तभी आंटी ने आपनी गाण्ड उठा दी, मेरे लिए तो जैसे जन्नत का रास्ता खुल गया था, मैं आंटी की गाण्ड में उंगली देने लगा और आंटी अपनी गाण्ड दबवाने के साथ मेरा लौड़े को भी दबाने लगीं।
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