एक शादीशुदा भाभी पास के दफ़्तर में काम करती थी, उसका शरीर बहुत ही खूबसूरत था। मैं उस भाभी की चुदाई की चाह में उसके पीछे लग गया। मैंने कैसे भाभी की चुदाई की?
मैं अपनी भाभी को चाहने लगा, उनका गोरा बदन, रसीली चूचियाँ, प्यारे प्यारे चूतड़ क़यामत हैं। जब भी भाभी साड़ी पहनती तो मेरे मन में भाभी को प्यार करने के अरमान जग जाते थे, हर पल भाभी को देखने का मन करता।
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