हस्पताल में लगवाए दो दो टीके- 2
हिंदी कामवासना स्टोरी में पढ़ें कि मेरी सास हस्पताल में थी. मैं रात को उनके पास ही सोती थी. मैंने अपने मजे के लिए दो एक लंड का जुगाड़ कर लिया था.
Hindi Sex Stories » Archives for कोमल प्रीत कौर
हिंदी कामवासना स्टोरी में पढ़ें कि मेरी सास हस्पताल में थी. मैं रात को उनके पास ही सोती थी. मैंने अपने मजे के लिए दो एक लंड का जुगाड़ कर लिया था.
न्यू अन्तर्वासना कहानी में पढ़ें कि मेरी सास को अस्पताल में दाखिल होना पड़ा और मैं उनकी सेवा के लिए रात को वहीं रुकती. ऐसे में मेरी चूत लंड लंड पुकार रही थी.
मेरी स्कूटी खराब होने पर एक ऑटो में मैंने लिफ्ट ली. रास्ते में ड्राईवर मेरी फुदी के साथ खेलता आया. मुझे भी बहुत मजा आया. मैंने उस ड्राईवर से अपनी फुदी कैसे मरवायी?
मैं दिखने में सुन्दर, सैक्सी और हॉट हूँ. मेरे पति आर्मी में हैं. मैं कई मर्दों से चुदाई करवा चुकी हूँ लेकिन मेरी फुदी की प्यास कम नहीं होती. मेरी नयी चुदाई कैसे हुई? मजा लें.
मैं पंजाब की मुटियार बस में एक लड़के को अपनी जवानी का रस पिलाने के लिए फांस कर उसी के घर में घोड़ी बन कर चुद रही थी कि ऊपर से उसके दादा जी आ गये.
मेरी पोर्न कहानी में पढ़ें कि मैंने रात को फूफा जी का नशे की हालत का फ़ायदा उठा कर उनका बड़ा हब्शी लंड अपनी चुत में लिया था. कुछ देर बाद फूफा जी का लंड मेरी आँखों के सामने घूम रहा था और मेरा मन कर रहा था कि एक बार और फूफा जी से चुदाई करवा लूँ.
मेरे पति के फूफा जी की नजर मुझ पर थी, मैं भी हमेशा चुदाई की प्यासी रहती थी. एक बार फूफा जी हमारे घर दारू के नशे में धुत्त हो गए तो मैंने फ़ायदा उठाया.
नमस्ते दोस्तो, आपने मेरी कहानियाँ पसंद की, उसके लिए मैं आपकी बहुत आभारी हूँ। आज मैं आपके सामने अपनी चुदाई की नहीं बल्कि अपने दोस्त
हैलो दोस्तो, मेरी तरफ से आपको नमस्कार, आपने मेरी सभी कहानियाँ पसंद की उसके लिए मैं आपका धन्यवाद करती हूँ। आप मेरे बारे में जानते
नमस्ते दोस्तो, आपने मेरी पहले आ चुकी कहानियों को बहुत पसंद किया जिसके लिए मैं आपकी आभारी हूँ। अब मैं आपको अपनी चुदाई का एक
उसका लण्ड मेरी चूत में जहाँ तक घुस रहा था वहाँ तक आज तक किसी का लण्ड नहीं पहुँचा था.. ऐसा में महसूस कर सकती थी..
मेरी चूत तब तक दो बार झड़ चुकी थी… और बहुत चिकनी भी हो गई थी…इसलिए अब उसका लण्ड फच फच की आवाजें निकाल रहा था…
मैं फिर से झड़ने वाली थी.. मगर उसका लण्ड तो जैसे कभी झड़ने वाला ही नहीं था…
अब मैं आपके सामने अपनी एक और चुदाई का किस्सा पेश कर रही हूँ, यह बात तब की है जब हम अपने घर की मरम्मत करवा रहे थे, जिसके लिए बहुत सारे मजदूर लगे थे।
उनमें से एक हमारे घर के पीछे बनी शेड के पास कमरे में रहता था।
एक रात को नींद नहीं आ रही थी तो मैं अपने कमरे से बाहर आ गई। थोड़ी देर टहलने के बाद मैं उस शेड की तरफ आ गई जिस तरफ वो मजदूर रहता था..
अब मैं उसके मुँह के ऊपर अपनी चूत रख कर बैठ गई और कहा- जैसे मैंने तुम्हारे लौड़े को चूसा है तुम भी मेरी चूत को चाटो और अपनी जुबान मेरी चूत के अन्दर घुसाओ।
वो मेरी चूत चाटने लगा, उसको अभी तक चूत चाटना नहीं आता था मगर फिर भी वो पूरा मजा दे रहा था..
मेरी चूत से पानी निकल रहा था जिसको वो चाटता जा रहा था और कभी कभी तो मेरी चूत के होंठो को अपने दांतों से काट भी देता था जो मुझे बहुत अच्छा लग रहा था…
मैंने दुप्पटा अपने गले से निकाल दिया, जिससे मेरे मम्मे उसके सामने आ गए, वो कभी कभी मेरे मम्मों को देखता और फिर टीवी देखने लगता। उसके पसीने छुटने शुरू हो गए।
पिछली गर्मियों की बात है जब मेरे पति की मौसी का लड़का विकास हमारे घर आया हुआ था, वो बहुत ही सीधा साधा और भोला सा है, उसकी उम्र करीब 19-20 की होगी, मगर उसका बदन ऐसा कि किसी भी औरत को आकर्षित कर ले, मगर वो ऐसा था कि लड़की को देख कर उनके सामने भी नहीं आता था। मगर मैं उस से चुदने के लिए तड़प रही थी और वो ऐसा बुद्धू था कि उसको मेरी जवानी दिख ही नहीं रही थी, मैं उसको अपनी गाण्ड हिला हिला कर दिखाती रहती मगर वो देख कर भी दूसरी और मुँह फेर लेता।
बूढ़े ने अपना लण्ड मेरे चेहरे पर घुमाते हुए मेरे होंठों पर रख दिया। मैं भी अपने होंठों से उसको चूमने लगी और अपने होंठ खोल दिया। उसने अपना लण्ड मेरे होंठों में घुसा दिया.
मेरी गली के सारे लड़के मुझे पटाने की कोशिश करते रहते हैं। मेरे मम्मे लड़कों की नींद उड़ाने के लिए काफी हैं। मेरी बड़ी सी गाण्ड देख कर लड़कों की हालत खराब हो जाती है.
हर सप्ताह अपने मेल बॉक्स में मुफ्त में कहानी प्राप्त करें! निम्न बॉक्स में अपना इमेल आईडी लिखें, सहमति बॉक्स को टिक करें, फिर ‘सदस्य बनें’ बटन पर क्लिक करें !
* आपके द्वारा दी गयी जानकारी गोपनीय रहेगी, किसी से कभी साझा नहीं की जायेगी।