ससुर और बहू की कामवासना और चुदाई-4
बहूरानी के साथ आने वाले छत्तीस घंटे बिताने के ख़याल से ही मुझे रोमांच होने लगा था. मैंने उसे अपनी गोद में खींच लिया और उसके दोनों गालों को बारी बारी से चूमने लगा. बहू बार बार अपना चेहरा अपनी हथेलियों से छुपाने का जतन करती लेकिन मैं उसके दोनों स्तन अपने अधिकार में करके अपनी मनमानी करने लगा