पहले प्यार के साथ हसीन कामुक पल
मेरी गर्लफ़्रेंड बड़ी मस्त आइटम थी पर मैंने उसे कुछ नहीं किया था। एक बार हम मूवी गए तो वहाँ गम्र सीन देख कर हम भी गर्म हो गए, हमने वहाँ जो भी किया, इस कहानी में!
मेरी गर्लफ़्रेंड बड़ी मस्त आइटम थी पर मैंने उसे कुछ नहीं किया था। एक बार हम मूवी गए तो वहाँ गम्र सीन देख कर हम भी गर्म हो गए, हमने वहाँ जो भी किया, इस कहानी में!
भाभी मुझसे चुदने के लिए बेकरार थीं, मेरा लंड तो न जाने कबसे उनकी मचलती जवानी को भोगने के लिए तड़फ रहा था। भाभी आधी रात के बाद मेरे कमरे में आईं। मजा लीजिए।
मेरी सलहज पर मेरा नशा इस कदर छया हुआ था कि उसने अपना सब कुछ मुझे अर्पित कर दिया। मैंने उसकी गांड में उंगली की तो उसने मुझे गांड मारने की भी इजाजत दे दी।
भीड़ भरी ट्रेन में एक लड़की ने मुझे सीट रोकने को कहा। वो मेरे सामने बैठी लेकिन कोई बात नहीं हुई। कहानी पढ़ कर देखें कि कैसे मैंने उसे अपना फ़ोन नम्बर दिया फ़िर बाद में चोदा।
साले ठरकी.. मादरचोद.. नींद नहीं आ रही क्या.. भोसड़ी के अब तेरा हाथ इधर को आया न.. तो बिस्तर से धक्का मार दूँगी भोसड़ी के.. मुझे चुदने दे चूतिये!
जीवन की पहली चूत चुदाई याद रहती है, अपनी एक फ़्रेंड के साथ मूवी देखने गया तो वहाँ जो हो सका, हमने किया, आगे के लिये मैं उसे दोस्त के कमरे में ले गया लेकिन…
पापा के दोस्त की पुत्रवधू बला की खूबसूरत एकदम कामदेवी सी लगती हैं। वो मुझे सगा देवर मानती थी और मैं भाभी की चूत चोदने के सपने देखता था। मेरा सपना कैसे पूरा हुआ?
अगले दिन साले साहब चले गए लेकिन सलहज कुछ दिन के लिए रुक गई। वो क्यों नहीं गई अपने पति के साथ? क्या मेरी बीवी बीमार थी इसलिये या कोई अन्य कारण था?
मुझे और मेरे फ़ुफ़ेरे भाई दोनों में शुरू से ही सेक्स करने की वासना चढ़ी रहती थी, एक-दूसरे के लंड को चूमा करते थे और मुँह में लेकर चूसा भी करते थे।
वो उस पेज पर छपे चित्र को ध्यान से देखती है जिसमें एक कंडोम का एक एड छपा था.. जिसमें एक पुरुष और एक लड़की को नग्न.. एक-दूसरे से चिपका हुआ दिखाया गया था।
हमारे नए घर के पड़ोस में बहुत सी मस्त लड़कियां रहती थीं लेकि मुझे सामने वाले घर की पूजा पसन्द आई। मैं उसे छत पर जाकर देखता था, वो कैसे चुदी, इस कहानी में पढ़िए।
मेरी बीवी को एक बार चोदने के बाद डॉक्टर दोबारा उसे चोदना चाहता था, मैं और मेरी बीवी भी यही चाहते थे लेकिन मैं खुली आँखों से उसकी चूत चुदती देखना चाहता था।
मेरा साला, सलहज मेरे घर आए हुए थे, मेरी बीवी बीमार थी तो सलहज ने पूरे घर का जिम्मा ले लिया। लेकिन मुझे उन दोनों की चूत चुदाई का नजारा मुझे देखने को मिल रहा था।
दिल्ली से मुम्बई ट्रेन में एक आंटी मेरे साथ बैठी थी, उन्हें टॉयलेट जाना था तो अँधेरे के कारण मुझे साथ ले गई. आंटी ने मुझे अंदर बुलाया तो? कहानी का मजा लीजिए!
मेरी बीवी झगड़ कर मुझे छोड़ कर चली गई थी। घर के पास एक विधवा औरत रहती थी.. जब भी मुझे सेक्स करने का मन करता तो मैं उसको मन में सोच कर मुठ मार लेता था।
मामा की शादी में चचेरी बहन की सहेली मुझे पसन्द आ गई। मेरी बहन ने बात भी करवा दी लेकिन वो एटिट्यूड दिखा रही थी। तब भी मैंने उसकी चूत का मजा ले ही लिया। कैसे?
डॉक्टर साहब ने मेरी बीवी की पीठ पर मसाज की और फिर पेंटी की डोरी की भी खींच दी, उसकी पूरी गांड खुल गई। डॉक्टर साहब ने उसको पलटा तो नेहा बिल्कुल नंगी पड़ी थी।
बीवी बीमार और ऊपर से बाकी चुतों का भी जैसे अकाल पड़ गया। ऐसे में साले और सलहज की चुत चुदाई देखने को मिल जाए तो हालत खराब होनी ही है। कहानी का मजा लें।
मैं ट्रेन से दिल्ली से मुंबई की यात्रा जनरल बोगी में कर रहा था। इस यात्रा में मुझे दो सेक्सी अनुभव हुए, एक औरत 32-33 साल की मेरे सामने बैठी थी। कहानी पढ़ कर ही मजा आएगा।
जब से सेक्स के बारे में मालूम हुआ है तब से अपनी दीदी को चोदना चाहता था, मुझे अपनी दीदी बहुत सेक्सी लगती है और हमेशा उसको ख्यालों में चोदता था, मेरी दीदी कैसे चुदी?