चूत एक पहेली -75
(Chut Ek Paheli- Part 75)
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अब तक आपने पढ़ा..
एनी बहुत होशियारी कर रही थी.. उसने लौड़े को होंठों में कस कर दबा लिया और अर्जुन को इशारे से मुँह चोदने को कहा।
अर्जुन भी कहाँ पीछे रहने वाला था.. वो एनी का सर पकड़ कर ‘दे दनादन’ शॉट लगाने लग गया।करीब दस मिनट तक वो एनी का मुँह चोदता रहा।
एनी का मुँह लौड़ा चूसते हुए दुखने लग गया.. तो उसने लौड़ा मुँह से निकाल दिया और लंबी सांस लेने लग गई।अर्जुन- अबे यार.. निकाल क्यों दिया.. मज़ा आ रहा था.. चल वापस ले.. चूस..
एनी- वेट.. तुम सच में बहुत पावर वाले हो.. कोई दूसरा होता तो इतनी देर में कब का पानी निकल जाता।
अर्जुन- अभी तूने पावर देखा कहाँ है.. चल लेट जा.. तेरी चूत को चाट कर तुझे मज़ा देता हूँ।
एनी ने अपनी दूसरी चाल चली.. उसने चूत चटवाने से मना कर दिया।
अब आगे..
क्योंकि उसको पता था चूत चटवाने से उसकी उत्तेजना बढ़ जाएगी और वो जल्दी झड़ जाएगी.. तो उसने कहा- अब बस सीधे लौड़ा ही अन्दर घुसा दो।
अर्जुन- अच्छा तो मेरी रानी को बड़ी जल्दी लगी है चुदने की.. ले अभी तेरी चूत का भुर्ता बनाता हूँ।
इतना कहकर अर्जुन ने एनी के पैर पकड़े और पूरे मोड़ कर उसके सर की तरफ करके कमर को हवा में ऊपर उठा लिया और अपने सुपारे को चूत पर टिका कर ज़ोर से झटका मारा.. पूरा लौड़ा दनदनाता हुआ चूत में समा गया।
एनी को लगा उसकी बच्चेदानी पर ज़ोर की चोट लगी है.. इतना बड़ा लौड़ा एक झटके से अन्दर गया.. तो उसकी जान निकल गई.. वो बहुत ज़ोर से चिल्लाई- आआह्ह.. एयायाह.. वेट आह्ह.. यू डॉग.. आह्ह.. रास्कल.. मदर फकर निकालो बाहर.. आह्ह…. साले फाड़ दी..
एनी की हालत देख कर सन्नी को बड़ा सुकून मिला.. जैसा अर्जुन ने कहा था ठीक वैसा करके दिखा दिया।
अर्जुन- साली कुतिया.. मुझे डॉग बोलती है.. ले तेरी माँ की चूत.. ले उहह उहह..
अर्जुन बड़ी बेदर्दी से एनी को चोद रहा था। एक तो उसकी कमर हवा में थी.. और ऊपर से अर्जुन खड़ा-खड़ा ही उसकी चुदाई कर रहा था.. पूरा लौड़ा टोपे तक बाहर निकालता.. फिर दोबारा स्पीड से पूरा जड़ तक घुसा देता था।
एनी- सन्नी आह्ह.. प्लीज़.. हेल्प.. दिस गाई इज मैड.. आह्ह.. अऔउच आह्ह.. मार दिया..
सन्नी- अरे अर्जुन सीधी लिटा कर चोद ले.. नहीं तो ये बहाना करेगी कि मुझे तकलीफ़ देकर चोदा.. ऐसा.. वैसा..
सन्नी की बात सुनकर अर्जुन ने लौड़ा चूत से निकाल दिया और बिजली की तेज़ी से एनी के पैर सीधे किए.. खुद उस पर सवार हुआ और फिर से उसकी चूत में लौड़ा ठोक दिया।
वो समझ ही नहीं पाई कि अचानक ये क्या हो गया।
एनी- अरे यू क्रेजी.. ऐसे कोई करता है क्या.. आह्ह.. मेरी कमर में बहुत दर्द हो गया है.. आह्ह.. आह्ह..
अर्जुन- मैंने ये स्टाइल इंग्लिश मूवी में देखा है.. अब देसी लड़की तो इतनी मुड़ती नहीं.. और तुम तो फिरंगिन हो.. तुम्हारा जिस्म तो लचीला होता है.. इसलिए मैंने मोड़ दिया.. अब गुस्सा ना हो.. चुदाई का मज़ा ले..
अर्जुन ‘दे दनादन’ एनी की ठुकाई कर रहा था और वो बस सिसकारियाँ ले रही थी।
करीब 20 मिनट बाद एनी की चूत लावा उगलने को तैयार हो गई- आय्य्ह आय्य्ह.. फक मी.. आह्ह.. आह्ह.. फक मी फास्ट.. आह्ह.. आई एम कमिंग.. आह्ह.. फास्ट यू डॉग.. आह्ह.. यायहह..
अर्जुन चुदाई के साथ एनी के मम्मों को भी चूस रहा था। अब एनी की बातों से उसका जोश और बढ़ गया, वो और स्पीड से कमर को हिलाने लगा और ‘खचाखच’ चूत की धुनाई करने लगा।
एनी भी गाण्ड को हिला-हिला कर झड़ने लगी, उसका कामरस अर्जुन के लौड़े से छुआ.. तो अर्जुन को बहुत मज़ा आया.. वो तो बस झटके पर झटके दिए जा रहा था।
अर्जुन- मेरी जान.. ऐसे ही ठंडा करोगी क्या.. अब मुझे कुत्ता बोल ही दिया.. तो तुम भी कुतिया बन जाओ.. फिर देखो मैं कुत्ता हूँ या घोड़ा..
अर्जुन की बात सुनकर सन्नी को हँसी आ गई, उन दोनों की चुदाई देख कर उसका लौड़ा भी ‘टन.. टन..’ करने लगा था, वो बस उसको धीरे-धीरे सहला रहा था।
एनी- तुम लण्ड को बाहर निकालोगे.. तब ही तो मैं डोगी पोज़ में आऊँगी ना..
अर्जुन ने ‘फक’ से लौड़ा बाहर निकाल लिया, एनी का योनि रस उस पर लगा हुआ था.. वो एकदम कांच सा चमक रहा था।
एनी जब बैठने लगी.. तो अर्जुन उसके पेट पर बैठ गया.. और लौड़ा उसके मुँह में घुसा दिया।
अर्जुन- ले साली.. आज तक तूने लौड़ों का रस ही पिया है.. आज तू अपनी चूत का रस भी चख ले।
एनी के मुँह में लौड़ा ठूंस दिया.. अब वो मरती क्या ना करती.. उसको तो लौड़ा चूसना ही था.. वैसे भी उसको तो वीर्य पीना बहुत अच्छा लगता था।
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थोड़ी देर उसको लौड़ा चुसवा कर अर्जुन ने वापस बाहर निकाल लिया और एनी को घोड़ी बना कर फिर से उसकी चुदाई शुरू कर दी।
सन्नी का लौड़ा अब बहुत टाइट हो गया था.. अधिक देर तक सहना उसके बर्दाश्त के बाहर हो गया तो उसने पैन्ट निकाल दी और बिस्तर पर आकर टेक लगा कर बैठ गया।
सन्नी- एनी तुम दोनों की चुदाई देख कर मेरा लण्ड भी जोश में आ गया। अब इसको चूस कर थोड़ा आराम दे दे।
एनी- आह्ह.. आह्ह.. फक मी.. आह्ह.. याह.. यां सन्नी.. आह्ह.. थोड़ा पास आओ न.. आह्ह!
सन्नी थोड़ा आगे को सरक गया.. तो एनी उसका लण्ड चूसने लगी।
इधर अर्जुन तो बिना लगाम के घोड़े की तरह बस भागता ही जा रहा था।
दस मिनट और गुजर गए होंगे कि एनी की उत्तेजना फिर चरम पर पहुँच गई, उसने सन्नी का लौड़ा मुँह से निकाल दिया और ज़ोर-ज़ोर से ‘आहें..’ भरने लगी।
एनी- आह्ह.. आह्ह.. फक मी हार्ड.. आह्ह.. डाल दो अपना लॉन्ग लण्ड.. आह्ह.. मेरी चूत को फाड़ दो.. आह्ह.. फास्ट आह्ह.. फक मी आह्ह..
अर्जुन ने एनी की कमर को पकड़ लिया और तेज़ी से झटके देने लगा।
इधर सन्नी भी बेताब था.. उसने एनी का सर पकड़ा और लौड़ा उसके मुँह में ठूंस दिया। वो बेचारी क्या करती.. एक तो उसकी चूत का लावा फूट पड़ा था.. ऊपर से अर्जुन उसकी गाण्ड पर चमाट लगा रहा था।
अर्जुन- झड़ ले रानी.. आज जितना पानी तेरी चूत में है.. सारा निकाल दूँगा।
सन्नी- चूस.. आह्ह.. एनी.. तेरा मुँह ऐसा मज़ा देता है.. जैसे कच्ची चूत हो.. आह्ह.. फास्ट आह्ह.. अर्जुन.. रुक ना यार.. तू थोड़ा सबर कर.. मेरा निकलने वाला है.. आह्ह.. तू धक्के मत मार.. आह्ह.. चूस एनी आह्ह.. चूस..
अर्जुन ने धक्के बन्द कर दिए और एनी की गाण्ड को सहलाने लगा। उसके गुलाबी छेद में उंगली घुसड़ेने लगा।
एनी का हाल से बेहाल हो रहा था.. चूत में लौड़ा और अब गाण्ड में उंगली.. सामने से सन्नी ने मुँह में लौड़ा ठूँसा हुआ था।
वो स्पीड से सन्नी के लौड़े को चूस रही थी.. साथ साथ सन्नी भी उसके मुँह में धक्के लगा रहा था।
थोड़ी देर बाद सन्नी ने एनी के मुँह में वीर्य की धार मारनी शुरू कर दी।
सन्नी का पूरा रस एनी गटक गई। इधर सन्नी ने लौड़ा मुँह से बाहर निकाला और उधर अर्जुन ने लौड़ा चूत से बाहर निकाल कर गाण्ड के छेद पर टिका दिया और सुपारे से गाण्ड की मालिश करने लगा।
अर्जुन- आह्ह.. तेरी चूत का मज़ा तो ले लिया.. अब तेरी गुलाबी गाण्ड को भी मेरे लौड़े के दीदार करवा ही देता हूँ.. साला वैसे भी ये गाण्ड का बड़ा आशिक है।
एनी- ओह्ह नो नो.. प्लीज़ मेरी गाण्ड में मत डालना वेट..
एनी आगे कुछ बोलती.. तब तक अर्जुन ने एक ज़ोर का शॉट लगा दिया.. उसका मूसल लण्ड एनी की गाण्ड की दीवारों को फैलाता हुआ जड़ तक अन्दर घुस गया।
एनी- आआह्ह.. आअहह.. आआआह्ह.. आह्ह.. यू डंकी.. आह्ह.. मेरी गाण्ड फट गई.. आह्ह.. निकालो बाहर.. आह्ह.. प्लीज़ सन्नी हेल्प आह्ह..।
सन्नी- अरे तुमने तो कहा था कोई असली मर्द आज तक नहीं मिला.. अब आज मिला है.. तो तुम्हारी गाण्ड फट रही है। तुमने तो बहुत बार गाण्ड मरवाई है.. फिर चिल्ला क्यों रही है.. चोद अर्जुन और चोद.. आज इसको दिखा दे देसी बॉय की ताक़त क्या होती है।
अर्जुन- उहह.. उहह.. साली छिनाल.. ऐसे चिल्ला रही है.. जैसे पहली बार गाण्ड मरवा रही हो.. ले आह आह्ह..
अर्जुन तो हावड़ा मेल की रफ़्तार से शुरू हो गया। उसने एनी की गाण्ड को बुरी तरह चोदना शुरू कर दिया। पूरे कमरे में एनी की ‘आहें’ और ‘पक्क.. फक्क.. फ्च्छ.. फ्छ..’ की मिली-जुली आवाजें आने लगीं- आह्ह.. आह.. फक मी हार्ड.. आह्ह.. यू आर ए रियली स्ट्रॉंग मैन.. आह्ह.. फक मी आह्ह..
थोड़ी देर बाद अर्जुन के लौड़े की नसें फूलने लगीं.. जवालामुखी फटने को तैयार हो गया था- आह आह्ह.. मेरा निकलने वाला है आह्ह.. बोल साली.. गाण्ड में ही निकालूँ.. आह्ह.. या तू मेरा गाढ़ा वीर्य पीना चाहेगी।
एनी- नो नो.. वेट आई वांट टेस्ट योर जूस.. आह्ह..
अर्जुन ने लौड़ा गाण्ड से बाहर निकाल लिया, एनी स्पीड से सीधी हुई और लौड़े को मुँह में लेकर चूसने लगी।
तभी अर्जुन के लौड़े ने एक.. दो.. तीन.. ना जाने कितनी पिचकारी एनी के मुँह में मार दीं, उसका पूरा मुँह वीर्य से भर गया।
अर्जुन झड़ने के बाद भी एनी का सर पकड़ कर झटके दिए जा रहा था।
एनी ने सारा माल गटक लिया और होंठों को दबा कर अर्जुन के लौड़े से एक-एक बूँद निचोड़ डाली।
अंत में अपनी जीभ से लौड़े को चाट-चाट कर अच्छी तरह से साफ कर दिया।
अर्जुन बिस्तर पर एक तरफ़ लेट गया और ‘आहें..’ भरने लगा।
अब आप जल्दी से मुझे अपनी प्यारी सी ईमेल लिखकर मुझे बताओ कि आपको मेरी कहानी कैसी लग रही है।
कहानी जारी है।
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