अफ्रीकन सफ़ारी लौड़े से चुदाई-6
जूही परमार ओफ़्फ़…ओह… बातों बातों में बताना तो भूल ही गई कि नाश्ते में क्या था? ‘पोहा और जलेबी !’ हम दोनों ने नाश्ता किया
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जूही परमार ओफ़्फ़…ओह… बातों बातों में बताना तो भूल ही गई कि नाश्ते में क्या था? ‘पोहा और जलेबी !’ हम दोनों ने नाश्ता किया
पीटर धीरे धीरे अपना मोटा लण्ड मेरी गाण्ड में घुसाने की कोशिश करने लगा था। उसका लण्ड का आगे का मोटा टोपा जो किसी बड़े
पीटर ने दोनों हाथों से मेरे दोनों कूल्हे पकड़ कर गांड खोलने लगा। धीरे से उसने अपनी एक उंगली मेरी गांड में डाली और थूक लगा कर छेद में अंदर-बाहर करने लगा।
मैं फोटो देखते हुए सोचने लगी कि काश मुझे मिल जायें ऐसे लंड तो मेरी चूत की तो लाइफ बन जाए और चुदवाने में और
उसने सविता के चूतड़ पकड़े और अपनी तरफ खींच कर उसकी गर्दन को चूमने लगा और पीछे से उसकी ब्लाउज के हुक खोलने लगा,उसने फिर से सविता की दोनों टाँगों को फैला दिया
तीन साल पहले मेरी चुदाई नई-नई शुरू हुई थी और धीरे-धीरे मज़ा लेना सीख रही थी। मेरी चूचियाँ उभर कर काफ़ी बड़ी हो चली थीं। मेरी चूत में पहले से अधिक खुजली होती है।
जूही परमार हैलो दोस्तो, आप लोगों के ढेर सारे प्यार भरे मेल्स के लिए धन्यवाद। चलिए आज मैं आपको मेरी ग्रेजुएशन के समय के एक
मैं बेचारी अबला नारी दो मर्दों के बीच में सैंडविच बन कर रह गई थी और सिवाय मजे करने और देने के मैं और कर भी क्या सकती थी? और वैसे भी चुदाई का मजा किसे पसन्द नहीं भला।
अजय ने कार में रखी अपनी जैकेट मुझे दी और कहा- पहन लो, तुम्हारा बदन भीगा और लोग देखेंगे तो गलत समझेंगे। मैंने उसकी जैकेट
सभी तड़कते-फड़कते हुए आशिक़ों और चाहने वाले दोस्तों को मेरा नमस्कार! जैसा कि आप सबको पता है होली आ गई है इसलिए मैं आपको आज
बहुत देर तक मेरी गांड चाट कर जब सोनू का मन भर गया तो उसने अपना लंड घुसाने में जरा भी देर नहीं की और मेरी गांड में अपना लंड घुसा कर मेरी गांड मारने में लग गया, मैं भी रणवीर के लंड चूसने लगी।
रणवीर ने मेरी ब्रा खोल दी और मेरे एक स्तन को अपने होंठों से चूसने लगा, वहीं हाथों से मेरे दूसरे उभार को दबाये जा रहा था। फिर सोनू ने भी मेरे होठों का साथ छोड़ा और रणवीर सा साथ देने पहुँच गया …
सोनू मुझे चूमते चूमते मेरे मम्मे दबा रहा था। मुझे इतना होश तो था कि कोई मेरे मम्मे दबा रहा है पर इतनी हिम्मत नहीं थी कि उसके हाथ हटा दूँ या कुछ बोल पाऊँ। उसके चूसने का अंदाज़ और नशे में होने के कारण मैं तो जन्नत की सैर कर रही थी।
हम दोनों एक-दूसरे की ओर करवट लेकर एक-दूसरे को निहार रहे थे। हमारे बीच में थोड़ी सी दूरी थी, पर रणवीर के पैर मेरे पैरों को स्पर्श कर रहे थे। हम दोनों थोड़ी देर एक-दूसरे को देखते रहे।
मैं दौड़ के वाशरूम गई और मूतने लगी। जब मैं पेशाब करके पीछे घूमी और अपनी सलवार का नाड़ा बाँध रही थी। मैं नाड़ा बाँधते-बाँधते बाहर आ रही थी…
रणवीर ने मेरी चूत की तरफ रुख किया और उसके मेरी चूत पर मुँह रखते ही मेरे जिस्म में बिजली सी दौड़ पड़ी और मैं सिसकारी भरने लगी. रणवीर तो मेरी चूत को ऐसे चाट रहा था, जैसे आज वो इससे कच्चा ही चबा जाएगा.
रणवीर ने मुझे गोद में उठाया और बेडरूम में ले जाकर बिठा दिया। मेरे कपड़े उतर चुके थे और अब मैंने ऊपर सिर्फ ब्रा पहन रखी थी बस। मुझे थोड़ी शर्म भी आ रही थी।
मेरा नाम जूही परमार है, मैं मुरैना की रहने वाली हूँ, पढ़ने में होशियार और होनहार लड़की हूँ। मैं एक छोटे से कस्बे से ताल्लुक
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