कमरे में पहुँचते ही मैं मेघा की बाँहों में कैद हो गया, मेघा ने मुझे और मैंने मेघा को चूमना शुरू कर दिया। मेरे होंठ उसकी गर्दन पर थे और वो मेरे चुम्बन का मजा ले रही थी।
मैंने उनके होंठों पर अपने होंठ रख दिए जैसे ही उनको मेरे होंठों का एहसास हुआ उन्होंने अपनी आँखें पूरी खोल लीं और मुझ से पहले उन्होंने अपने होंठों को मेरे होंठों पर चलाना शुरू कर दिया।
आंटी बहुत सेक्सी लग रही थीं, उन्होंने सफेद रंग का सूट पहना था जो भीगने के कारण आंटी के शरीर से चिपका हुआ था। उनका 34 साइज़ का सीना मेरे सामने चमक रहा था।
मेरी बचपन की सहेली को एक दिन ले गया चोदने! काम शुरु हुआ और वो मेरा लण्ड चूत में ले रही थी, मेरा लंड उसकी फ़ुद्दी में घुसा हुआ था, वो बहुत मजे में ले रही थी.
हर सप्ताह अपने मेल बॉक्स में मुफ्त में कहानी प्राप्त करें! निम्न बॉक्स में अपना इमेल आईडी लिखें, सहमति बॉक्स को टिक करें, फिर ‘सदस्य बनें’ बटन पर क्लिक करें !
* आपके द्वारा दी गयी जानकारी गोपनीय रहेगी, किसी से कभी साझा नहीं की जायेगी।