मेरे गांडू जीवन की कहानी-18
रवि के लोअर में तना लौड़ा और लोअर से ऊपर का उसका नंगा बदन और साथ ही उसके चेहरे पर तैरती अंतर्वासना की लहरें मुझे उसके लिए पागल किए जा रही थीं.
Hindi Sex Stories » Archives for हिमांशु बजाज » Page 3
रवि के लोअर में तना लौड़ा और लोअर से ऊपर का उसका नंगा बदन और साथ ही उसके चेहरे पर तैरती अंतर्वासना की लहरें मुझे उसके लिए पागल किए जा रही थीं.
मैं अपने दोस्त के घर आया हुआ था उसका लौड़ा अपनी गांड में लेने. एक बार तो ट्यूबवेल के हौद में मेरी गांड चुद चुकी थी, अब रात को पूरी सुहागरात मनाने की तैयारी थी. मेरी गे सेक्स स्टोरी पढ़ कर मजा लें!
वो मेरे ऊपर लेट गया और गांड में उंगली घुमाते हुए पीछे से गर्दन पर किस करने लगा. मुझे उसके किस करने से बहुत अच्छा लगने लगा और मैं डर को भूल गया जिससे गांड अपने आप ही खुल गई, उसकी उंगली आसानी से अंदर बाहर होने लगी.
मुझे जाटों की तरफ आकर्षण है, उनके लंड का वीर्य पीने के लिए मैं सारी हदों को पार कर जाता हूं लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि मुझे हर लड़के के लंड को मुंह में या गांड में लेने का शौक है।
गे सेक्स स्टोरी के इस भाग में पढ़ें कि कैसे मैंने अपने प्यारे दोस्त से गर्मी की भरी दुपहरी में खेतों में ट्यूब वेल की धार के नीचे गांड मरवाई और उसका लंड चूसा.
अपने लंड पर हाथ फिराते हुए रवि बोला- तुझे तो लड़की होना चाहिए था. इतना मज़ा तो लड़कियाँ भी नहीं देती, जितना तेरी गांड मारकर आया मुझे!
मैं उसकी आंखों में देख रहा था… वही मुस्कुराता चेहरा, माथे पर बिखरे हुए बाल, लाल-लाल रसीले होंठ और उन पर फैली वही कातिलाना मुस्कान…
हवस और दारू दोनों का नशा जब साथ मिल जाए तो उससे निकलने वाली सेक्स की आग को रोक पाना किसी के बस की बात नहीं होती.
गांडू को सब गांड मारने के सिवा किसी और काम का नहीं समझते. ना ही उसका कोई अपना होता है और ना ही पराया!
मेरी गांड की चुदाई की कहानी अब क्या मोड़ ले रही है, बस में मिला लड़का मेरी मदद के लिए आया, मुझे मेरे प्यार से मिलवाने के लिए लेकिन?
अन्तर्वासना पर मैं मेरी इंडियन गे सेक्स स्टोरीज में अपनी आपबीती सेक्स की घटनाएँ बता रहा हूँ. आगे क्या हुआ बस में मिले लड़के के साथ!
इस देसी गे स्टोरी में बस में नवविवाहित जोड़ा मस्ती कर रहा था, अँधेरे का फ़ायदा उठा कर लड़के ने अपना लंड भी चुसवा लिया. मेरा मन भी लंड चूसने का करने लगा.
मेरी गे कहानी में पढ़ें कि कैसे मैंने बस में एक नवविवाहित जोड़े को आपस में छेड़छाड़ करते देखा और पैन्ट में लड़के का खड़ा लंड देख कर मुझे कुछ होने लगा.
इस हिंदी गे स्टोरी में पढ़े गे के मन की व्यथा: मुझे अपने गे होने पर दुख हो रहा है ‘क्या गे होना मेरी गलती है?’ अगर नहीं तो दुनिया चैन से जीने क्यों नहीं देती?
मुझे यह गे सेक्स स्टोरी आगे बढ़ानी पढ़ रही है क्योंकि पाठकों की इच्छा है कि मैं रवि और मेरे रिश्ते का हर पहलू आप अंतर्वासना पर उजागर करूं!
मुझे देसी मर्दों के लंड चूसना बहुत पसंद है और खासकर हरियाणा के जाट मर्दों के… मेरी इस गे सेक्स स्टोरी में पढ़ें कि कैसे मैंने ज्वार के खेत में एक जाट का लंड चूसा.
खेत में काम कर रहे चिकने पहाड़ी लड़के की गांड देख कर उसके मालिक का लंड खड़ा हो जाता था। एक दिन वो लड़का ट्यूबवेल पर नहा रहा था तो मालिक से रुका ना गया।
अब मैं रोज़ रात को उसे चोदने लगा, उसके चूतड़ चौड़े और गोल-गोल थे, लड़कियों जैसे पतले-पतले हाथ थे.. वो मेरी गर्लफ्रेंड की कमी को कभी महसूस नहीं होने देता था।
इस कहानी में वो है समाज में जिसका मज़ाक उड़ाया जाता है, जिसके यार-दोस्त उस पर हंसते हैं.. क्योंकि वो आम लड़कों जैसा नहीं है.. उसके हाव-भाव लड़कियों जैसे हैं।
यह कहानी है एक समलैंगिक किशोर की जो अपनी प्रकृति प्रदत्त असामान्य इच्छा पूरी करने के लिये एक पुरुष की प्रताड़ना का शिकार हुआ। समलैंगिकता शौक नहीं मज़बूरी है।
हर सप्ताह अपने मेल बॉक्स में मुफ्त में कहानी प्राप्त करें! निम्न बॉक्स में अपना इमेल आईडी लिखें, सहमति बॉक्स को टिक करें, फिर ‘सदस्य बनें’ बटन पर क्लिक करें !
* आपके द्वारा दी गयी जानकारी गोपनीय रहेगी, किसी से कभी साझा नहीं की जायेगी।