दोस्ती, सच्चा प्यार व प्यार भरी चुदाई-2
हमारा चुम्बन प्रगाढ़ होता जा रहा था, एक दूसरे को जैसे पी जाना चाह रहे थे हम. मैंने मेरे हाथ उसके पेट को सहलाते सहलाते फिर से पल्लू के अंदर डाल दिए.
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हमारा चुम्बन प्रगाढ़ होता जा रहा था, एक दूसरे को जैसे पी जाना चाह रहे थे हम. मैंने मेरे हाथ उसके पेट को सहलाते सहलाते फिर से पल्लू के अंदर डाल दिए.
सब कुछ अच्छा होने पर भी कई बार आप जीवन में तन्हा महसूस करते हैं. वैसी ही कुछ मेरी स्थिति के कारण शादी से इतर कुछ यौन सम्बन्ध भी बनाये हैं मैंने. उन्हीं में से एक …
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