मज़दूर से मिली तृप्ति 29-06-2007 देखते ही देखते मैं स्कूल, कॉलेज में मेरी पहचान एक बेहद चालू माल की बन गई। कई लड़कों अथवा मर्दों ने मेरा रसपान किया। पूरी कहानी पढ़ें »
मास्टरजी 13-07-2006 नमस्कार ! आपकी अंतरा का सभी अन्तर्वासना के पाठकों को ढेर सारा धन्यवाद ! सबसे ज्यादा आभार तो गुरूजी का कि मेरी कहानी हवा में पूरी कहानी पढ़ें »
हवा में उड़ रही हूँ 03-05-2006 आज मैं आपको अपनी ज़िन्दगी की वो दास्ताँ सुनाने जा रही हूँ जिसे अगर गलती से भी मेरे पति ने पढ़ लिया तो वो अपने पूरी कहानी पढ़ें »