खेल खेल में दोस्त बनकर चुद गयी भाभी- 2
(Hot Bhabhi Xxx Kahani)
हॉट भाभी Xxx कहानी ऑनलाइन मिली भाभी की चुदाई की है। मैं एक बार उन्हें चोद चुका था मगर भाभी की चूत में खुजली मची तो उन्होंने मुझे मिलने के लिए कहा. इस बार मैंने भाभी की गांड मारी.
दोस्तो, मैं नीरज सिंह एक बार फिर से आप सबके लिए हाजिर हूं।
मैं आपको मेरी इससे पहले प्रकाशित हॉट भाभी Xxx कहानी
खेल खेल में दोस्त बनकर चुद गयी भाभी
में रजनी भाभी के बारे में बता चुका हूं कि कैसे मैंने भाभी की चुदाई की।
जो पाठक नए हैं उनके लिए हल्का सा परिचय दे दूं कि मेरी मुलाकात ऑनलाइन एक भाभी से हुई थी।
उसका नाम रजनी गुप्ता था और वो लंड की प्यासी थी।
हम दोनों पहली बार होटल में मिले थे और मैंने उसकी चूत मारने की शुरुआत वहीं से की थी।
अब मैं आपको भाभी की पहली चुदाई से आगे की हॉट भाभी Xxx कहानी बता रहा हूं।
तो दोस्तो, एक बार मैं रजनी भाभी को होटल में ले जाकर पेल चुका था।
वो भी मस्ती में चुदी और इस तरह से हमारा चुदाई का प्रोग्राम वहां से सेट हो गया।
लगभग दो महीने के बाद मेरा फिर से मन किया मैं भाभी की चुदाई करूं।
अबकी बार मैं हर एंगल से उसकी चूत मारना चाहता था। चूत ही नहीं, मैं भाभी की गांड चुदाई का मजा भी लेना चाहता था।
इससे पहले कि मैं उसको मिलने के लिए बुलाता उसी का कॉल मेरे पास आ गया।
मैं तो उसकी कॉल देखते ही खुश हो गया। मैं समझ तो गया था कि जरूर इसकी चूत में फिर से खुजली उठी है।
मगर उसने मुझे सीधे तौर पर चुदाई की बात नहीं की।
अब मैंने ही पहल की और भाभी से मिलने की इच्छा जताई।
मैं उसकी चुदाई का मौका हाथ से नहीं जाने देना चाहता था।
भाभी ने मुझे बोला कि उनको थोड़ी कमजोरी महसूस हो रही है।
मैं तुरंत भाभी से बोला- आप फिक्र न करो, मैं आपको आज एनर्जी ड्रिंक पिलाकर सेक्स करूँगा।
उन्होंने बोला- ठीक है, जैसा आपको सही लगे।
फिर हम दोनों के मिलने की योजना निश्चित हो गयी।
दोपहर 2 बजे वो मेरे पास आई।
मैं तो भाभी को देखता ही रह गया।
उनका रंग आज कुछ ज्यादा ही निखरा हुआ लग रहा था।
शायद मेरे लंड से चुदाई करवाने का असर था।
उन्होंने रेड और ब्लैक पहना था। जिसमें रेड सूट था और ब्लैक पजामी। भाभी का प्लाजो सच में आग लगा रहा था।
उनका फिगर देखकर कोई भी उनको चोदने के लिए तड़प उठे।
मैं उनको होटल के कमरे में ले गया।
मैंने उनको बैठने को कहा।
अब वो मुझसे और मैं उनसे पहले से ज्यादा खुल चुके थे। इस बार हम जल्दी ही खुलने लगे थे।
वो बोली- मेरे बाल खोल दो।
मैंने उनके कहने पर उनके बाल खोल दिए।
उनके खुले बाल उसके गोरे चेहरे पर ऐसे लग रहे थे जैसे काले बादलों के बीच चांद निकल आया हो।
वो बोली- ऐसे क्या देख रहे हो?
मैंने कहा- आप तो पहले से भी ज्यादा खूबसूरत लग रही हो आज!
अपनी तारीफ सुनकर वो मुस्करा दी।
फिर बोली- और मेरी कमजोरी का क्या?
मैं बोला- उसका इलाज भी मैं आपके लिए लाया हूं। ये एनर्जी ड्रिंक है। इसे पी लोगी तो घोड़ी की तरह दौड़ने लगोगी।
वो बोली- घोड़ी ही बनाओगे क्या?
मैं बोला- भाभी … मैं तो आपको घोड़ी क्या … पता नहीं क्या क्या बनाकर चोदना चाहता हूं। आप हो ही इतनी सेक्सी!
इस पर वो जोर जोर से हंसने लगी।
मैं बोला- ठीक है, अब आप ये पी लो और मैं आपको बॉडी मसाज दे देता हूं।
उसने वो ड्रिंक पी लिया और फिर लेट गई।
मैंने बोला- ये ड्रेस खराब हो जाएगी। इसे उतार लो भाभी!
वो बोली- ओह्ह … मुझे तो ध्यान ही नहीं रहा।
भाभी अपने कपड़े उतारने लगी।
उन्होंने सूट उतारा और फिर अपनी ब्रा को भी खोलकर साइड में रख दिया।
उनके काले बालों के नीचे ढकी उनकी गोरी नंगी कमर और बगल से दिखते उनकी चूचियों के उभार देखकर मेरा लंड टनटना गया।
फिर वो लेट गई।
मैंने उनकी गोरी पीठ पर तेल लगाकर मसाज देनी शुरू की।
मैं बहुत ही कामुक अंदाज में उनकी पीठ पर हाथ फिरा रहा था और धीरे धीरे हाथ उनकी चूचियों तक ले जाता था।
उनकी चूचियों को मैं दबाने की कोशिश कर रहा था लेकिन वो उनकी छाती के नीचे दबी हुई थीं।
धीरे धीरे मेरे हाथ उनकी चूचियों के नीचे तक जाने लगे।
अब धीरे धीरे उनके मुंह से सिसकारियां निकलना शुरू हो गईं।
मेरे हाथ उनकी चूचियों पर पूरे जाकर उनको दबाने लगे।
फिर मैंने उनको नीचे की पजामी निकालने के लिए कहा।
उनने फटाक से पजामी निकाली और पैंटी में लेट गई।
अब मैं उनकी जांघों और गांड पर मसाज देने लगा।
मेरे हाथ उनकी पैंटी में जाकर उनकी चूत के होंठों को छूकर आने लगे।
मैंने पैंटी को दोनों साइड से उनकी गांड की दरार की ओर सरका दिया।
भाभी के चूतड़ अब आधे नंगे हो गए थे। उनके चूतड़ों पर लगे तेल के कारण वो काफी चमकने लगे थे जैसे ब्लू फिल्मों में पोर्न स्टार की गांड चमकती रहती है।
मैं उनके चूतड़ों को भींचते हुए उनकी गांड के छेद तक उंगली ले जाने लगा।
उनने अपनी जांघों को थोड़ा और फैला दिया ताकि मेरी उंगलियां आराम से उनकी चूत के अंदर तक चली जाएं।
मेरे लंड का बुरा हाल था और वो मेरी पैंट पर धब्बा बना चुका था।
मैंने भाभी की चूत में उंगली डाल दी और धीरे धीरे अपनी तेल से लबालब उंगली उनकी चूत में अंदर बाहर सरकाने लगा।
उनके मुंह से निकलने लगा- आह्ह … नीरज … आह्ह … अम्म … मस्त हो रही हूं मैं … तुम तो सच में बहुत मजा देने वाले बंदे हो … आह्ह … हाय … उफ्फ … कितना मजा आ रहा है चूत में … आह्ह तुम्हारी सख्त उंगली मेरी चूत को गीली करने लगी है।
फिर मैंने भाभी को पैंटी निकालने के लिए कहा।
उनने पैंटी भी निकाल दी।
अब वो पूरी नंगी हो गई थी।
मैंने भी मिनट भर में अपने कपड़े उतार फेंके और मैं भी पूरा नंगा हो गया।
दोबारा से मैंने उनकी पीठ से लेकर चूत तक मसाज देनी शुरू की तो वो दो मिनट के बाद ही पलट कर सीधी हो गई।
उनकी चूचियां पूरी तन गई थीं और चूत भी गीली हो गई थी।
वो बोली- मेरी चूचियों और चूत पर भी मसाज दे दो।
मैंने उंगलियों पर तेल लिया और भाभी की चूचियों पर मसाज देने लगा।
वो जोर जोर से सिसकारने लगी और मेरी गर्दन पकड़ कर मेरा मुंह अपनी चूचियों पर लगवा लिया।
मैं भाभी की चूचियों को पीने लगा।
एक हाथ मैं नीचे की तरफ ले जाकर उनकी चूत को सहलाने लगा।
भाभी जोर जोर से सिसकारने लगी थी।
उनकी चूत अब खुद ही ऊपर उठने लगी थी और वो मेरी उंगलियों से चुदने की कोशिश कर रही थी।
करते करते वो बहुत गर्म हो गयी और उनने मुझे एकदम से नीचे पटक लिया और मेरे लंड को मुंह में लेकर चूसने लगी।
मेरा लंड पूरा प्रीकम में सना हुआ था।
वो मस्ती में मेरे लंड के नमकीन पानी को चाटते हुए उनको चूसने का मजा लेने लगी।
दो मिनट के बाद मुझे लगा कि अगर ये ऐसे ही चूसती रही तो मैं खल्लास हो जाऊंगा, इसलिए मैंने उनको नीचे पटक लिया और पेट के बल लिटा लिया।
मैं भाभी की चूत पर लंड लगाकर घिसने लगा।
वो चुदने के लिए तड़प उठी और बोली- आह्ह … नीरज … चोद दो अब … आह्ह … और नहीं रुका जा रहा।
फिर मैंने उनके सिर को उठाकर उनके होंठों को चूसना शुरू कर दिया।
वो मेरे लंड को हाथ में पकड़ कर मुठ मारने लगी।
मैंने उनकी चूत में तेजी से उंगली की और वो फिर से चुदाई के लिए मिन्नतें करने लगी।
मैं बोला- भाभी, मैं आपकी गांड चुदाई करना चाहता हूं।
वो बोली- तुम्हें जो करना है कर लो लेकिन मुझे चोद दो अब … मैं नहीं बर्दाश्त कर पा रही हूं इस चूत की आग को!
मेरे पास ये अच्छा मौका था, मैंने सोचा कि भाभी की चूत और गांड दोनों का मजा एकसाथ लेने का मौका है।
मैंने उनकी चूत पर लंड टिकाया और अंदर पेलकर उनको चोदने लगा।
फिर जब उनको चुदते हुए दो चार मिनट हो गए तो मैंने उनको पलट लिया और लंड पर ढेर सारा तेल लगाकर उनकी गांड में लंड को धकेलने लगा।
वो चीखने लगी और मुझे हटाने की कोशिश करने लगी।
मगर मैं नहीं हटा और धीरे धीरे मैंने भाभी की गांड में लंड को घुसा ही दिया।
फिर थोड़ा रुककर मैं उनकी गांड में लंड को धकेलने लगा और भाभी की गांड चुदाई शुरू हो गई।
अब मैं बारी बारी से भाभी की चूत और गांड मारने लगा।
वो भी थोड़़ी देर में दोनों ही छेदों की चुदाई का मजा लेने लगी।
मैंने भाभी को घोड़ी बना लिया और बारी बारी से उनके दोनों छेदों को चोदने लगा।
हम दोनों की सिसकारियों से पूरा माहौल और ज्यादा गर्म हो गया था। हम दोनों चुदाई में मस्त हो गये थे।
बीच बीच में मैं भाभी की गांड पर थप्पड़ भी मार रहा था।
उनकी गांड पूरी लाल हो गई थी और भाभी की गांड का छेद अब फैला हुआ सा दिखने लगा था।
उनकी चूत इतना रस छोड़ रही थी कि मेरा पूरा लंड गीला हो गया था।
मेरे लंड पर बहुत ज्यादा चिकनाई हो गई थी और इसी वजह से लंड अब उनकी गांड में भी गपागप अंदर बाहर हो रहा था।
इस तरह से चोदते हुए मुझे काफी देर हो गयी.
मेरा माल निकलने को हुआ तो मैंने भाभी को बताया।
वो बोली- अंदर नहीं निकालना है, मैं तुम्हारे माल को टेस्ट करना चाहती हूं।
मैंने उनकी चूत से लंड निकाला तो उनने तुरंत पलटकर उसको हाथ में ले लिया।
अब वो प्यासी रांड की तरह मेरे लौड़े को मुंह में लेकर चूसने लगी।
मेरा माल निकलने ही वाला था कि उनने मुंह से लंड निकाल दिया और इतने में ही लंड से वीर्य की पिचकारी छूट पड़ी।
पहले की दो पिचकारियां बहुत दूर तक गईं जिसको देखकर भाभी बहुत खुश हुई।
वो बोली- आह्ह … मुझे ये वीर्य की होली बहुत पसंद है।
फिर मेरे लंड से ढेर सारा वीर्य निकल कर भाभी के हाथ पर फैल गया।
उनने उसको तौलिया से साफ कर दिया और बोली- अगली बार मैं तुम्हारे वीर्य का स्वाद जरूर लूंगी।
फिर हम दोनों बाथरूम में साफ होने के लिए गए।
वहां भाभी मूतने लगी तो मैंने भाभी की चूत के आगे अपनी हथेली कर दी।
मैं भाभी की चूत से निकले मूत को वापस उन्हीं की चूत पर फेंकने लगा।
उनकी चूत पर गर्म-गर्म मूत लग रहा था और उनको बहुत मजा आ रहा था।
मुझे भी भाभी के गर्म गर्म मूत में हाथ सेंकते हुए बहुत मजा आ रहा था।
उसके बाद हम दोनों साथ में नहाए।
मैंने नहाते हुए भाभी की चूचियों को खूब दबा दबाकर निचोड़ा और उनकी चूत में साबुन लगाकर उंगली भी की।
बाथरूम में एक बार फिर से मूड बन गया और मैंने भाभी को टॉयलेट सीट पर बैठाकर उनकी चूत को चूसा।
एक बार फिर से भाभी की चूत से रस की धार बही और मैं वो सारा अमृत चाट गया।
उसके बाद हम दोनों नहाकर बाहर आ गए।
बाहर आने के बाद हम दोनों कुछ देर नंगे पड़े रहे और फिर अपने अपने कपड़े पहन लिए; फिर खा-पीकर वहां से वापस आ गए।
मुझे भाभी की गांड और चूत मारकर बहुत मजा आया।
ये सब होने के बाद भाभी मेरे लंड की दीवानी हो गई।
वो कहने लगी- मुझे तुम्हारे साथ बहुत ज्यादा मजा आता है। इतना मजा मेरी चूत को किसी के लंड ने नहीं दिया।
मैं बोला- हां भाभी, मुझे भी आपके साथ बहुत मजा आता है। आप खुलकर सेक्स का मजा लेती हो।
फिर हम दोनों ने जल्द ही फिर से मिलने के प्लान किया।
उसकी कहानी भी आपको बताऊंगा कि भाभी के साथ और क्या क्या हुआ।
दोस्तो, आपको हॉट भाभी Xxx कहानी कैसी लगी मुझे जरूर बताना। मुझे आप सबकी प्रतिक्रियाओं इंतजार रहेगा। मुझे ईमेल में अपने मैसेज लिखें और कहानी पर कमेंट करना न भूलें।
मेरा ईमेल आईडी है- [email protected]
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