तोड़ा तृप्ति की सील को 28-03-2006 प्रेषक : डी के डॉन तृप्ति रविवार को मेरे ऑफिस में आई तो मैंने उससे अपने दिल की बात कही। मैंने कहा- जब से तुमने पूरी कहानी पढ़ें »