होली के बहाने-2
लेखक : सनी गुरु जी को बहुत बहुत प्यार, नमस्कार ! अन्तर्वासना के पाठकों और मेरे आशिकों को जिन्होंने चैट में मेरे से बात की,
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लेखक : सनी गुरु जी को बहुत बहुत प्यार, नमस्कार ! अन्तर्वासना के पाठकों और मेरे आशिकों को जिन्होंने चैट में मेरे से बात की,
लेखक : सनी गुरु जी को बहुत बहुत प्यार, नमस्कार ! सभी अन्तर्वासना के पाठकों और मेरे आशिकों को जिन्होंने चैट में मेरे से बात
लेखक : सनी मेरी एक एक कहानी को दिल से पसंद करके मुझे अपना अपना प्यार खुले दिल से दिया, और दोगे हर कोई मुझे
लेखक : सनी सबसे पहले गुरूजी और उसके बाद अन्तर्वासना पढ़ने वाले एक एक पाठक को सनी की तरफ से प्यार ! भगवन करे यह
मेरी कहानियाँ (कैसे बना मैं चुदक्कड़ गांडू, ट्रेन में लंड चूसा, मेरी गांड को लग गई मौज, एक और लंड डलवाया गांड में) मनघडंत और
मैंने अपना मम्मा उसके मुँह में दिया, उसने निप्पल चूसा तो मैं चूतड उठा उठा मरवाने लगा- हाय, साले! मेरी माँ चोद दे! बहन चोद दे! मेरी फाड़ डाल! फाड़ डाल! हाँ फाड़! फाड़!
लेखक : सनी सनी का सबको और गुरुजी के साथ साथ अन्तर्वासना चलाने वाले एक एक कर्मचारी को गीली गांड से घोड़ी बन कर प्रणाम
दोस्तो ! सबसे पहले गुरु जी को कोटि-कोटि प्रणाम, जिनकी दया दृष्टि से मुझ जैसे नाचीज़ की चुदाई के किस्से अन्तर्वासना में छपे और मुझे
मैं उठा और उसके सारे कपड़े उतार दिए और उसको खड़ा कर ख़ुद घुटनों के बल बैठ कर सीधा ही उसके लंड को मुँह में भर कर चूसने लगा। वो आहें भरकर मुझसे चुसवा रहा था।
लेखक : सनी दोस्तो, सब कैसे हो ! उम्मीद है सब ठीक ठाक होंगे। सभी पाठकों और सबसे पहले आदरणीय गुरूजी को प्रणाम ! आप
लेखक : सनी गुरु जी और अन्तर्वासना के कार्य-कर्ताओं और पाठकों को सनी गांडू की तरफ से नमस्कार ! इससे पहले मैं अपनी कुछ कहानियाँ
उसका ज़बर्दस्त लंड थाम मेरी गांड मरवाने की चाहत बढ़ गई। मैंने ख़ुद ही पैन्ट उतार ली। वह मेरी सफ़ेद जाँघों को देख कर बोला- तू तो चोदने की चीज़ है।’
मैं उनके आगे खड़ा था, पहले ही गांड घिसा के मजे ले रहा था, दोनों ने शॉल औढ़ रखे थे। मेरी गांड उनमें से एक के लंड पे पूरी तरा दबाव डाल रही थी उसका लंड सॉलिड लगा।
कैसे बना मैं एक चुदक्कड़ गाँडू दोस्तों मेरा नाम सनी है। मैंने अन्तर्वासना में पहले भी अपनी एक चुदाई के बारे में लिखा था। मुझे
बाप रे बाप! उसका लौड़ा देख मैं डर गया। बहुत सॉलिड था, मैं मुठ मारने लगा, फ़िर चूसने लगा। मैं बहुत खुश था कि जिस लौड़े की मैं तलाश में था वो आज एक नहीं दो मिले!
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