सेक्सी बहन की चूत गान्ड चोदने की तैयारी-4
(Sexy Behan Ki Chut Gaand Chodne Ki Tyari Part-4)
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हाय दोस्तो मैं शैलेश.. अपनी सेक्सी बहन की चूत और गाण्ड चोदने की तैयारी का चौथा भाग लिख रहा हूँ।
मैं जानता हूँ कि इस बार थोड़ा लेट पोस्ट कर रहा हूँ.. पर क्या करूँ सॉरी.. अब आगे की स्टोरी लिख रहा हूँ।
अब तक आपने पढ़ा..
थोड़ी देर बाद मैं फिर काजल के कमरे में गया शायद इस बार उसने दरवाज़ा लॉक ना किया हो.. लेकिन उसने इस बार भी दरवाज़ा लॉक किया हुआ ही था। इस बार मैंने कोई दरवाज़ा नहीं ठोका और दुखी मन से अपने कमरे में चला आया।
अब मैंने सोच लिया था कि अब मैं सच में ही हॉस्टल चला जाता हूँ.. कुछ दिन मुझसे दूर रहेगी.. तब इस सेक्सी बहन को अकल आएगी।
यह सोचकर मैं मुठ मार कर लेट गया.. वो रात मेरे जिंदगी का सबसे बुरी रात थी। उस रात मुझे 3.30 बजे के बाद नींद आई थी।
अब आगे..
अगले दिन मैं जल्दी उठ गया और सुबह बिना ब्रेकफास्ट किए कॉलेज के लिए निकल गया। जब कॉलेज से छुट्टी हुई.. तो मैं हॉस्टल ढूँढने लगा। मैंने फ़ैसला कर लिया था कि मैं हॉस्टल में जाकर ही रहूँगा..
बहुत मुश्किल से मुझे एक हॉस्टल का पता मिला.. जो मेरे कॉलेज से करीब था। मैंने हॉस्टल से फॉर्म ले लिया.. फिर दोस्तों के साथ एक मूवी देखने चला गया। रात को 9 बजे घर आया और बिना किसी को कुछ बोले अपने कमरे में चला आया।
फिर करीब 30 मिनट बाद मम्मी ने डिनर के लिए बुलाया।
डिनर के वक़्त सब साथ डिनर कर रहे थे.. तब मैंने अचानक डैडी से कहा- पापा मेरा कॉलेज यहाँ से बहुत दूर पड़ता है.. इसलिए मैं हॉस्टल में रहने जा रहा हूँ.. वहाँ से मेरा कॉलेज एकदम करीब है।
डैड ने कहा- बेटा.. लेकिन अचानक हॉस्टल में जाने का फ़ैसला क्यों?
तब मैंने कहा- अभी एग्जाम भी आने वाले हैं और मुझे कॉलेज आने-जाने में ही काफ़ी टाइम लग जाता है.. घर पर आता हूँ.. तो थक जाता हूँ.. इसलिए पढ़ाई नहीं कर पाता हूँ। हॉस्टल में रहूँगा तो अच्छे से पढ़ लूँगा। मैंने हॉस्टल का फॉर्म भी ले लिया है.. आपके और मॉम के सिग्नेचर चाहिए होंगे।
तब डैड ने कहा- ठीक है.. ले आ फॉर्म..
मैंने फॉर्म लाकर डैड को दे दिया.. फिर उन्होंने पढ़ कर सिग्नेचर भी कर दिए। उसके बाद मॉम ने भी सिग्नेचर कर दिए। काजल वहीं बैठी हुई थी.. मैंने उसकी ओर देखा.. तो वो बहुत उदास लग रही थी। क्योंकि हम भाई-बहन में बचपन से ही एक-दूसरे से बहुत प्यार था और ऐसा कभी नहीं हुआ था कि हम एक-दूसरे से कभी अलग हुए हों।
मैं डिनर करके हॉस्टल के फॉर्म को अपने बैग में रखकर बिस्तर पर लेट गया। पिछली रात में मैं बहुत कम सोया था.. मुश्किल से 4 घन्टे ही सोया होऊँगा.. इसलिए जैसे ही मैं बिस्तर पर लेटा.. वैसे ही मुझे नींद आ गई।
करीब एक बजे मेरे कमरे में कोई आया.. मैं नींद में था.. कोई मुझे कोई जगाने लगा.. तो मैंने आँखें खोल कर देखा तो काजल नज़र आ रही थी।
मैं इतनी गहरी नींद में सोया हुआ था कि पहले तो मुझे लगा कि ये कोई सपना है.. लेकिन जब काजल ने मुझे ज़ोर-ज़ोर से हिलाते हुए उठाया.. तो मैं उठ कर बैठ गया।
मैंने अपनी एक उंगली मुँह में डाली और ज़ोर से काटा.. तब मुझे विश्वास हुआ कि ये सपना नहीं था।
तब मैंने काजल से कहा- तू इतनी रात को मेरे कमरे में क्या कर रही है.. आर यू ओके?
तब काजल ने इमोशनल हो कर कहा- भैया आप मुझे छोड़ कर क्यों जा रहे हैं.. प्लीज़ मत जाओ।
मैंने कहा- मैं यहाँ रहता हूँ.. तो हमेशा हर्ट करती रहती है.. दो बार तूने मुझे हर्ट किया है।
काजल ने कहा- भैया मैंने बहुत कोशिश की.. लेकिन मैं डर जाती थी.. कि कहीं किसी को पता चल गया और मैं प्रेगनेंट हो गई तो क्या होगा.. ये सब सोच कर मैं डर जाती थी।
मैंने कहा- तुझे अपने भाई पर इतना भी ट्रस्ट नहीं.. तुझे क्या लगता है मुझे तेरी इज़्ज़त का ख़याल नहीं है.. तू टेन्शन मत ले.. मैं ये बात किसी को नहीं बताऊँगा.. और रही बात प्रेगनेंसी की.. तो मैं तुझे आईपिल की गोलियां दे दूँगा.. जिससे तू प्रेगनेंट नहीं होगी।
काजल ने कहा- ओके भैया.. आपको जो करना है करो.. पर प्लीज़ आप मुझे छोड़ कर मत जाओ।
काजल ने जैसे ही ये कहा.. मैंने दरवाज़े की तरफ देखा.. जिसे काजल ऑलरेडी लॉक करके आई थी। फिर मैंने काजल के दोनों गालों पर अपने हाथ रखे और अपने होंठ काजल के होंठों के पास लेकर गया।
काजल ने आँखें बंद कर दीं।
मैंने अपने होंठों को काजल के होंठों पर रख दिया और काजल को पागलों की तरह किस करने लगा।
मैंने अपनी जीभ उसके मुँह में डालकर उसकी जीभ को चूसना शुरू कर दिया.. तो कभी उसकी जीभ को अपने जीभ से चाटने लगा।
मैंने काजल से कहा- प्लीज़ मेरे मुँह के अन्दर अपना रस डाल..
मेरे 2-3 बार कहने पर भी वो नहीं मानी.. तो मैंने उसे अपनी कसम दे दी। तब उसने अपना रसीला थूक मेरे मुँह में छोड़ा और मैं उसका पूरा थूक पी गया।
दस मिनट तक मैं उसे ऐसे ही किस करता रहा।
फिर मैंने अपना हाथ उसके मम्मों पर रखकर उसकी नाइटी के ऊपर से ही मसलने लगा।
फिर मैंने उसकी नाइटी को उतार दिया.. ब्रा भी निकाल कर फेंक दी और मैं काजल के मम्मों पर मानो टूट पड़ा।
मैं उसके एक मम्मे को चाटने लगा और दूसरे चूचे को हथेली में भर कर मसलने लगा। कुछ देर तक ऐसा करने के बाद मैंने उसकी पैन्टी को उतार कर उसकी कुँवारी चूत के अन्दर अपनी जीभ डाल दी और उसकी चूत को कुत्ते की तरह चाटने लगा.. आह्ह.. बहुत टेस्टी चूत थी।
काजल की चूत को मैं पूरे दस मिनट तक चाटता रहा।
फिर मैं उसे पीछे घुमा कर उसकी गाण्ड चाटने लगा.. सच में इतनी मस्त गाण्ड थी कि मन कर रहा था कि पूरा मुँह उसकी गाण्ड में घुसेड़ दूँ।
काफी देर तक मैं उसकी गाण्ड चाटता रहा।
मुझे मालूम था कि इसकी गाण्ड कोरी है और इसको दर्द होगा.. इसलिए मैंने उसकी गाण्ड के छेद में खूब सारी क्रीम लगा दी और अपने लौड़े पर भी क्रीम मल ली।
फिर मैंने अपना लंड काजल की गाण्ड पर रखा और एक जोरदार धक्का मारा। एक ही बार में मैंने अपना पूरा लंड काजल की गाण्ड में जड़ तक घुसेड़ दिया। मेरा लंड काजल की गाण्ड में ऐसे घुस गया था.. जैसे उंगली में कसी हुई अंगूठी..
वो दर्द से तड़फ उठी.. पर मैंने उसका मुँह दाब रखा था इसलिए उसकी चीख नहीं निकल पाई।
खैर.. दर्द तो होना ही था.. कुछ मिनट बाद उसने मेरे लौड़े को क्रीम की चिकनाई के कारण अपनी गाण्ड में झेल लिया और वो भी मजा लेने लगी।
उसकी गाण्ड इतनी सेक्सी थी.. कि मैं बहुत देर तक काजल की गाण्ड मारता रहा। गाण्ड मारने में ही मैं झड़ चुका था और मैंने अपना पूरा माल काजल की गाण्ड में छोड़ दिया।
उस वक़्त मेरे पास आइपिल की गोली नहीं थी.. इसलिए उस दिन मैंने काजल की चूत नहीं मारी.. क्योंकि मुझे रिस्क नहीं लेना था।
जब काजल की गाण्ड मारते-मारते मेरा लंड पूरा मुरझा गया.. तो उसके कहने पर मैंने उसे जाने दिया।
जाते वक़्त काजल ने कहा- भैया अब तो आप मुझे छोड़ कर नहीं जाओगे ना?
मैंने कहा- कभी नहीं..
मैंने हॉस्टल का फॉर्म बैग से निकाल कर काजल के सामने ही फाड़ कर फेंक दिया। मैं काजल को बेतहाशा चुम्बन करने लगा। वो भी मुझसे लता सी लिपट गई।
हम दोनों करीब 5 मिनट तक एक-दूसरे को किस करते रहे।
फिर वो लंगड़ाते हुए सोने चली गई।
अगले भाग में मैं आपको बताऊँगा कि कैसे मैंने काजल की सील तोड़ी.. आप मुझे अपने ईमेल ज़रूर कीजिएगा
शैलेश यादव
[email protected]
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