पब्लिक टॉयलेट में गांड मरवाई
प्रणाम पाठको, आप सब मुझे बहुत प्यार देते हैं, कुछ वास्तविक जीवन में मिलकर प्यार अपने लंड को मेरी गांड में डालकर देते हैं। यह
Hindi Sex Stories » Archives for सन्नी शर्मा गाण्डू » Page 2
प्रणाम पाठको, आप सब मुझे बहुत प्यार देते हैं, कुछ वास्तविक जीवन में मिलकर प्यार अपने लंड को मेरी गांड में डालकर देते हैं। यह
बारिश में गांड चुदवाई का पूरा पूरा मजा आपका : सनी गांडू प्रणाम दोस्तो, आपका सनी गांडू गांड की चुदाई लेकर आपके सामने फिर से
लेखक : सनी शर्मा गांडू प्रणाम दोस्तो, कैसे हो सभी ! मैं काफी समय बाद अन्तर्वासना पर आप सबके लंड खड़े करवाने वापस आया हूँ।
लेखक : सनी मैं अन्तर्वासना का आभारी हूँ कि इसमें अब तक न जाने मेरी कितनी चुदाइयो को प्रकाशित किया है। और मैं पाठकों का
प्रेषक : गाण्डू सनी शर्मा पाठकों के लण्ड को स्पर्श करते हुए आपका यह प्यार गाण्डू नमस्कार करता है, प्रणाम करता है। मैं एक बार
पीछे वाला जयादा उछल रहा था, मैंने उसके लंड को दबोच लिया। दोनों खड़े रहे, मैंने घुटनों के बल होकर उसकी जिप खोली, कच्छे को सरकाया, उसका काला लंड देख मेरी गांड गीली हो गई।
एक दिन सुबह सुबह में नेट पर बैठा था, मेरा दिल गे क्लिप देखने को हुआ। एक गे वेबसाइट पर मैंने शीमेल क्लिप देखे तो
प्रणाम पाठको, एक बार फिर से अपनी मस्त गांड चुदाई लेकर हाज़िर हूँ, काफी दिनों से मैंने अन्तर्वासना पर कुछ नहीं भेजा क्यूंकि मैं काल्पनिक
लेखक : सनी सभी पाठकों को भी मेरी तरफ से बहुत बहुत प्यार ! सभी कह रहे हैं कि सनी यार, अपनी कोई और चुदाई
आपका : सनी गाण्डू आप कैसे हो पाठको? प्रणाम ! लो सबकी शिकायत दूर करते हुए आपका सनी अपनी एक मस्त चुदाई के संग हाज़िर
आपका प्यारा दुलारा : सनी एक बार फिर हाज़िर हूँ.. नमस्ते गुरूजी, प्रणाम दोस्तो, कैसे हैं सभी ! अन्तर्वासना का धन्यवाद कैसे करूँ जिसकी वजह
प्रेषक : वही आपका प्यारा सनी मेरी कभी कोई चुदाई ऐसी नहीं जो मैं लिख दूँ और गुरु जी उसको प्यार ना दें, छापें ना
मकर सक्रांति के पास चार दिन के लिए कॉलेज बंद था, वो घर चला गया। मैंने सोचा इतनी दूर पंजाब जाऊँगा वो भी इतने कम
अब पिछले भाग से आगे लिखने जा रहा हूँ। मैंने ब्रा-पैंटी पहन ली शाम को और रात को उसके आने से पहले कमरे में कपड़े
प्रणाम दोस्तो! आपने तो मुझे अपने दिल में जो जगह दी है, मैं बता नहीं सकता कि कितना खुश हूँ मैं! आपने मेरी एक भी
लेखक : सनी सबसे पहले गुरु जी को प्रणाम ! मुझे अब कौन नहीं जानता ! हां मैं हूँ सनी गांडू ! यह कोई मेरी
आपका प्यारा सनी आपका प्यारा सनी गांडू एक बार फिर सबसे नमस्ते कहता है। सबकी शिकायत है कि मैं अब लंड का प्यासा नहीं रहा।
लेखक : सनी गांडू मैं सनी ! मुझे तो आप सब अच्छी तरहं जानते हो ! अपने बारे में कुछ बताने की ज़रुरत नहीं !
प्रेषक : हरीश महरा “उसकी खुद की फ़ट गई” का दूसरा भाग यह मेरी अन्तर्वासना पर दूसरी कहानी है। सनी भाई की राह पकड़ कर
लेखक : सनी अब तक आपने पढ़ा कि कैसे मैं होली खेलने बैकवर्ड क्लास वाले लोगों की कालोनी में गया और दारू पी कर एक
हर सप्ताह अपने मेल बॉक्स में मुफ्त में कहानी प्राप्त करें! निम्न बॉक्स में अपना इमेल आईडी लिखें, सहमति बॉक्स को टिक करें, फिर ‘सदस्य बनें’ बटन पर क्लिक करें !
* आपके द्वारा दी गयी जानकारी गोपनीय रहेगी, किसी से कभी साझा नहीं की जायेगी।