लखनऊ में मैं बंगाली परिवार के घर में किराये पर रह कर पढ़ रहा था. भाबी भैया से काफी छोटी थी. मैं उस हसीं बंगालन को छोड़ने की फिराक में रहने लगा. मेरी हसरत कैसे पूरी हुई?
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