मैं सिमरन को अपने ऊपर बुला कर उसकी चूत चाटने लग गया वो सिसकियाँ लेने लगी- आआह्ह्ह चूसो मुझे, चूसो ज़ोर से, उसकी आवाजें सुन के मैं भी मदहोश होने लगा। उधर से ज्योति मेरे लौड़े को पूरा अंदर लेने की कोशिश कर रही थी।
हर सप्ताह अपने मेल बॉक्स में मुफ्त में कहानी प्राप्त करें! निम्न बॉक्स में अपना इमेल आईडी लिखें, सहमति बॉक्स को टिक करें, फिर ‘सदस्य बनें’ बटन पर क्लिक करें !
* आपके द्वारा दी गयी जानकारी गोपनीय रहेगी, किसी से कभी साझा नहीं की जायेगी।