2
मेरे स्टोर में आने वाली एक देसी कॉलेज गर्ल अपना पहला सेक्स करना चाहती थी. उसे अपने बॉयफ्रेंड पर विश्वास नहीं था. मैंने उसे मेरे साथ सेक्स के लिए कहा तो उसने क्या जवाब दिया?
Hindi Sex Stories » Archives for राहुल श्रीवास्तव » Page 2
मेरे स्टोर में आने वाली एक देसी कॉलेज गर्ल अपना पहला सेक्स करना चाहती थी. उसे अपने बॉयफ्रेंड पर विश्वास नहीं था. मैंने उसे मेरे साथ सेक्स के लिए कहा तो उसने क्या जवाब दिया?
मेरा रिटेल स्टोर पर कॉलेज की एक लड़की सामान खरीदने आती थी तो मुझसे बात भी कर लेती थी. एक दिन मैंने उसे एक मरियल से लड़के के साथ देखा. मुझे बुरा लगा.
परदों से छन छन के आती रोशनी और चिड़ियों की चहचहाट ने हम दोनों की आंखें खोल दी, एक दूसरे की आँखों में झांक के
उसने मुँह से लण्ड निकल कर मेरी तरफ मेरी आँखों में देखा और हल्के से मुस्कुराई … जैसे कह रही हो खा जाऊं इस लण्ड
एक अच्छे रेस्तरां में हमने डिनर लिया, साथ में एक एक का वोडका तड़का लगाया और होटल आ गए. मैं सोच ही रहा था कि
मेरी कहानियों पे जो प्यार आपका मिलता है वो अभूतपूर्व है, अकल्पनीय है। आप सब का इस प्यार के लिए मैं राहुल श्रीवास्तव दिल से
मैंने अपने ऑफिस में कुछ लड़कियों की भर्ती की. उनमें से एक लड़की मुझे अच्छी लगी. वो भोली भाली और मस्त थी. मैंने उसकी कुंवारी चूत की सील कैसे तोड़ी?
लड़की होने का अधूरा अहसास उसको हो चुका था और अब बारी थी उसको लड़की होने का पूरा अहसास कराने की. उससे भी बर्दाश्त नहीं हो रहा था, वो अपनी योनि भेदन के लिए मचल रही थी.
मैंने ट्रेन में मिली काली सलोनी के जिस्म को नंगा किया. ऐसा काला हुस्न मैंने आज तक नहीं देखा था; मैं हैरान था कि किसी लड़के ने कभी उसे भोगने की कोशिश क्यों नहीं की.
ट्रेन में मिली काली लड़की की तरफ आकर्षित होकर मैंने उसके साथ प्रेम संबंधों की बात छेड़ दी. मैं अपने मकसद में कामयाब भी हो गया और वह आकर मेरे पहलू में बैठ गई.
मैंने बहुत सी गोरी गुलाबी लड़कियों का भोग किया है. मगर एक दिन दिल्ली से मुंबई जाते हुए मेरा दिल किसी अलग ही शख्सियत पर आ गया. ना जाने उसमें क्या आकर्षण था.
मेरी बुर फैलती गई, उनका लंड अंदर जाता गया… एक जोरदार असहनीय पीड़ा का अनुभव… कुछ फटता सा लगा, कुछ निकलता सा लगा और फिर पूरा लंड मेरी बुर में!
अचानक कुछ भूरे रंग का उछल के बाहर आया बिल्कुल तन्नाया हुआ ओह्ह “लंड” ऐसा होता है क्या?? मैंने डर के मारे आँखें बंद कर ली.
सुबह जब आँख खुली तो देखा अंजलि नग्न मेरे बगल में लेटी थी.. चेहरे पर वही मासूमियत, संतुष्टि और जिस्म में जगह जगह निशान जो जाने अनजाने मेरे द्वारा दिए गए थे.
उसने मुझे बाँहों में भर के मेरे होंठों को चूमा- लव यू… मुझे पता था कि आपके साथ मैं इसका भरपूर आनन्द उठा सकती हूँ. बस आप ऐसे ही मुझे प्यार देते रहना!
आप मेच्योर हो, मेरे साथ प्यार से करोगे और मुझे आपसे किसी भी तरह का खतरा जैसे बदनामी या ब्लैकमेल का भी नहीं है, जो मुझे अपने हमउम्र लड़कों से हो सकता है!
यह एक अनचुदी बुर की चुदाई स्टोरी है… मैं 50 साल का मर्द और वो 21 साल की मेरे पड़ोस के परिवार की जवान बेटी… तो मजा लीजिए इस चुदाई स्टोरी का..
हम दोनों का दिल अभी भरा नहीं था. कोमल अपनी चूत में लंड का एक दौर और चाहती थी, वो तो लंड को छोड़ने का नाम ही नहीं ले रही थी. तो मजा लीजिये इस सेक्सी कहानी का!
दो नग्न जिस्म पसीने से सराबोर… कोमल के बिखरे बाल उसके चेहरे पर… कुछ और शॉट… कुछ और चुम्बन… मैं उत्तेजना में चूत में लंड डाल धक्के लगाये जा रहा था
प्यासी चूत में लंड लेने को तड़प रही मराठी मुलगी की यह सेक्सी कहानी अब बस से निकल कर होटल के कमरे में पहुँच रही है. आप भी मजा लीजिये!
हर सप्ताह अपने मेल बॉक्स में मुफ्त में कहानी प्राप्त करें! निम्न बॉक्स में अपना इमेल आईडी लिखें, सहमति बॉक्स को टिक करें, फिर ‘सदस्य बनें’ बटन पर क्लिक करें !
* आपके द्वारा दी गयी जानकारी गोपनीय रहेगी, किसी से कभी साझा नहीं की जायेगी।