अलवी साहब

नवाजिश-ए-हुस्न-1

लेखक : अलवी साहब अन्तर्वासना के चाहको आपको प्यार भरा सलाम, नमस्ते ! और अन्तर्वासना की पाठिकाओ, आपके दर-ए-हुस्न पर मेरा अर्ज़-ए-सलाम कबूल हो !

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