मैं मामी के बदन से खेल रहा था, वो मुझे रोक नहीं रही थी तो मैंने उनकी चूत पर अपना लंड टिकाया ही था कि मामी ने मुझे रोक दिया, अपनी चूत अपने दोनों हाथों से ढक ली.
मैं अपनी मामी को चोदने के जुगाड़ में था, वो मेरे साथ ही सो रही थी पर मेरी गांड फ़ट रही थी कुछ करते हुए… इस कहानी को पढ़ कर देखिये कि मैंने कुछ किया या नहीं?
मैं अपने ननिहाल गया तो बड़ी मामी के बदन, उनकी कातिलाना अदाओं, मटकते चूतड़ों को देख कर मेरा मन करता कि मामी को वहीं आँगन में लेटा कर चोद दूँ.. क्या मैं ऐसा कर पाया? क्या हुआ मेरे साथ? इस कहानी में…
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