वो बोली- करते रहो, पहली बार सभी को दर्द होता है। मैंने कहा- तुम्हें दर्द हो तो रहने देता हूँ! वो मेरी पीठ पर मुक्का मारकर बोली- नहीं रे बुद्धू.. करते रहो!
हर सप्ताह अपने मेल बॉक्स में मुफ्त में कहानी प्राप्त करें! निम्न बॉक्स में अपना इमेल आईडी लिखें, सहमति बॉक्स को टिक करें, फिर ‘सदस्य बनें’ बटन पर क्लिक करें !
* आपके द्वारा दी गयी जानकारी गोपनीय रहेगी, किसी से कभी साझा नहीं की जायेगी।