होली के नशे में
विजय अग्रवाल, दिल्ली हम पांच दोस्त हैं, सभी शादीशुदा। मैं विजय और मेरी पत्नी मानसी, गपिल और अंशु, विकास और आरुशी, सजल और मनु, अजय
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विजय अग्रवाल, दिल्ली हम पांच दोस्त हैं, सभी शादीशुदा। मैं विजय और मेरी पत्नी मानसी, गपिल और अंशु, विकास और आरुशी, सजल और मनु, अजय
नीरव यह कहानी मैं श्रीमती नेहा वर्मा के माध्यम से अन्तर्वासना को भेज रहा हूँ। मेरा नाम नीरव है, मैं 5 फ़ुट 8 इन्च लम्बा
प्रेषिका : नेहा शर्मा नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम नेहा शर्मा है, मैं अन्तर्वासना की बहुत पुरानी पाठक हूँ। यह मेरी पहली कहानी है। मैं एयर-होस्टेस
लेखिका : नेहा वर्मा यह कहानी मुझे शर्मीली ने भेजी है, इसे बस थोड़ा सा संवार कर आपके समक्ष पेश कर रही हूँ। लोग मुझे
यह कहानी मैं अपनी सहेली लाजवन्ती की तरफ़ से उसी के शब्दों में लिख रही हूँ। अन्तर्वासना पढ़ने वालों को मेरा प्रणाम! मेरा नाम है
प्रेषिका : कविता आज यह कहानी मैं अपनी सहेली मल्लिका के बारे लिख रही हूँ। जब यह घटना हुई तब तक मुझे पता नहीं था
लक्ष्य भारद्वाज हाय दोस्तो ! मैं अपने और अपनी पत्नी के बारे में बताता हूं। मेरा नाम एस गुप्ता है और मेरी पत्नी का नाम
हिमेश का लण्ड देख कर ही मेरी तो बांछें खिल गई। मैंने भी पहली बार इतने विशाल लण्ड के दर्शन किए थे। मेरी एक दीर्घकालीन मनोकामना आज पूर्ण होती दिख रही थी।
प्रेषक : प्रेम सिसोदिया “तो क्यों नहीं किया यार, मेरा दिल तो सच कहूं तेरी गाण्ड मारने पर आ ही गया था। साला कितना सेक्सी
प्रेषक : प्रेम सिसोदिया अजय मेरा अच्छा दोस्त था। हम दोनों एक साथ पढ़ाई पूरी करके मेडिकल रेप्रेसेंटेटिव बन गये थे। हम दोनों एक ही
प्रेषक : जो हण्टर अरे नहीं भैया … चोदना-चुदाना सब शादी के बाद ! राधा ने चुहलबाजी की। तो मुन्नी तुझे ठिकाने लगाता हूँ। मेरी
उसने मुझे कन्धों से पकड़ कर नीचे की ओर झुकाया। मैं उसके सामने घुटनों के बल बैठ गई और मैंने धीरे से आलोक की पैंट खोल कर उसके लिंग को अन्डरवीयर से बाहर निकाला।
मेरा नाम राज है। मैं 21 साल का लड़का हूं। कहानी शुरु करने से पहले मैं बता दूं कि यह अन्तर्वासना पर मेरी पहली कहानी
अदिति मस्ती में पागल हुई जा रही थी। वो अपने असली पुलीसिया अन्दाज में आ चुकी थी। सुनील भी इसी आनन्द में डूबा हुआ था। उसका मोटा लण्ड अदिति को दूसरी दुनिया की सैर करवा रहा था।
प्रेषिका : दिव्या डिकोस्टा श्री मनोहर सिंह मेहता के द्वारा भेजी गई कहानी को मैं आपके समक्ष प्रस्तुत कर रही हूँ। मुझे कुछ कुछ ऐसा
प्रेषक: मनु मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ। कुछ कहानियाँ मुझे झूठी लगती हैं तो कुछ सच्ची भी लगती हैं। जब मैं बिहार में मोतिहारी
मेरे ऊपर से उतरने के बाद मेरे देवर ने मेरी मैक्सी से मेरी चूत को साफ़ किया और दोनों पैरों के बीच में आने के बाद मेरे चूतड़ों के नीचे अपनी दोनों हथेलियों को रख कर अपना मुँह मेरी चूत पर रखकर चाटने लगा। कुछ ही पलों में मैं उत्तेजित हो गई… चूत चटवाने का यह मेरा पहला अनुभव था… लाजवाब अनुभव!
प्रेषक : समय मिश्रा प्रिय दोस्तो, यह मेरी पहली कहानी है जो मैं आप सबके साथ बाँट रहा हूँ। यह मेरी शादी की कहानी है।
लेखिका : रीता शर्मा हम दोनों ने अब शर्म छोड़ सी दी थी। वो मुझसे रोज अपनी पीठ दबवाती, शायद मजे लेने के लिये !
लेखिका : रीता शर्मा घर में बस हम दो भाई थे। दिनेश मुझसे दस साल बड़ा था। वो एक फ़ेक्टरी में काम करता था। भाभी
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