मस्त पड़ोसन की चूत की आग
मेरी पड़ोसन सांवले रंग की है, उसके चूचे बड़े हैं। वो रोज आंगन में कपड़े धोती है तो साड़ी को अपनी जाँघों तक उठा कर बैठती है। मैं उसे देख मुठ मारता हूँ। एक दिन उसने मुझे देख लिया।
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मेरी पड़ोसन सांवले रंग की है, उसके चूचे बड़े हैं। वो रोज आंगन में कपड़े धोती है तो साड़ी को अपनी जाँघों तक उठा कर बैठती है। मैं उसे देख मुठ मारता हूँ। एक दिन उसने मुझे देख लिया।
पिछले पार्ट से आगे.. भारती भाभी खुश हो कर बोली- तुम अब पूरे मर्द हो गये हो.. मुझे तुम्हारे बच्चे की माँ बनने में खुशी
छोटी भाभी को मैंने चुदाई के लिये कहा तो वो एकदम तैयार हो गई। मैंने उसके चूचे पकड़ लिये और ब्लाऊज खोल कर चूसने लगा। भाभी चुदने को बेचैन हो रही थी।
बड़ी भाभी को लंड चुसवा कर घर आया तो बाकी भाभियों ने दोअर्थी बातें शुरु कर दी। एक भाभी जानबूझ कर मुझे अपने चूचे दिखा रही थी। तभी मैं भाभी के साथ खेतों पर गया।
रसीली भाभी का दूध खत्म हुआ तो रूपा भाभी मेरे सामने नंगी होने लगी. मैंने उनकी चूची भी चूसी, उसमें भी दूध था. कुछ देर बाद भाभी ने कहा कि अभी तेरा मन नहीं भरा!
रसीली भाभी अपना ब्लाउज खोल कर मुझे अपनी चूचियों से दूध पिलाने लगी। फ़िर मैंने भाभी को चूत के दर्शन करवाने को कहा तो भाभी ने अपना पेटिकोट उठा दिया।
मैं अपने गाँव गया तो चाचा की बहुएँ यानि मेरी भाभियाँ मुझसे खूब मज़ाक करने लगी. उनकी बातें द्विअर्थी व अश्लील लग रही थी. जब भाभी मुझे तालाब पर नहाने ले गई तो!
मैडम- अब तुम्हें चुदाई का चस्का लग गया है.. अब तुम दूसरा शिकार ढूँढ लो और आज आखिरी बार मेरी चुदाई कर लो। मेरी चुदाई करके मुझे गुरूदक्षिणा दे दो।
मैं स्कूल में मैडम की चुदाई के बारे में सोच रहा था, मैडम चुदाई का अगला पाठ पढ़ाएंगी.. शायद आज मैडम गांड मरवाएँगी, इस बारे में सोच कर मैं पागल हुआ जा रहा था।
मुझे जल्दी तुम्हारा लण्ड अपनी चूत में चाहिए। तुम लण्ड पहले मेरी चूत पर रगड़ना.. फिर लण्ड को मेरी चूत में डालना, पहले लण्ड का जो लाल भाग है.. उसे अन्दर डालना।
अरे सिर्फ होंठों के ऊपर होंठ रखने से किस नहीं किया जाता.. तुम मेरे होंठों को अपने होंठों में रख कर चूसो। कभी ऊपर के होंठों को.. तो कभी नीचे के होंठों को..
‘हाँ है तो.. और ये तुम्हें लण्ड जैसे शब्द क्यों बोल रहे हो.. तुम्हें शर्म नहीं आती.. मैडम के सामने ऐसे शब्द बोल रहे हो?’ अवि- सॉरी मैडम.. गलती हो गई..
किताब न्यूज पेपर से कवर की हुई थी पर पंखे की स्पीड ज्यादा होने से कुछ पन्ने पलट गए। जब मेरी नजर उस किताब पर पड़ी.. तो उसमें लड़कियों की नंगी फोटो बनी थीं।
मैंने मैडम के घर पहुँच कर का गेट खटखटाया.. थोड़ी देर बाद मैडम ने दरवाजा खोल दिया। इस वक्त मैडम एक नाइटी में थीं। मैडम के आम लटक रहे थे..
स्कूल में मेरे दोस्त नंगी फोटो देख कर उनकी बातें करते हैं। मुझे भी फोटो देखकर कुछ-कुछ होता.. हालांकि तब मुझे पता नहीं था कि मेरा लण्ड खड़ा क्यों होता है।
क्या सच में माँ.. अच्छा हुआ तुमने कल हमारी चुदाई की आवाज सुन ली.. तो फिर अब तुम भी भाभी के जैसी मालिश के लिए तैयार हो या नहीं?
मैं माँ के साथ ही खेतों में हगने के लिए जाता था। वहीं सभी गाँव की औरतें भी हगने जाती थीं। हगने के लिए माँ मुझे अपने पास ही बिठाती थीं, हमेशा अपनी माँ की चूत गाण्ड रोज देखता था।
क्या मर्द और क्या औरत, चुदाई करने की इच्छा सभी को होती है। बिना चुदे चूत में खाज आती है और बिना चोदे लंड बेकार हो जाता है। इसलिए भक्त जनों आज हम चुदाई के लाभ जानने की कोशिश करेंगे।
कोका पण्डित ने उस औरत संग खूब यौन पूर्व क्रीड़ा की और जब वो पूरी तरह से यौन के लिये तड़पने लगी तो उसकी योनि में लिंग प्रवेश कराया और 64 आसनों से उसे चोदा।
एक बार कामरीश राजा के राज्य भूमि में ऐसी महिला का आगमन हुआ.. जिसकी चूत में हमेशा आग लगी रहती थी। उसकी सदैव एक ही इच्छा रहती थी कि उसकी चूत में दिन-रात मोटा और तगड़ा लंड डला रहे..
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