इटावा स्टेशन पर पुलिस वाले से गांड सेक्स कहानी
मैं इटावा स्टेशन पर रात में मेरठ वाली ट्रेन का इन्तजार कर रहा था. स्टेशन पहुंच कर पता चला कि ट्रेन 4 घंटे लेट है. सर्दी का मौसम ... मेरे दिमाग़ में सेक्स का ख्याल आने लगा.
मैं इटावा स्टेशन पर रात में मेरठ वाली ट्रेन का इन्तजार कर रहा था. स्टेशन पहुंच कर पता चला कि ट्रेन 4 घंटे लेट है. सर्दी का मौसम ... मेरे दिमाग़ में सेक्स का ख्याल आने लगा.
मेरे पहले ग्राहक जो मेरी कुंवारी चूत का पहला चोदू था, उसने मुझे मोटी रकम का लालच दिया और शहर से बाहर एक फार्म हाउस पर ले गया. वहां एक सप्ताह तक मैं रही, वहां क्या क्या हुआ?
एक बार मैं अपने घर में कुछ दिन के लिए अकेला था. मेरी पड़ोसन भी कुछ दिन के लिए अकेली थी. वो पहले से ही मुझमें रूचि दिखाती थी लेकिन मैं उसे पसंद नहीं करता था क्योंकि वो खूबसूरत नहीं थी. लेकिन जब बीवी घर में ना हो तो...
मेरी बात अपनी साली से होती ही रहती थी, फोन पर हम खूब हंसी मज़ाक करते थे, जब भी मैं उसे देखता तो मेरे मन में होता कि इसे चोद दूँ, पर कैसे... वो जब माने तब ना उसको चोद पाऊं. मैंने कैसे चोदा अपनी साली को?
दादा जी की मृत्यु के कारण हमारा पूरा परिवार गाँव में इकट्ठा हुआ. रात को मुझे अपनी सेक्सी चाची के पास सोने का मौक़ा मिला. मैंने उनसे कुछ छेड़छाड़ की लेकिन ज्यादा कुछ नहीं! फिर एक बार मेरी चचेरी बहन हमारे घर रहने आई... मेरी हिंदी एडल्ट स्टोरी पढ़ कर मजा लें!
मेरी मॉम के व्यभिचार की कहानी में आप पढ़ रहे हैं कि कैसे मैं चुपचाप अपने घर आया तो मेरी मॉम हमारे नौकर के जवान बेटे के साथ चुदाई का खेल खेल रही थी.
मेरी सहेली ने मेरी मजबूरी का फ़ायदा उठा कर मेरे कुंवारे जिस्म का सौदा कर लिया, मेरे अक्षत यौवन को पचास हजार में बेच दिया. पूरी रात मेरे खरीदार ने मेरे नंगे बदन को रौंदा. मेरी बेबसी की पूरी कहानी पढ़ें.
यह मेरी पहली सेक्स स्टोरी है कि कैसे मुझे एक लड़की अच्छी लगी, उससे दोस्ती करने के लिए मैंने कितनी मेहनत की, कितना समय लगाया. और फिर बात सेक्स तक कैसे पहुंची.
माँ की चूत की चुदाई होते देखना, वो भी किसी गैर मर्द से... कितना तकलीफदेह हो सकता है और कितना आनन्ददायक भी... यह देखने वाले की मानसिकता पर निर्भर करता है. मैंने अपनी माँ की चूत चुदाई तीन तीन लंड से एक साथ होते देखी. आप पढ़ कर मजा लें कि कैसे मेरी माँ चुदी!
मेरी बीवी की दो और बहनें हैं, यानि मेरी दो सालियाँ हैं. मेरी वाइफ प्रेग्नेंट थी. काफी दिनों से मेरा लंड मुँह उठाए कोई छेद की तलाश में था. मैं कम्पनी के काम से ससुराल वाले शहर में गया तो ससुराल में रुका. वहां क्या और कैसे हुआ? पढ़ें जीजा साली की कहानी में!
मैं मुम्बई में पढ़ता था, एक बार मैं ट्रेन से मुंबई से कानपुर लौटा तो चुपचाप घर में आ गया. मैंने सोचा कि मॉम और दीदी को सरप्राइज दूंगा. लेकिन घर में आकर मैंने जि नजारा देखा तो मेरे पैरों तले से जमीं खिसक गयी. पढ़ें मेरी चालू मम्मी के व्यभिचार की स्टोरी!
मेरे जिस्म के खरीदार अशोक ने मुझे चोद दिया था और अब वो मेरा हमदर्द बनने की कोशिश कर रहा था. उसने मुझे बताया कि मेरी सहेली पक्की दलाल है चूत की... फिर उसने मेरी और कमाई कराने का सुझाव दिया. क्या था वो सुझाव?
हमारे घर में एक फैमिली किराये पर आई. भाभी से दोस्ती हो गई लेकिन उनको देख कर मेरा लंड भी हल्ला करने लगता था कि भाभी की चुत दिलाओ, भाभी की चुत दिलाओ. बड़ी मुश्किल से लंड को मुठ मार कर शांत करता था. आगे क्या हुआ, देसी भाभी की सेक्स कहानी पढ़ कर पता लगाएं!
मेरी इस चुत चोदन कहानी में पढ़ें कि कैसे मैंने अपने दोस्त की बीवी के कहने पर उसकी बहन के साथ चुदाई करके उसे संतुष्ट किया.
प्रिय अन्तर्वासना पाठको अप्रैल 2018 प्रकाशित हिंदी सेक्स स्टोरीज में से पाठकों की पसंद की पांच बेस्ट सेक्स कहानियाँ आपके समक्ष प्रस्तुत हैं…
मैंने देखा कि भाभी के कमरे का दरवाज़ा बंद था.. मगर खिड़की खुली थी. मैंने खिड़की से अन्दर देखा तो नीचे जमीन पर चटाई डाल भाभी सोई हुई थीं. उन्हें नाईटी में देखकर पहले ही मेरा दिल बेईमानी कर रहा था. इस वक्त भाभी की नाईटी उनके घुटनों के ऊपर थी और वे अपने पैर पसारे लेटी थीं.
मेरी चुत मूसल लंड खा कर भी अभी भी पूरी तरह से खुली नहीं थी. उसने फिर से मुझे चित लिटाया और लौड़ा सैट करके एक ही झटके में अपने को मेरी नन्हीं सी चुत में अन्दर कर पेलना चाहा. मगर वो जब नहीं गया तो वो पागल सा हो गया, उसने अपने खड़े लंड पर कोई जैली को लगाया और ऐसे बोला जैसे कि वो मेरी चुत से बात कर रहा हो- मेरी मलिका तुम्हें तुम्हारा किंग याद कर रहा है.. इसे अपने आगोश में छुपा लो रानी.
कहानी का पहला भाग: खेत खलिहान-1 कहानी की तीसरा भाग: खेत खलिहान-3 रेणु ने रोका,”ऐ, क्या करते हो।” सुरेश उसके स्तनों पर झुक गया। उनकी दोनों कलियों को चूमने और चूसने लगा। एक को चूसता तो दूसरे को हाथ से सहलाता। फूलकर वे कड़ी हो गईं। रेणु सीत्कार भर रही थी, उसका सिर सहला रही […]
मेरे गांडू दोस्तों को एक अपने जैसे शौक के मारे का सलाम. दोस्तो कभी कभी ऐसी गड़बड़ हो ही जाती है. मैं मिलने किसी से गया था, मिला कोई दूसरा ही. वो मेरे दोस्त का दोस्त था और वह उसी दोस्त की गांड मारने आया था. इसी गड़बड़झाले में उसने मेरी गांड मार दी. अब […]
एक अमीर भाभी मुझसे ऑनलाइन पट गई. वो भाभी कामवासना से भारी हुई थी, चुदाई करवाना चाहती थी. उसने मुझे अपने घर बुलाया एक रात को... मैं भी चला गया भाभी की चूत मारने के लालच में!