ठरकी डॉक्टर को मिली सिमरन की गांड
(Ass Lick BDSM Kahani)
ऐस लिक BDSM कहानी में मैं अपनी दोस्त के साथ अस्पताल गई तो वहां एक डॉक्टर ने मेरी गांड पर हाथ फेर दिया। मैंने उसको कैसे सबक सिखाया?
दोस्तो, मैं सिमरन एक और कहानी लेकर आई हूं।
आज जो मैं कहानी बताने जा रही हूं, इस ऐस लिक BDSM कहानी पढ़कर आप कई बार मुठ मार लेंगे।
वैसे हम कई बार छुपे रहें तो बहुत ही कामुक चीजों का पता लगा सकते हैं, तो अब मैं आज इसी से जुड़ी कहानी शुरू करती हूं।
पिछले महीने ही मैं एक लोकल अस्पताल में अपनी फ्रेंड का चेकअप करवाने साथ में गई थी।
वो अभी बीमारी से उठी थी।
इस दौरान हमने अपने पुराने किस्से भी याद किए।
अस्पताल जाकर मैंने सोचा कि मैं भी अपना रेगुलर चेकअप करवा लेती हूं और फिटनेस चेक कर लेती हूं।
मैंने वहां की हेड नर्स से पूछा तो उसने मुझे इस तरह की मेडिकल प्रोसेस के डॉक्टर इन-चार्ज के बारे में बताया।
उसने मेरे लिए एक नोट बना दिया और वहीं डेस्क पर इंतजार करने के लिए कहा।
मैं वहीं खड़ी होकर यहां वहां देखते हुए इंतजार कर रही थी कि एक हथेली आहिस्ता से मेरी गांड पर आ रुकी, जिसने मेरी गांड को एक बार हल्के से सहला दिया।
मैंने धीरे से मुड़कर देखा और कहा- ये क्या कर रहे हो आप?
एक डॉक्टर बोला- ओह सॉरी मैडम, मैंने सोचा कि मैं किसी स्पॉन्ज को दबा रहा हूं जो मैंने नर्स से लाने के लिए कहा था।
वो इतने बेबाक तरीके से कह रहा था जैसे कुछ हुआ ही न हो, जबकि उसे पता था कि वो झूठ बोल रहा है।
मैंने कुछ नहीं कहा और नर्स का इंतजार करने लगी।
कुछ मिनट बाद नर्स आई और उसने मुझे डॉक्टर गिरीश के केबिन के बाहर इंतजार करने को कहा।
मैंने बताई जगह पर जाकर 10 मिनट इंतजार किया।
तब मैंने केबिन के अंदर जाने का सोचा क्योंकि मैं टेस्ट करवाने आई थी।
केबिन में उस वक्त कोई नहीं था।
जब मैं मुड़ी तो पाया कि मेरी ड्रेस के अंदर मेरी ब्रा का हुक खुल गया है और पट्टी का छोर अलग से हटा हुआ दिख रहा है।
वहां पर एक बेड था जिसके बाहर पर्दे लगे थे इसलिए मैंने प्राइवेसी के लिए उसे इस्तेमाल करना चाहा।
मैंने अपना टॉप निकाला और ब्रा को एडजस्ट करने लगी।
तभी मैंने दरवाजा खुलने की आवाज सुनी।
साथ में कोई अंदर भी आ गया था।
पर्दे के पतले कपड़े से मैंने झांक कर देखा तो डॉक्टर अपने डेस्क पर बैठा हुआ था।
उसके सामने एक और लड़की भी खड़ी हुई थी।
डॉक्टर गिरीश- नहीं, अनीशा, मैं इस वक्त तुम्हारी रिक्वेस्ट नहीं मान सकता हूं। एक दूसरा डॉक्टर है जिसको मैंने वो असाइनमेंट करने का वादा किया है।
स्टूडेंट अनीशा- सर प्लीज, मुझे वो असाइनमेंट चाहिए है।
डॉक्टर गिरीश- ठीक है, चलो देखते हैं। उस वार्ड में मेल पेशेंट हैं। और तुम्हें उन सभी पेशेंट्स की खास तरह की समस्याओं के लिए मेडिकल सर्विस देनी है। तो मेरी बॉडी को एक उदाहरण की तरह लो, और एक मेल रिप्रोडक्टिव अंगों की पहचान करो।
वो स्टूडेंट थोड़ी शर्मा गई।
डॉक्टर ने उसके हाथों को पकड़ लिया और उसकी चूत के एरिया के पास छूने लगा।
फिर डॉक्टर ने उसकी गांड पर हाथ रख दिए और उसे दबाने लगा।
अब स्टूडेंट ने अपना सीधा हाथ उस डॉक्टर की जांघों के बीच वाले एरिया पर रख दिया। उसने उसकी पैंट की चेन खोली और हाथ अंदर डाल दिया। डॉक्टर को मजा आने लगा और उसने कामुक अंदाज में इशारा किया।
उसने डॉक्टर के आधे सोए लंड को बाहर निकाल लिया और दूसरे हाथ से उसकी गोटियों को सहलाने लगी।
वो उन अंगों के नाम बताने लगी, उतने में ही डॉक्टर का लंड सख्त होने लगा।
डॉक्टर गिरीश- गुड गर्ल, अब इसे मुंह से मजा दो। जब तक तुम ये करोगी, मैं तुम्हारी गांड को चेक करता हूं। मुझे तुम्हारी टाइट गांड काफी अच्छी लगी।
वो स्टूडेंट फिर 69 पोजीशन में डॉक्टर के साथ डेस्क पर लेट गई।
उसने डॉक्टर के लंड को चूसना शुरू कर दिया और डॉक्टर उसकी जींस निकालने लगा।
उसकी गांड काफी गोरी थी और शेप काफी सुडौल थी।
डॉक्टर ने उसकी गांड को चूमना शुरू कर दिया।
स्टूडेंट अनीशा- गिरीश, शायद तुम मेरी गांड को अपनी जीभ से चेक नहीं करोगे।
डॉक्टर ने उसकी गांड पर थपथपाते हुए कहा- नॉटी गर्ल, मुझे ये पसंद है, अब अपनी सिसकारियों को कंट्रोल करना, उन्हें कम से कम आवाज में रखना।
डॉक्टर की जीभ उस लड़की की गांड में चलने लगी।
उधर वो लड़की डॉक्टर के लंड को मस्त होकर चूस रही थी।
जब भी डॉक्टर उसकी गांड की फांकों को फैलाता या उन पर थपथपाता, लड़की की सिसकारी निकल जाती थी।
कुछ मिनटों के बाद वे डेस्क से नीचे आ गए।
लड़की ने अपनी टांगें उठा लीं और डेस्क के सहारे लग कर लेट गई; डॉक्टर ने उसकी गीली चूत पर अपना थूक लगाया और अपना लंड उसकी चूत में सरका दिया।
डॉक्टर ने लड़की की गांड को पीछे से थामकर उसे धीरे धीरे चोदना शुरू कर दिया।
वो स्टूडेंट भी डॉक्टर से चुदने का मजा लेने लगी।
डॉक्टर ने लड़की की चुदास बढ़ाने के लिए उसकी गांड में भी उंगली से मजा देना शुरू कर दिया।
डॉक्टर गिरीश- तुम्हारी गांड अभी कुछ देर पहले मुझे बाहर मिली एक रंडी के सामने कुछ भी नहीं है। मैं तुम्हें नहीं चोदना चाहता था लेकिन कहीं तो मुझे अपनी सेक्स की प्यास बुझानी ही पड़ेगी।
वो लड़की हैरान होकर घूम गई लेकिन उसने उसकी गर्दन को पकड़ा और उसे और जोर से चोदने लगा।
अब लड़की को अपनी सिसकारियां छुपाने के लिए अपने मुंह पर हाथ रखना पड़ा।
मैंने अब इस ठरकी डॉक्टर को सबक सिखाने का सोच लिया।
वो मेरी मोटी गांड को पाना चाहता था और मैं उसे अपना गुलाम बनाना चाहती थी।
इसलिए मैं धीरे से बाहर निकल आई और उसे जोर से उस लड़की के ऊपर धकेल दिया।
उसका लंड उसकी चूत में जाकर जड़ तक सट गया।
वो लड़की घबरा गई और अपना चेहरा छुपाने की कोशिश करने लगी।
डॉक्टर ने मुझे पीछे धकेलने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा दी और अपना लंड समय रहते निकाल लिया।
अगर वो दो तीन सेकेंड लंड को उस लड़की की चूत में ही रखता तो वहीं पर उसका माल निकल जाता।
लेकिन बाहर निकालते ही उसका माल डेस्क पर निकल गया।
डॉक्टर गिरीश- रंडी, तुम यहां क्या कर रही हो?
इससे पहले कि मैं कुछ कहती, वो स्टूडेंट लड़की वहां से भागने की कोशिश करने लगी।
मैंने उसका हाथ पकड़ लिया और उसे विश्वास दिलाया कि मैं उसके साथ कुछ गलत नहीं करूंगी।
मैंने लड़की से कहा- तुम चिंता मत करो स्वीटी! मैं तुम्हें तुम्हारा असाइनमेंट दिलवाकर रहूंगी। अगर तुम मुझे पहले मिली होती तो मैं तुम्हें बताती कि इस ठरकी से रिक्वेस्ट करने का सही तरीका क्या है।
डॉक्टर गिरीश- मैं तुम्हें इस डेस्क पर बिठाता और इसके साथ खेलता, अगर तुम खेलने देतीं।
वो डेस्क पर से उठने ही वाला था तो मैंने उसके लंड को पकड़ लिया।
ये देखकर वो स्टूडेंट लड़की भी खुश हो गई कि कोई तो है जो इस डॉक्टर को सबक सिखा रहा है।
मैंने उस लड़की से उसकी गांड उस डॉक्टर के मुंह पर रखने के लिए कहा।
एक बार तो वो हिचकी लेकिन फिर उसने मेरे कहने पर वैसा ही किया।
मैं- अब, इसकी गांड की अच्छे से सेवा करो, इसकी तारीफ करो। याद रखो, तुम्हारी गोटियां मेरे हाथों में हैं।
उस ठरकी डॉक्टर ने धीरे से उस लड़की की गांड को चाटना शुरू किया।
वो लड़की भी इसका मजा लेने लगी और उसके होंठों पर गांड को रगड़ने लगी।
कई बार वो उसे हटा भी लेती थी ताकि उसको तड़पा सके।
मैं- बस काफी है स्वीटहार्ट, तुम सीखो कि कैसे अपनी बॉडी से फायदा उठाया जाता है। तुम अब बाहर जाओ और अपने असाइनमेंट की चिंता मत करो।
वो लड़की जैसे ही बाहर गई, मैं उस डॉक्टर के मुंह पर गांड टिकाकर बैठ गई।
मेरी गांड ने उसके पूरे चेहरे को ढक लिया।
मैं- मेरी गांड को किस करो। अभी तक तुम्हारा लंड खड़ा क्यों नहीं हुआ है?
डॉक्टर ने भी उसको चाटना शुरू करने में जरा भी देर नहीं की।
मैंने उसके लंड और गोटियों पर कई बार तमाचा सा मारा।
जल्द ही उसका लंड आधा सा खड़ा हो गया।
वो मेरी गांड में जीभ से चाटते हुए सिसकारियां लेने लगा था।
Ass Lick करवाने में मुझे बहुत मजा आ रहा था.
मैं- क्या तुम अब मेरी गांड को छेड़ने के लिए माफी मांगोगे या फिर मैं ही तुम्हें ऐसा करने पर मजबूर करूं?
उस ठरकी डॉक्टर ने अपनी हथेलियों को मेरी गांड पर चलाना शुरू किया।
इससे वो कहना चाहता था कि मैं ही उसको माफी मांगने के लिए मजबूर करूं।
जाहिर तौर पर उसे ये अंदाजा नहीं था कि मैं ये उससे कैसे करवाने वाली थी।
मैंने अपने चूतड़ों को उसकी नाक पर जोर से दबा दिया और उस पर तब तक बैठी रही जब तक उसने मेरी गांड पर दम घुटने के मारे हाथ मारना शुरू नहीं कर दिया।
लेकिन उसका लंड इस दौरान एकदम से तन गया।
ऐसा लग रहा था जैसे उसको मेरी गांड के नीचे दम घुटवाने में मजा आ रहा हो।
कुछ देर बाद मैं उसका जवाब सुनने के लिए उठी।
लेकिन वो ढीठ अभी भी जवाब नहीं दे रहा था।
मैं- ठीक है, देखते हैं तुम कितनी देर तक अब झेल पाते हो।
एक बार फिर से मैं उसके मुंह पर बैठ गई और उसके लंड और गोटियों को चांटें मारना शुरू कर दिया।
उसने मुझे धकेलने की कोशिश की लेकिन मेरी मोटी गांड उसके चेहरे पर बहुत भारी पड़ रही थी।
कुछ देर बाद उसने अपना अंगूठा ऊपर करके इशारा किया कि वो तैयार है।
फिर मैंने अपनी गांड उसके मुंह से हटा दी।
उसका चेहरा लाल पड़ गया था।
डॉक्टर गिरीश- आई एम सॉरी, तुम्हारी गांड दबाने के लिए मुझे माफ कर दो। लेकिन मैं तुम्हारी इस मस्त गांड को देखकर कैसे रुकता? इसे छुए बिना नहीं रहा जा सकता है।
मैं- तो, तुम्हें मेरी गांड पसंद है ठरकी? तो फिर इसकी सेवा करते रहो!
मैं फिर से उसके मुंह पर बैठ गई और अब उसके तने हुए लंड को झुक कर चूसने लगी।
अब उसने एकदम से मेरी गांड को चाटना शुरू कर दिया जबकि पहले वो केवल उसको किस कर रहा था।
उसके लंड को मस्त तरीके से चूसते हुए मैंने उसको चूत में जाने के लिए पूरी तरह से सख्त कर दिया।
मैं- मैं यहां पूरी बॉडी का टेस्ट करवाने आई थी। तो, अब उसका उल्टा होने वाला है, मैं ही तुम्हारा टेस्ट करती हूं।
मैंने उसके सख्त लंड को अपनी चूत में डलवा लिया और अपनी गांड जोरों से हिलाते हुए उसके लंड पर आगे पीछे होकर चुदने लगी।
वो मेरी चूचियों को भींचना चाहता था लेकिन मैंने उसके हाथ पर चांटा मार दिया और फिर उसके गालों पर भी चांटें मारने लगी।
मैं- मेरे … जैसी … औरत … के साथ … तुम कैसे बिहेव करोगे?
डॉक्टर गिरीश- बहुत इज्जत … के साथ … मैडम …
अब मैं आगे झुक गई और उसके गालों पर अपनी चूचियों को पटकने लगी।
इस दौरान उसने मेरी गांड को दबा दिया ताकि मैं और तेजी से चूत उसके लंड पर चला सकूं।
मैं उसके मुंह पर थूकते हुए- अपने गंदे हाथ मेरे बदन से हटा लो, ठरकी कमीने। तुम्हें बस एक चांस चाहिए था, है ना?
वो डॉक्टर अब थोड़ा ठंडा पड़ने लगा था, उसका शुरू वाला जोश कम होने लगा था।
मैं उठी और एक बार फिर से उसके मुंह पर बैठ गई।
अब मैंने उसके लंड को हाथ से मुठ मारना शुरू किया जो उसके प्री-कम में काफी चिकना हो चुका था।
कुछ सेकेंड के बाद उसके लंड से माल का भारी लोड निकला लेकिन उतना नहीं जितना पहले निकला था।
फिर मैं उसके चेहरे पर से उठ गई और मैंने देखा कि वो जोर से सांसें ले रहा था और इस रफ सेक्स सेशन को सोच मुस्करा रहा था।
मैं डेस्क से नीचे आ गई और अपनी टॉप ड्रेस पहन ली।
वो डॉक्टर अभी भी डेस्क पर ही पड़ा था और मुझे ड्रेस पहनते हुए देख रहा था।
उसी वक्त दरवाजा खुला और एक मेडिकल कम्पाउंडर ने रूम के अंदर झांका।
जब उसने अंदर की हालत देखी तो वो समझ गया कि वो गलत समय पर आ गया है।
मैं- तुम्हारी फुल बॉडी रिपोर्ट जल्द ही मैं अस्पताल में भिजवा दूंगी डॉक्टर!
कहकर मैंने उसको आंख मार दी.
तो दोस्तो, यही थी मेरी नई ऐस लिक BDSM कहानी।
उम्मीद है आपको पसंद आया होगा कि कैसे मैंने उस ठरकी डॉक्टर को सबक सिखाया, जिसको वो कभी नहीं भूलेगा।
अगर आपको इस बी डी एस एम सेशन में मजा आया हो, तो आप मेरे साथ इस तरह की गंदी बातें करना चाहेंगे?
मैं आपको अक्सर हर समय ही ऑनलाइन मिल सकती हूं इसलिए अपनी फैंटेसी मेरे साथ शेयर कर सकते हैं।
मेरे साथ सेक्स की गंदी बातें भी आप खुलकर कर सकते हैं।
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