टीचर की यौन वासना की तृप्ति-9
नम्रता पलंग पर पेटकर बल लेट गयी, टांगें फैला कर दोनों हाथों से कूल्हे को पकड़ कर फैला कर बोली- शरद आ जाओ, मैंने गांड खोल दी है.. इसकी खुजली मिटाओ.
नम्रता पलंग पर पेटकर बल लेट गयी, टांगें फैला कर दोनों हाथों से कूल्हे को पकड़ कर फैला कर बोली- शरद आ जाओ, मैंने गांड खोल दी है.. इसकी खुजली मिटाओ.
मेरे पास लण्ड अब भी था पर मैं मन से और लिबास से औरत थी और अपने दोनों पतियों के साथ प्यार से रहती थी। तभी होली आयी तो हमने वो त्यौहार कैसे मनाया?
पड़ोसन की बेटी को मैं पेपर दिलाने लखनऊ ले गया. वहां होटल में चुदाई के खूब मजे लेने के बाद दूसरे दिन हम वापस आ गए. लेकिन अब मैं उसकी दोबारा चुदाई के जुगाड़ में था.
भरी सर्दी में शाम के समय जयपुर हाईवे पर मेरी कार खराब हो गयी और एक मकैनिक के साथ उसके गेराज में चली गयी. कार ठीक करते करते वहाँ और क्या हुआ?
आज तक सिर्फ पॉर्न मूवी में देखा था, पर अब उस पल को महसूस कर रही थी. मेरी मुलायम गोरी जाँघों और चूतड़ों को उसने चूसा चाटा और धीरे से काटा, उसने मेरी गांड को भी सूंघा.
मैंने अपने पड़ोसी को अपने वश में करके उसके मोटे लंड से चुत की प्यास बुझाई तो मुझे अब और ज्यादा सेक्स की आग लग गई. एक दिन उसने मुझे अपने घर पर बुलाया तो ...
मैं पड़ोस में रहने वाली सेक्सी आंटी को देखा करता था. आंटी के मोटे चूचों को देख कर सेक्स चढ़ जाता था. एक दिन उसके घर जाकर मुझे उसकी चूत चोदने का मौका भी मिल गया. कैसे?
मैं अपनी पड़ोसन की कुंवारी बेटी को एक बार चोद चुका था. उसने अपनी पहली चुदाई खुल कर करवाई और पूरा मजा लिया. उसके बाद मैंने उसके साथ और क्या क्या किया, पढ़ें और मजा लें!
आपकी शालिनी भाभी एक बार फिर से आप सबके लंड खड़े करने आ गई है अपनी एक नई कहानी लेकर! कि कैसे हाईवे पर उसकी कार खराब हो गयी और फिर ...
अपने शौहर से खुश ना होने के कारण मैंने अपने पड़ोसी लड़के से सेक्स सम्बन्ध बना लिए. मुझे मजा आया. मैंने उससे दोबारा अपनी प्यासी चुत चुदाने के लिए क्या किया?
मेरे प्यारे पति देव, मुझे माफ कर दो, मैं तुमसे बात करने के बाद बहुत बेचैन हो गयी, नींद नहीं आ रही थी, तो मैंने भी तुम्हारा नाम लेकर उंगली से अपनी चूत की चुदाई कर ली.
जानकारी के अभाव में कई पुरुष, महिलाएं काम-क्रीड़ा का सही से आनंद नहीं ले पाते. उनके मन में कुछ सवाल, उलझन, असमंजस की स्थिति बन जाती है. ऐसे ही कुछ पाठकों की उलझन दूर करने का प्रयास किया है इस लेख में.
ट्रांसफर होकर मैंने कानपुर में मकान किराये पर लिया. ठीक सामने गुप्ताइन का घर था. मैंने जब से उसे देखा, दिल उस पर फिदा था, मैं किसी भी तरह उसको चोदना चाह रहा था.
यह कहानी बताते हुए बहुत शर्म आ रही है पर मैं करूं भी तो क्या ... मुझे अपने दिल का बोझ हल्का करना है. मेरी माँ की फिगर अच्छे अच्छों का ध्यान भटका देती है. एक बार क्या हुआ कि ...
मामा घर जाकर मैंने खेल-खेल में अपनी सेक्सी बहन को गर्म करके चोद दिया. मगर हमें उसकी छोटी बहन ने चुदाई करते हुए देख लिया था. उसके बाद जो हुआ वो मैंने कभी नहीं सोचा था. कहानी में पढ़ें.
मेरे घर के सामने एक सेक्सी गांड वाली भाभी को मैं झाड़ू लगाते हुए देखता था. एक दिन उसको मैंने चूत के बाल साफ करते हुए देखा तो उसके बाद मेरा क्या हाल हुआ?
मेरे भाई की शादी हुई, भाभी बहुत हॉट सेक्सी थी. वो दूसरे घर में रहते थे. एक बार मम्मी-पापा को बाहर गए तो भाभी मेरे साथ रही. उस दौरान हम दोनों के बीच में क्या हुआ?
एक बार मैं मामा की ससुराल गया तो उनके साले की सेक्सी बेटी मुझे घायल कर गयी, देख कर लगा कि शायद खेली खाई लौंडिया है. मैंने उसे कैसे अपने लंड का शिकार बनाया?
अंकल ने मुझे गोद में उठाया और बेडरूम में लेजाकर बेड पर खड़ी करके ऊपर से नीचे देखते हुए बोले- नीतू ... आज पहली बार तुम्हें नंगी देखूंगा. कब से मैं इस पल का इंतजार कर रहा था.
मैं गर्मी की छुट्टियों में अपने मामी के घर गया हुआ था. मामी के ऑफिस जाने के बाद मैं मामी की दो बेटियों के साथ खूब खेलता था. खेल-खेल में मैंने मामी की बेटी की चूत कैसे चोद दी!