पहले दोस्ती फिर चूत चुदाई
दिल्ली मैट्रो में मैंने एक युवती को रोते देखा तो मैंने उससे बात की, समझाया और अपना फ़ोन नम्बर देते हुए हर प्रकार की मदद देने का कहा। वो सम्भल गई और इस तरह फ़ोन पर बात होने लगी, दोस्ती हो गई… हम दोनों एक-दूसरे के करीब आने लगे। उसका जन्मदिन आया तो मैंने उसे पार्टी और उपहार देने का वायदा किया… मेरे घर कोई नहीं था तो मैंने उसे अपने घर बुला लिया…