लंड की प्यासी चूत गांड का मेला-2
(Lund Ki Pyasi Chut Gand Ka Mela- Part 2)
इस कहानी के पिछले भाग
लंड की प्यासी चूत गांड का मेला-1
में अब तक आपने पढ़ लिया था कि एकता और उसकी जेठानी प्रमिला की चुदाई का खेल शुरू होने को था.
अब आगे:
वे दोनों अपने अनुभव का फायदा उठा कर मुझे तृप्त करने में लगी हुई थीं. जब मुझे लगा कि अब लंड फट जाएगा, तब मैं उन दोनों को बेड पर ले गया और पीठ के बल लेट गया.
एकता ने दराज में से एक कंडोम निकाला और मेरे लंड पर दोनों मिल कर चढ़ाने लगीं. मेरा लंड मोटा होने के कारण कंडोम कुछ टाईट पड़ रहा था. मुझे कंडोम की रिंग के कारण दर्द हो रहा था, लेकिन दोनों की मेहनत से कंडोम लंड पर चढ़ गया.
मैंने एकता को इशारा किया, तो एकता ने इशारा समझ कर मेरे मुँह में ऊपर आजू बाजू अपनी टाँगें फैला कर चुत मुँह पे रख दी. प्रमिला ने लंड पर चूत लगा कर टॉयलेट की स्टाइल में बैठते हुए लंड को पकड़ कर अपनी चुत पर सैट करने लगी. वो धीरे धीरे मेरे मोटे लंड को अपन चूत में अन्दर लेने लगी. मैं भी अपने दोनों हाथ से प्रमिला की कमर को पकड़ कर नीचे जोर लगाने लगा और मुँह से एकता की चुत को चाटने लगा.
प्रमिला की चुत ज्यादा टाईट थी, तो लंड प्रमिला की चुत में फंस फंस कर जा रहा था, लेकिन मेरे हाथ के जोर … और प्रमिला की हिम्मत की वज़ह से लंड चुत को चीरता हुआ अन्दर पहुंच गया. लेकिन अभी नहीं पूरा लंड अन्दर नहीं गया था. अब भी लंड करीब ढाई इंच चूत से बाहर ही था. तब भी प्रमिला धीरे धीरे ऊपर नीचे होने लगी थी. उसे दर्द भी हो रहा था, लेकिन पट्ठी लंड को पूरा लेने के लिए कोशिश कर रही थी.
थोड़ी देर ऐसा करने के बाद लंड अब पूरा अन्दर बाहर होने लगा और प्रमिला को भी अब कम दर्द और ज्यादा मजा आने लगा.
वो भी पूरे आठ इंच के लंड को पूरा अन्दर बाहर करने लगी और मुँह से तेज़ आवाजें निकालने लगी- यस ऊऊ यस यस यस … ऊऊऊऊओह अह्ह्ह्ह … फक हार्ड … सो बिग कॉक बेबी … फ़क डीप … याआआअह्ह यू फक सो गुड बेबी …
एकता भी चिल्लाने लगी थी- आह … सक माय पुस्सी बेबी … यू सक गुड बेबी … ऊऊऊ … औह … माय पूस्सी याआआ याआआ याआआ … यस यस!
उसकी गरम आवाजें निकल रही थीं. मैं दोनों को मस्त कर रहा था और एक एक हाथ से दोनों के बूब्स को दबा भी रहा था. साथ ही मैं प्रमिला की भी हेल्प कर रहा था, प्रमिला और एकता ऊपर एक दूसरे को किस भी कर रही थीं और एक दूसरे के मम्मों को भी दबा रही थीं.
एकता की चुत अब पानी छोड़ने लगी थी और मैं साथ साथ उसकी गांड के छेद को भी चाट रहा था. दस मिनट तक ये स्टाइल ही चली, मैं चाटते चाटते नीचे से अपने लंड को भी देख रहा था. प्रमिला के रस में भीगा लंड चमक रहा था और चुत का चोदन भी कर रहा था. चिकने लंड को प्रमिला पूरा तेज़ी से अन्दर बाहर कर रही थी. फिर पहले प्रमिला का और कुछ देर बाद एकता का पानी छूट गया. एकता की चूत रस का भी टेस्ट अच्छा था. मैंने चूत को चाट कर साफ कर दिया. प्रमिला की चुत का रस मेरे लंड से होता हुआ मेरी गोटियों और गांड पर भी आ गया.
फिर दो मिनट तक वे दोनों ऐसे ही ऊपर बैठ के किस करती रहीं, तो कभी आपस में बूब्स चूसने लगीं. प्रमिला एकता की जुबान अपने होंठों को गोल बना के अन्दर बाहर करने लगी. मैंने कुछ देर बाद दोनों को ऊपर से हटाया और एकता को डॉगी स्टाइल में आने का बोला. एकता ने झट से डॉगी बन कर अपने अड़तीस साइज़ के गोल गोल हिप्स ऊपर उठा लिए और मुझे अपनी रस भरी चुत दिखा के आमंत्रण देने लगी.
मैंने एकता की चुत और गांड को थूक थूक चाटा और चुत को रेडी किया. फिर एकता के पैरों को फैला कर उसके पीछे जा के अपना लंड उसकी चुत पर घिसने लगा. मैंने प्रमिला को एकता के सामने बैठने का इशारा किया, जिसे प्रमिला ने समझ लिया. उसने अपनी कमर के पीछे दो तकिये लगाए और अपनी चुत एकता के सामने कर दी. एकता भी अपनी गुलाबी जुबान से प्रमिला की चुत के दाने को चूसने लगी.
मैं भी एकता की चुत पर थूक लगा कर अपना औजार को छेद के अन्दर डालने लगा. अभी मेरे लंड का टोपा ही अन्दर गया था कि एकता ने अपने मुँह से तेज आवाज निकाल दी- आआआह … मर गई.
उसकी मादक आवाजें निकलने लगीं. मैंने फिर एक शॉट मारा. मेरा चार इंच लंड अन्दर चला गया. एकता के मुँह से जोर की चीख निकल गई- उम्म्ह… अहह… हय… याह… मर गई … आज फट जाएगी.
उसकी तेज आवाज निकली, लेकिन मैंने अनसुना करके एक बार फिर प्रयास किया. फिर करीब छह सात इंच लंड अन्दर घुस गया. एकता ने एक घुटी सी सिसकारी ली, क्योंकि उसी समय प्रमिला ने एकता का मुँह बालों से पकड़ के चुत में दबा लिया था. मैंने फिर लंड को अन्दर बाहर करना चालू किया. शुरू में धीरे दो तीन मिनट के बाद फुल स्पीड में धक्के चालू कर दिए, जिससे शुरूआत में तो एकता जोर जोर से मुझे गालियां दिए जा रही थी … लेकिन बाद में उसे अब बड़ा मजा आने लगा था.
“बेबी फ़क मी हार्ड … जोर से चोदो मेरे शेर … याआहहअ बेबी फक भड़वे … चोद दे … आह … निकाल दे इस चुत का रस … साली ने नाक में दम कर रखा है … ऊऊह … उम्मम्म … ओह्ह … आह … यू फक सो गुड …”
उधर प्रमिला भी ‘ईईईस्स … ओह्ह्ह … सक माय पुस्सी..’ चिल्ला रही थी.
मैं भी अपने आठ इंच के लंड को पूरी स्पीड से गदराई चुत के होल से सुरंग से पानी निकालने में लगा था. एकता की चुत से निकलने वाले रस से चिकनाहट मिल रही थी. मैं ही पूरा पसीने में हो गया था, लेकिन इस काम में किस को मजा नहीं आता … सो बस चुदाई का मजा ले रहा था.
फिर पन्द्रह मिनट की जबरदस्त चुदाई के बाद उन दोनों का पानी एक बार फिर निकल गया. मैंने फिर दोनों को बेड किनारे पर पीठ के बल लेटाया और दोनों के पैरों को उनके पेट से चिपका के थोड़ा फैला दिया. दोनों की गांड के नीचे एक एक तकिया लगाया, जिससे उनकी गांड भी साफ नज़र आने लगी.
तभी एकता ने कुछ समझा और बोला- ओ माय बेबी … कितनी जल्दी समझ गया … अब मुझे तेरे लंड की कहां जरूरत है.
वो प्रमिला से बोली- यार इसकी एक आदत है … ये जहां भी अपना मुँह लगाता है … वहां अपना आठ इंच की बुलेट भी डालता है.
वे दोनों ये बातें ही कर रही थीं … तभी मैं नीचे झुक के उनकी गांड पे अपनी जुबान से लिकिंग करने लगा.
एकता ने अपने मुँह से बोला- ऊओह्ह्ह्ह सक माय एस उह्ह्ह्हह … यू सक गुड … सक माय एस..
मैं इसी के साथ प्रमिला की गांड के छेद पर थूक लगा कर उसको उंगली से सहलाने लगा. प्रमिला समझ गई कि अब उसकी गांड का नंबर है. लेकिन वो बोली- यार एकता, गांड में लिए तो बहुत दिन हो गए.
एकता ने बोला- यार, इतना कड़क और सॉलिड लंड है … और फिर ये गांड भी बहुत अच्छी मारता है. अन्नू और डोली के यहाँ इससे रोज़ गांड मरवाई, तो अब तू इसका लंड गांड में लेने को मना नहीं कर सकती. फिर ये हमारे पास कितने दिन रहने वाला है.
प्रमिला ने भी एक गहरी सांस ली और गांड चाटने की इजाजत दे दी. मैं भी उसकी गांड को चाटने में व्यस्त हो गया.
दोनों की ही गांड बड़ी मस्त थी. एकता की गांड बड़ी थी, तो प्रमिला की टाईट थी. पहले एक एक उंगली फिर धीरे से दो और फिर कुछ देर बाद मेरे दोनों हाथों से उंगलियों को अन्दर बाहर करने लगा. थूक की मदद से गांड में जगह बनाने लगा. फिर धीरे से मैंने तीसरी उंगली भी काम पर लगा दी.
ऊपर दोनों की मादक सीत्कारें आना शुरू हो गईं- आआहह … माय एस … फिंगरिंग डीप माय बेबी …
दोनों ‘भड़वे साले चोदू घोड़े … अच्छे से रास्ता बना … तेरा मूसल हमारी गांड को फाड़ न दे … साले भड़वे रंडीबाज़ … तेरे मूसल को देख कर तुझे अपनी गांड भी तुझे दे दी है … बजा दे इसका बाजा..’ चिल्लाए जा रही थीं.
फिर मैंने अपने लंड से कंडोम निकाल दिया और एकता को प्रमिला के ऊपर डॉगी स्टाइल में सैट कर दिया. दोनों की चुत आपस में चिपक गईं और गांड भी साफ दिखने लगी. फिर पास मैंने पड़ी वैसलीन को दोनों की गांड पर अन्दर तक उंगलियों से लगाया और अपने लंड पर भी लगाया. पहले मैं प्रमिला की गांड पर लंड सैट करने लगा.
तभी प्रमिला ने बोला- ओ मेरे घोड़े … गांड में लिए बहुत दिन हो गए हैं. एकता और तेरे लंड की गुलामी के कारण ही मैं गांड मराने को तैयार हुई हूँ.
मैंने कहा- हां, इसमें इतना मजा आएगा कि फिर तुम कभी भी मुझसे गांड मराने के लिए मना नहीं करोगी.
मैं प्रमिला की गांड पर लंड सैट करने लगा. एक दो बार असफल रहने के बाद लंड ने अपना रास्ता खोज लिया और टोपा गांड की रिंग के अन्दर चला गया. उसके मुँह से एक हल्की सी ‘आआह्हह …’ करके चीख निकली. मैंने लंड को आगे जाने से रोक लिया और फिर इस बार थोड़ा अन्दर तक डाला. लंड टोपे के साथ दो इंच तक अन्दर उतर गया.
प्रमिला के मुँह से फिर ‘आआआअह…’ की आवाज़ निकली. मैंने एकता को इशारा किया और एकता ने प्रमिला के होंठ पर अपने होंठ रख दिए.
दोनों के मुँह से ‘ऊऊऊह्ह्ह्ह उह्ह्ह ऊह..’ की आवाजें निकलने लगीं. मैं धीरे धीरे अन्दर बाहर करने लगा. थोड़ा थोड़ा लंड को और अन्दर करने लगा. दो मिनट के बाद जब प्रमिला को अच्छा लगने लगा, तब चार इंच के करीब अन्दर बाहर करने लगा. जब प्रमिला पूरी तरह मजा लेने लगी, तो मैं धीरे धीरे पूरा लंड अन्दर बाहर करने लगा. साथ ही मैं एकता के चूतड़ों पर चमाट लगाने लगा और उसकी पीठ पर चूमने लगा. अपने एक हाथ के अंगूठे को उसकी गांड के छेद में डाल के प्रमिला की गांड बजाने लगा.
दोनों चिल्लाने लगीं- आआआ … उईईईई … मादरचोद लम्बी रेस के घोड़े … यू फक सो गुड …
वे दोनों तरह तरह की आवाजें निकाल रही थीं. प्रमिला का पानी फिर से निकलने लगा, जो उसकी गांड और मेरे लंड को चिकनाई दे रहा था. मुझे मजा आने लगा था. उनका रस देख कर मैंने अपने धक्के बढ़ा दिए. मैंने एकता के चूतड़ों पर और जोरों से चमाट लगा लगा के लाल कर दिए.
बीस मिनट की गांड चुदाई के बाद, मैंने एक बार और प्रमिला का पानी निकलवा दिया और मैंने अपनी गति रोक दी.
मैं एकता की पीठ पर चुम्मा चाटी करने लगा और दोनों आपस में किस करने लगीं. प्रमिला एकता को पकड़ के फ्रेंच किस कर रही थी. एक मिनट तक ऐसे ही रहने के बाद मैंने लंड को बाहर निकाला और बेड पर किनारे पर खुद लेट गया. अब मैंने एकता को ऊपर आने को बोला. एकता मेरी तरफ पीठ कर के अपनी गांड को लंड पर टिकाने लगी. एकता की गांड पहले से ही ज्यादा बड़ी हो गई थी. मेरी उंगलियों की मेहनत की वज़ह से लंड चार इंच से ज्यादा अन्दर चला गया और मैं एकता की कमर को पकड़ के नीचे ऊपर करने लगा.
मैंने सामने से बैठ के प्रमिला को एकता की चुत चाटने का बोला. प्रमिला ने झट से अपनी पोजीशन सम्हाल ली और एकता की चुत चाटने लगी. एकता अब ऊपर नीचे होते हुए पूरे लंड को अपनी बड़ी बड़ी गांड के बीच बने छेद में लेने लगी. एकता को बड़ा मजा आ रहा था और मुझे भी.
“ऊऊऊओह्ह्ह माय एस … कॉम ऑन फ़क … हार्ड फक मी … याआअह फक मी …” वो जोर जोर से लंड पर कूदने लगी.
प्रमिला एकता की चुत को चाटती कभी मेरे लंड पर जीभ फेरती, तो कभी गोटियों को मुँह में ले के हम दोनों को मजा दे रही थी. एकता की चुत का पानी मेरे पूरे लंड और गोटियों और मेरी गांड को तर-बतर कर रहा था … जिसे प्रमिला बड़े मजे से चाट रही थी. प्रमिला को अब गांड चाटने में मजा आने लगा था. वो मेरी गांड में मुँह घुसाने लगी थी और एकता के रस को चाट चाट के साफ कर रही थी.
मैं एकता की कमर पकड़े उसकी हेल्प कर रहा था. पन्द्रह मिनट की भयंकर चुदाई के बाद मेरा टाइम छूटने का होने वाला था. तभी एकता ने लंड से पर उठ के अपनी चुत को हाथ से मसलते हुए अपना पानी की धार से लंड को तर बतर कर दिया. प्रमिला ने लंड को मुँह में ले के एकता के रस को चाट लिया. मैं भी खड़ा हुआ और दोनों को अपने लंड ले सामने घुटनों पर बिठाकर दोनों के मुँह पास में चिपका लिए. फिर लंड को मुँह में दे कर बारी बारी से दोनों के मुँह चोदने लगा. मेरे मुँह से निकला- आअह्ह्ह … बेबी ओपन योर माउथ.
यह बोलते बोलते मेरे लंड ने लम्बी पिचकारियों के साथ अपना गाढ़ा माल उनके मुँह में उगल दिया.
लंड दोनों अपने अपने मुँह से “माईन … माईन … माईन ..’ बोलते हुए वीर्य पीने के लिए होड़ मचाने लगीं. लंड से निकलते हुए अमृत को मैंने दोनों में बराबर बंटवारा किया. एकता तो पहले ही लंड के वीर्य के टेस्ट की दीवानी थी, तो उसने पहले अपने मुँह का तो गटक ही लिया. प्रमिला के होंठों से भी किस कर के उस के मुँह पर भी रस लगाने में लग गई.
प्रमिला भी ‘ऊऊऊमम्म यम्मी टेस्ट..’ बोलते हुए अपने मुँह का माल गटक गई और दोनों एक दूसरे का मुँह पर गिरा हुआ वीर्य साफ करने लगीं.
फिर उन्होंने मेरे लंड को जड़ से पकड़ के एक एक बूंद भी निचोड़ लिया. वे वीर्य की इतनी अधिक प्यासी थीं कि मेरे लंड से और अपने मम्मों से कहीं भी वीर्य दिखा, झट से उंगली से उठा कर गटक लिया.
‘ऊऊम्म्म्म्म … बेबी यू फक वैरी गुड..’ बोलती हुई बेड पे मेरे साथ आजू बाजू लेट गईं.
तभी एकता ने प्रमिला से पूछा- क्यों आज तो मुँह में गटक लिया, पहले तो कभी किसी का लंड लास्ट स्टेज में मुँह में लेती ही नहीं थीं, सब अपने मम्मों पर ही या फिर कंडोम में ही निकलवा लेती थीं … आज क्या हुआ ऐसा?
प्रमिला बोली- यार जो तूने बोला था … ये घोड़ा तो उससे भी ज्यादा निकला. आज तक मेरा पानी चार बार तो कभी नहीं निकला. इसने तो पूरी नदी ही बहा दी और फिर इसके लंड पर प्यार आ गया. तो रस चाट लिया और यार इतना यम्मी टेस्ट था तो कैसे मना करती.
एकता और प्रमिला हंसने लगीं और मुझे किस करने लगीं. वे मेरे सोते हुए शेर से खेलने लगीं.
उस रात और जब तक मैं वहां रहा, ये सब चलता रहा.
फिर अन्नू और डोली भी अपनी ट्रेनिंग पूरी करके दस दिन की छुट्टी ले कर मुंबई आ गईं. वहां भी सब ने साथ में मजा किया. मुझे बहुत मजा आ रहा था. एकता ने अन्नू और डोली को बताया कि कैसे लंड बूब्स और चुत पर … आजकल नथ पहनने का फैशन चल रहा है.
अन्नू और डोली भी मेरे लंड पर नथ डलवाने के लिए तैयार हो गईं. उन्होंने एक डॉक्टर से मेरी लंड पर पियर्सिंग (बिधना) भी करवाई, इससे मुझे काफी दर्द हुआ, लेकिन आगे सेक्स मजे के लिए अच्छा है.
बाकी की सेक्स स्टोरी बाद में लिखूँगा.
आपका अरमान
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