खामोशी से बेशरमी तक- 6
Xxx अडल्ट सेक्स कहानी में मैंने अपनी शर्मीली शादीशुदा बहन को होटल के कमरे में अधनंगी करके चोदा. जब वह बाथरूम में मूत रही थी तू मैंने बड़ी बारीकी से उसकी चूत का मुआयना किया.
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Xxx अडल्ट सेक्स कहानी में मैंने अपनी शर्मीली शादीशुदा बहन को होटल के कमरे में अधनंगी करके चोदा. जब वह बाथरूम में मूत रही थी तू मैंने बड़ी बारीकी से उसकी चूत का मुआयना किया.
इरोटिका अन्तर्वासना कहानी में मैं अपनी रिश्ते की बहन के साथ होटल के कमरे में सेक्स का मजा ले रहा था. वह शरमा रही थी और मैं उसकी चिकनी चूत दिन के उजाले में देखना चाह रहा था.
शाय गर्ल न्यूड सेक्स कहानी में मैंने पहली बार दिन के उजाले में अपनी दूर की बहन के नंगे यौन अंगों को देखा. जब भी मैंने उसे पहले चोदा, हर बार रात के अँधेरे में बिना रोशनी के चोदा था.
देसी गर्ल किस सेक्स स्टोरी में मैंने अपनी शादीशुदा बहन को उसके ससुराल से लिवाने गया तो पहले उसे होटल के कमरे में चुदाई के
माय सेक्स स्टोरी विद शाय गर्ल रेलवे स्टेशन के पास एक होटल के कमरे में एक शादीशुदा लड़की के साथ की है. मैं उसे पहले ही चोद चुका था, अब होटल में भी चोदने के लिए ही लाया था.
देसी इंडियन गर्ल सेक्सी कहानी मेरी एक कजिन के साथ वासनात्मक प्यार की है. मैं उसे चोद कर एक बच्चा दे चुका था पर पूरी चुदाई बिना कोई बात किये रात के अँधेरे में हुई थी.
इस तरह प्यार करना शायरा के लिए नया था … पर मेरे साथ वो खुलकर प्यार करना चाहती थी. इसलिए मेरे लंड पर बैठकर वो पूरी मस्ती करते हुए लंड पर उछलने लगी.
शायरा कुंवारी नहीं थी मगर फिर भी उसकी चुत चाटने में इतना मजा आ रहा था. जब इसकी चुदी चुत इतना मजा दे रही है, तो वो अगर कुंवारी होती तो कितना मजा देती?
हमारे जिस्म जल रहे थे. कुछ देर हम एक दूसरे के बदन की गर्मी को फील करते रहे, फिर शायरा के रक्तिम होंठों से मेरे होंठ मिले तो हमारे हमारे जिस्म की प्यास भी बढ़ गयी.
मैं सच बोल कर तुम्हें अपनी बांहों में रखना चाहता हूँ, बिस्तर में नहीं. बिस्तर पर तो बस हवश पूरी होती है … मगर बांहों में रखने से प्यार बढ़ता है.
शायरा को अपने नंगेपन का अहसास हुआ तो वो तुरन्त उठकर बैठ गयी. उसने हाथ पैरों से अपना नंगा बदन छुपाया और अपने कपड़ों को ढूँढने लगी जो इधर उधर बिखरे पड़े थे.
उसकी चुत चाटते चाटते मैं खुद ही होश खोने लगा. जैसे जैसे मेरी जीभ शायरा की चुत पर चल रही थी … वैसे वैसे मेरी उसकी चुत के प्रति दीवानगी बढ़ती जा रही थी.
शायरा मेरे सामने सिर्फ़ गुलाबी पैंटी में थी. जो आगे से पूरी भीगी हुई थी. भीगी पैंटी देख उसकी चुत की महक लेने को अपने आप ही मेरा सिर उसकी जांघों के बीच झुक गया.
शायरा ने भी अब मेरे होंठों को चूसना शुरू कर दिया था, जिससे हम दोनों ही इस दुनिया को पीछे छोड़ कर अब अपनी एक नयी ही दुनिया में खो गए थे.
दिखा दी ना अपनी औकात … आज साबित कर ही दिया कि सब मर्द एक जैसे होते हैं. उनको बस एक ही काम से मतलब होता है. सबके सब बस फायदा उठाने की सोचते हो.
मैंने पहले अपनी जीभ निकाल कर उसके रसीले होंठों को चाटकर देखा, फिर धीरे से उसके नीचे के एक होंठ को अपने मुँह में भर कर हल्का हल्का चूसना शुरू कर दिया.
मैं महेश आपको बता रहा था दोस्तो कि शायरा मेरे प्रेम में रंग लगी थी. मैं उसको स्कूटी पर बिठा कर उसके बैंक छोड़ने गया
दोस्तो, मैं महेश एक बार फिर से शायरा के प्यार की सेक्स कहानी का अगला भाग लेकर हाजिर हूँ. अब तक आपने जाना था कि
साथियो, मैं महेश शायरा की प्रेम और सेक्स कहानी में आपको बता रहा था कि शायरा का पेट खराब था और मैं उससे पूछ रहा
दोस्तो, मैं महेश फिर से आपके सामने हाजिर हूँ. मेरी सेक्स कहानी में अब तक आपने पढ़ा था कि एकदम से स्कूटी के ब्रेक लगाते
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