डॉक्टर ने माँ की गांड मारी
(Hot Maa Ki Gand)
हॉट माँ की गांड मारने का नजारा मैंने अपनी आँखों से देखा डॉक्टर के घर में! वो डॉक्टर मेरी माँ की चूत पहले भी मार चुका था. एक पार्टी में उसे मेरी माँ मिली तो …
दोस्तो, कैसे हैं आप सब!
आपने मेरी सेक्स कहानी
डॉक्टर ने मम्मी की जवानी लूटी
को बहुत प्यार दिया.
अन्तर्वासना पर वह मेरी पहली सेक्स कहानी थी.
उस पर बहुत से कमेंट आए. व्यस्तता के कारण से मैं किसी को जवाब नहीं दे सका, पर आप सबका बहुत शुक्रिया.
कुछ दिन बाद एक पार्टी में मैं और मम्मी गए थे. वहां मुझे वही डॉक्टर मिला जिसने मेरी मम्मी को क्लिनिक में चोदा था.
लेकिन मैंने पहले उस डॉक्टर को देखा नहीं था, सिर्फ मम्मी के मुखसे पूरी कहानी सुनी थी जब मम्मी अपनी एक सहेली को पूरी घटना बता रही थी.
ये उसी कहानी के आगे की कहानी है … मजा लीजिए.
पार्टी में मेरी मम्मी बहुत सुंदर लग रही थीं. उन्होंने काले रंग की साड़ी और सफ़ेद ब्लाउज पहना था.
हम दोनों पार्टी में पहुंचे, तो मम्मी ने मुझे लोगों से मिलने को कहा.
मैं टहलने लगा.
तभी एक आदमी सिर से टकला था, जिसके सर के किनारे किनारे पर ही कुछ कुछ बाल बचे थे. वो चेहरे से एकदम अजीब, काला-कलूटा था, पर शरीर से हष्ट पुष्ट था.
वो मेरे पास आया और मुझे अकेले देखकर बात करने लगा.
वो बोला- यार, ये पार्टी बहुत बोरिंग है.
मैं कुछ बोलता, इसके पहले ही उसने आगे कहा- पर इधर माल बहुत जबरदस्त आए हैं, वो देखो!
मैंने बिना देखे कहा- हां वो तो है.
वो साला मेरी मम्मी की तरफ ही उंगली दिखा कर मम्मी को जबरदस्त माल बोल रहा था.
पहले तो मुझे गुस्सा आया कि भोसड़ी वाले को कुछ मां बहन की गालियों से विभूषित कर दूँ मगर फिर सोचा कि देखता हूँ … और क्या क्या कहता है.
हम ऐसे ही बातचीत करने लगे और बातों ही बातों में उसने बताया कि वो एक स्त्रीरोग विशेषज्ञ है.
मैंने उससे उसका क्लीनिक पूछा, तो जो उसने जवाब दिया वो सुनकर मुझे हैरानी हुई.
यह वही क्लीनिक था, जहां मम्मी ने अपना इलाज करवाया था.
मैं डॉक्टर से ऐसे ही उसके क्लीनिक में आने वाली औरतों के विषय में बात करने लगा.
फिर मैंने अपनी मम्मी की ओर इशारा करके कहा- वो ब्लैक साड़ी वाली आंटी के लिए आप कुछ कह रहे थे ना कि बड़ा कहर ढा रही हैं. सच में आपकी नजरें बड़ी पारखी हैं. उनके पति कितने खुशनसीब होंगे, जो उन्हें ऐसी बीवी मिली.
अंकल की आंखों में भी चमक आ गई.
उसने धीरे से कहा- किसी से कहना मत, ये इलाज के लिए मेरे पास आई थी. मैंने इसका रात भर इलाज किया था. सच में अपनी पत्नी चोदकर भी इतना सुख नहीं मिला था, जितना इसे एक रात में चोदकर मिला था.
उसे अब तक पता नहीं था कि वो मेरी मम्मी हैं.
मैंने उससे कहा- झूठ … ऐसा हो ही नहीं सकता, कहां आप? और कहां वो? वो आपको कभी भाव भी नहीं देगी.
डॉक्टर बोला- चेहरा नहीं, इसे लंड से मतलब है. पहले खूब नौंटकी की थी, पर बाद में खूब उचक उचक कर चुदवा के गई थी.
मैं उसकी बात सुनकर गर्म होने लगा था.
डॉक्टर आगे बोला- इसकी चूचियां दबाने में बहुत मजा आया था.
उत्तेजना के कारण डाक्टर अपना लंड सहलाने लगा.
मैंने कहा- आप झूठ बोल रहे हैं.
हालांकि वो शायद सही कह रहा था. इसका कारण ये था कि मेरी हॉट माँ बहुत दिनों से चुदी नहीं थीं. कई बार तो मैंने खुद उन्हें केले से अपनी चूत रगड़ते देखा था.
मैं अब दिल से चाहता था कि मेरी मम्मी को फिर से एक मर्द का सुख मिले … और ये डाक्टर तो वैसे भी एक बार उनकी चूत ले चुका था.
तब तक मम्मी अकेली हो गईं.
तो डाक्टर ने मुझसे कहा- अच्छा देख, मैं उससे बात करने जा रहा हूं.
डाक्टर जैसे ही मम्मी के पास गया, मम्मी शर्म से लाल हो गईं और थोड़ा घबरा भी गईं.
डॉक्टर ने मम्मी से बातचीत की.
उन्होंने बहुत कम जवाब दिया.
फिर अचानक दोनों साथ कहीं जाने लगे.
मैं भी पीछे पीछे चला गया.
मैंने देखा कि पीछे की जगह पर सुनसान था.
उधर वो डॉक्टर जोर जोर से ब्लाउज के ऊपर ही मम्मी के भोंपू दबा रहा था और उन्हें लिप किस कर रहा था.
मम्मी कसमसा रही थीं मगर मना नहीं कर रही थीं.
दोनों में कुछ बातचीत हुई और फिर दोनों लोग अलग हो गए.
डाक्टर मेरे पास आया और बोला- देख छोटू, तेरी माल आंटी तैयार है. ये साली आज रात भर मुझे दूध पिलाएगी. आ मेरे साथ चल, तू भी देख लेना नजारा!
मैंने सोचा कि मम्मी मुझे देख कर सही से चुद नहीं पाएंगी इसलिए मैंने उससे कहा- कहीं वो मुझे देख कर आपको मना न कर दें.
वो बोला- क्यों मना करेगी?
मैंने उन्हें कहा- मैं उनके पड़ोस में रहता हूं तो मुझे भी दिक्कत हो सकती है. मैं आप दोनों को करते हुए देख लूँगा मगर ये बात उन्हें पता नहीं होना चाहिए.
डाक्टर ने अपना क्लीनिक का पता बताया और चाभी देकर कहा- मेरे घर में दो कमरे हैं जिसका सीसीटीवी मेन ऑफिस में है. तू वहीं से सबकुछ देख लेना.
मैंने कहा- ठीक है.
अब मैंने मम्मी के पास जाकर कहा- मेरी तबीयत ठीक नहीं लग रही है. इसलिए मैं घर जा रहा हूँ.
मम्मी बोलीं- ठीक है जाओ. मुझे आज आंटी के घर रूकना है.
मैं समझ गया कि मम्मी की चूत में चींटियां रेंग रही हैं, ये आज चुदाई का मजा लेकर ही आएंगी.
मैं उधर से गया और डाक्टर के केबिन में पहुंच कर उन दोनों के आने का इंतजार करने लगा, टीवी ऑन करके सीसीटीवी पर नजारा देखने लगा.
कुछ दस मिनट बाद अचानक से अन्दर वाले कमरे का दरवाजा खुला. डॉक्टर और मम्मी दोनों अन्दर आते दिखे.
डॉक्टर ने तुंरत दरवाजा बंद कर दिया और मेरी मम्मी के दूध दबाने लगा.
वो मम्मी के चूचे मसलते हुए उनके होंठों को चूसने लगा.
मम्मी उसका टकला सर सहलाने लगीं.
कुछ ही देर में उसने मम्मी की साड़ी अलग की और उनके पेटीकोट को खोल दिया.
मेरी हॉट माँ केवल पैंटी और ब्लाउज में रह गई थीं.
मम्मी भी उसकी शर्ट के बटन खोलने लगीं और उसकी शर्ट और बनियान को उतार दिया.
डाक्टर ने मम्मी के ब्लाउज को उतार दिया.
अब मम्मी केवल ब्रा और पैंटी में थीं.
मम्मी ने डॉक्टर की चड्डी उतार दी और उसका लंड पकड़ कर अपनी पैंटी पर घिसने लगीं.
ये कमरा बगल ही था इसलिए मम्मी की कामुक आवाजें भी आ रही थीं.
डॉक्टर बोला- मेरा लंड इतना पसंद है या तुझे पति चोदता ही नहीं है?
मम्मी बोलीं- मेरे पति बाहर रहते हैं.
डाक्टर बोला- चिंता न कर रानी, तेरी भूख मेरा लंड मिटाएगा.
मैं पहली बार इस तरह से किसी गैर मर्द की बांहों में अपनी मम्मी को अधनंगी देख रहा था.
डॉक्टर उनके पीछे आ गया और ज़ोर ज़ोर से उनकी चूचियां दबाने लगा.
मेरी मम्मी मादक आवाज में चीखने लगीं और बोलीं- धीरे धीरे दबाओ.
एक अजनबी गंदा, काला सा मर्द मेरी सुंदर मम्मी को चोदने के लिए उन्हें अपनी बांहों में खींच कर मसल रहा था.
मम्मी कसमसा रही थीं और मैं मम्मी को किसी गैर की बांहों में देख कर कामुक हो रहा था.
उसने मम्मी को बेड पर लिटाया और उनकी टांगों को फैला कर अपना लंड एक ही झटके में अन्दर डाल दिया.
उनकी बांहों के बगल से उनका सर पकड़ कर होंठों को चूमता हुआ वो मेरी मम्मी को चोदने लगा.
मम्मी को शायद लगा होगा कि ये मर्द उनकी वासना को प्यार से मिटाएगा.
पर वो डॉक्टर जानवरों की तरह मम्मी के मुँह को चूसते हुए उनकी चूत पर ताबड़तोड़ झटके मारने लगा.
वासना के मारे मम्मी कहीं उसका सर नोचतीं कहीं, कहीं पीठ पर नाखून गड़ा देतीं.
पर उसे कहीं कोई फर्क नहीं पड़ रहा था.
मम्मी की चूत में दर्द हो रहा था क्योंकि मम्मी बहुत दिनों बाद चुद रही थीं और मम्मी की कराहने की आवाज आ रही थी.
कुछ देर बाद मम्मी की आवाज आनी बंद हो गई थी और उनके जिस्म में कोई हलचल भी नहीं हो रही थी.
ये देख कर मैं डर गया कि मेरी मम्मी को न जाने क्या हो गया है.
मैं डरकर उनके कमरे में पहुंच गया.
अन्दर जाकर मैं ज़ोर से चीखा- अबे हरामखोर … ये मेरी मम्मी हैं … आराम से चोद भैन के लंड!
डाक्टर हक्का-बक्का और मम्मी भी एकदम सकपका गईं.
फिर डाक्टर ने कहा- मेरी फैंटेसी थी कि किसी औरत को उसके बेटे के सामने नंगी करके चोदूं. आज तेरे सामने ही तेरी इस छिनाल मां को चोदूंगा.
मैंने भी कह दिया- हां, चोदने को कहां मना कर रहा हूँ, पर ठीक से तो चोद.
मगर वो अपनी वासना में इतना पागल हो चुका था कि मेरे कहने पर भी उसने मम्मी को वैसे ही अंधाधुंध चोदना जारी रखा.
मम्मी मुझे चुपचाप देख रही थीं और डाक्टर झटके पर झटका मार रहा था.
अचानक से उसने मम्मी की दोनों चूचियों को दबाया और जोर से चिल्लाकर उनकी चूत में ही शांत हो गया.
वो आह करते और हांफते हुए मेरी मम्मी से बोला- आह क्या माल है मादरचोद तू!
कुछ देर बाद वो डॉक्टर मेरी ओर घूमा और बोला- तू सामने खड़ा खड़ा अपनी मां चुदवा रहा था भोसड़ी के … पर जो भी बोल, साली मस्त माल है.
उसने मेरे ही सामने मम्मी को उठाकर अपनी गोद में बिठाया और उनकी चूचियों को दबाते हुए उनके होंठों को चूमने लगा.
मम्मी मुझे देखकर अपने आपको छिपाने लगीं मगर उस डॉक्टर ने मम्मी के हाथ पकड़ लिए और मुझे दिखा दिखा कर बोलने लगा- ये देख, तेरी मम्मी की चूचियां … ये तेरी मम्मी की चूत … जिससे तू निकला है भोसड़ी के … और ये देख तेरी रंडी मम्मी के नंगे चूतड़, जो मेरी नंगी जांघों पर, मेरे लौड़े पर नंगे रखे हैं. इस रांड को मैं एक बार पहले भी चोद चुका हूं.
वो मेरी मम्मी से खेलने लगा और मम्मी मुझसे पूछने लगीं- तुझे सब पता था?
मैंने हां कहा.
तो मम्मी थोड़ी चुप हो गईं.
मैंने कहा- कोई बात नहीं मम्मी, मैंने आपको तड़पते देखा था. आप अपनी भूख मिटा रही थीं, इसमें क्या गलत है.
तब तक डॉक्टर मम्मी के होंठों को चूसने लगा और उनके साथ सेक्स के दूसरे राउंड की तैयारी करने लगा.
मम्मी भी आगे कुछ बोल नहीं पाईं.
मैं वहां से निकल आया, पर मम्मी असहज हो गई थीं.
डॉक्टर ने मम्मी को खूब गर्म करने का प्रयास किया, पर मेरी मम्मी शिथिल हो चुकी थीं.
वो इस बात से व्याकुल हो गई थीं कि एक गैर मर्द पागलों की तरह उनके बेटे के सामने उन्हें नंगी करके चोद रहा है.
डॉक्टर ने मम्मी को बहुत समझाया, पर मम्मी उठकर जाने लगीं.
वो बोलीं- मुझे नीचे दर्द हो रहा है.
उस डॉक्टर ने मम्मी से बैठने को कहा- रुको मैं दवा दे देता हूँ. उससे तुम्हारी चूत का दर्द सही हो जाएगा.
मेरी मम्मी ने कुछ नहीं कहा.
डॉक्टर केबिन में आया तो देखा कि मैं अपना लंड साफ कर रहा था.
डाक्टर हंसने लगा और बोला- सोच तेरी मम्मी इतनी दुधारू माल है कि उसने तेरा माल भी निकाल दिया. इसकी चूत, एक दो चुदाई से शांत नहीं होगी.
असल बात ये थी कि मम्मी को किसी गैर के साथ ऐसे नंगे वहशीपन में चुदते देख वीर्य निकल गया था.
डाक्टर ने एक सीरिंज निकाली और दवा भरी.
फिर उसने मुझे बताया- ये एक कामोत्तेजक दवा है. तुम्हारी मम्मी जो अभी तुम्हारे कारण शर्मा रही हैं. इसे लगवाने के बाद वो रांड की तरह खुल कर चुदवाएगी. हालांकि मैं इसे इस्तेमाल करना नहीं चाहता था. पर जो भी हो, आज इस कुतिया को मैं सारी रात चोदना चाहता हूं.
मैं काफी देर से देख रहा था.
वो मेरी मम्मी के बारे में जितनी ज्यादा गंदी बातें करता, उसका लंड और ज्यादा तनता चला जाता.
डाक्टर नंगा ही मम्मी के पास लौट गया और दवा के लिए उन्हें नंगी हालत में ही अपनी जांघों पर लिटा लिया.
फिर उनके चूतड़ों में इंजेक्शन चुभो दिया.
कुछ देर तक वो मम्मी के चूतड़ों पर थप्पड़ मारता रहा.
मम्मी के पेट पर उसका लंड गड़ रहा था इसलिए मम्मी करवट हो गईं और बैठ गईं.
कुछ देर बाद जब दवा असर करने लगी, मम्मी अपने आप ही अपनी चूचियों को दबाने लगीं.
डॉक्टर ने मम्मी की बगल में हाथ डालकर उनकी चूचियों को पकड़ा और उन्हें अपनी ओर खींच लिया.
जैसे ही मम्मी उससे चिपक गईं, उसने जोर से मुझे गाली दी- बेटा, आज तेरी मां चोद दूंगा. साली रांड अपनी चूची दबा रही है … आ ले, खा ले मेरा लंड बुरचोदी. तेरा बेटा साला मादरचोद अपनी मां चुदवा रहा है, तेरी नंगी गोरी चिट्ठी गदराई मम्मी … मेरे जैसे मर्द की गुलाम है. इसे मैं अपनी बीवी बनाऊंगा.
वो मम्मी को और मुझे गालियां दे रहा था.
मम्मी उसका लंड चूसने लगीं.
मैंने भी अपने पूरे कपड़े उतार दिए और मुठ मारने लगा.
उधर डाक्टर से नंगी मम्मी इस तरह लिपट कर उसके गंदे काले शरीर को ऐसे चाट रही थीं जैसे बरसों बाद उन्हें कोई मर्द मिला है.
उसने मम्मी को खड़ा किया और मेरी ओर घुमाकर खड़े खड़े माँ की गांड मारने लगा.
थप थप की आवाज आने लगी.
मेरी मम्मी पागलों की तरह चिल्लाने लगीं.
उसने मम्मी को पूरा जकड़ लिया और उनके मुँह को अपने हाथ से बंद कर उनके चूतड़ों पर धक्का मारता रहा.
मेरी हॉट माँ की गांड से खून निकल आया पर उन्हें दवा के प्रभाव से दर्द नहीं हो रहा था.
इसी बीच वो मम्मी की चूत को भी एक हाथ से रगड़ रहा था और मम्मी की चूत भी रिसने लगी थी.
वो अब आगे आ गया और खड़े खड़े उनकी चूत आगे से चोदने लगा.
मम्मी के होंठों को अपने होंठों से बंद कर दिया और इतनी जोर जोर से धक्के मारने लगा जैसे मम्मी की चूत फाड़ डालेगा.
अचानक से मम्मी की चूत बहने लगी और डाक्टर की पकड़ भी ढीली होने लगी.
डाक्टर का वीर्य मम्मी की चूत में निकल गया.
फिर वो दोनों नंगे बिस्तर पर गिर पड़े.
कुछ देर बाद मम्मी फिर से उसका लंड सहलाने लगीं तो उसने मम्मी को बेड पर बिठाया और अपना लंड उनके मुँह में दे दिया.
डॉक्टर मेरी मम्मी का सर पकड़ कर उनका मुँह चोदने लगा और गालियां देते हुए बोला- सही से चूस मादरचोद … तेरा बेटा चाहता है कि मैं उसकी मां चोदूं. तेरा बेटा चाहता है तेरी नंगी चूचियां मैं दबाऊं. तुझे नंगा करके रात भर चोदूं. तू वो गर्म भैंस है, जो भैंसे के साथ बांध दी जाती है. मैं आज तेरा भैसा हूं, मेरी दुधारू भैंस … साली ले लौड़ा चूस.
उसने लंड मुँह से निकाला और मम्मी की चूचियां पीने लगा.
वो बोला- इन्ही चूचियों ने तुझे मुझसे चुदवा दिया. तेरे बेटे ने भी इन्हीं चूचियों को पिया है. आज इन आमों को चूस चूस कर खाऊंगा.
और वो मम्मी के निप्पलों के ऊपर दांत से काटने लगा.
मम्मी की चूचियों पर अगले दस मिनट में जगह जगह दांत गड़ाये जाने के निशान बन गए थे.
मम्मी दवा के नशे में थीं.
वो उसे अपने निप्पल पिला रही थीं.
उसने मम्मी को घोड़ी बनाया और उनके आमों को भींचते हुए चोदना शुरू कर दिया.
मम्मी धक्के खाती रहीं और कई पोजीशनों में उसने मम्मी को चोदा.
मम्मी को किनारे खड़ी करके, उनकी टांगें उठा कर, उन्हें लिफ्ट करके खूब चोदा.
इस तरह मम्मी को चुदती देख मेरा चौथी बार वीर्य निकल गया था.
फिर मैं सो गया.
सुबह के चार बजे नींद खुली तो मैंने देखा कि मम्मी औंधी बिस्तर पर पड़ी थीं और डाक्टर उनके ऊपर चूचियों को धीरे धीरे दबाते हुए लंड अन्दर बाहर कर रहा था.
मम्मी की चूत काफी खुल गई थी इसलिए आराम से उसका लंड अन्दर बाहर हो रहा था.
अचानक से वो मम्मी के दूध को मसलते हुए उनके होंठों को चूसने लगा.
मैंने देखा मम्मी की चूत से उसका वीर्य बहने लगा और वो मम्मी की छातियों पर अपना सर रखकर सो गया.
फिर उन दोनों को सोता देख, मैं भी सो गया.
ये हॉट माँ की गांड चुदाई की कहानी थी.
आपको कैसी लगी, प्लीज़ मुझे मेल करें.
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