अन्तर्वासना की प्रशंसिका की लेखक से मुलाकात-3
लंड मेरी पेंटी पर रगड़ रहा था, मैं बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी, मैं अपनी पेंटी उतार कर राहुल से चिपक कर बोली- अब बर्दाश्त नहीं हो रहा! कुछ तो करो! आओ मेरे ऊपर!
लंड मेरी पेंटी पर रगड़ रहा था, मैं बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी, मैं अपनी पेंटी उतार कर राहुल से चिपक कर बोली- अब बर्दाश्त नहीं हो रहा! कुछ तो करो! आओ मेरे ऊपर!
यह स्टोरी है मेरी और एक शादीशुदा लड़की की, कैसे हम दोस्त बने, कैसे फ़ासले घटे, कैसे उसने फ़ोन करके मुझे अपने घर बुलाया और हमारे बीच सेक्स रिलेशन बने!
सुमन पूरी तरह उत्तेजित हो गई, उसका खुद पर जोर नहीं चल रहा था, उसने समर्पण कर दिया और खुद ही कमर को थोड़ा सा आगे बढ़ा कर अपनी बुर को मेरे मुँह पे घिसने लगी।
एक चैट साइट पर एक लड़की से चैट होने लगी, हम दोनों सेक्स चैट करने लगे फ़िर रात भर फ़ोन सेक्स करने लगे। उसने बताया था कि उसने आज तक सेक्स नहीं किया है।
अचानक मुझे अहसास हुआ कि मैं सिर्फ ब्रा पेंटी में हूँ, मेरा गोरा बेदाग चिकना बदन अब बेपर्दा है, मेरे चेहरे पर शर्म की लाली आ गई, मेरे जिस्म में वो आग फिर से भड़क गई।
मेरी चचेरी भाभी की चुदाई मैंने कैसे की, इस कहानी में पढ़ें, असल में एक दिन मैं भाभी के घर गया तो उनको नंगी नहाते देख लिया। बस मैंने भाभी की चुदाई की ठान ली।
ऑफ़िस की दूसरी ब्रांच के एक लड़के से मेरी दोस्ती हो गई, हम काफ़ी खुल गए थे। एक बार हम टूअर पर गए तो वो मेरे साथ था। वहाँ उसने मेरी चुत कैसे चोदी?
गांव वाले चाचा की बेटी को भाभी के सहयोग से मैंने रात में पकड़ लिया, एकदम उसके होंठों पर होंठ रख दिए, उसके मुख में जीभ घुसा दी। आगे क्या हुआ?
मेरे पास वाले फ्लैट में एक भैया-भाभी रहते हैं, भाभी की सेक्सी फिगर में वो ताकत है कि वो किसी का लंड भी खड़ा कर सकती है। भाभी की चुत चुदाई कैसे हुई?
मेरी बुर की पहली चुदाई के 5 साल के बाद मेरा जिस्म राहुल की कहानी को पढ़ कर वही सब फिर से मांगने लगा, मैंने राहुल को मेल किया.. मुझे उनका रिप्लाई भी तुरंत आया!
मेरे सर मेरी गांड मार रहे थे कि तभी किसी ने दरवाजा खटखटाया.. सर ने मेरी गांड में से झटके से अपना लंड निकाल लिया। सर की गांड फट गई कि इस वक्त कौन आ गया।
मेरी मकान मालकिन बहुत सेक्सी चिकनी गोरी है। उनके पति कुछ दिन के लिये बाहर गए तो मुझे आंटी के पास सोने को कह गए। मैं आंटी की चुत चोदने की सोचने लगा।
मेरी और भाभी की चुदाई की कहानी आप जानते हैं, गांव से मेरे चाचा की बेटी कुछ दिन के लिए हमारे पास आई। एक रात अन्धेरे में मैंने बहन को भाभी समझ लिया।
इरोटिक बॉडी मसाज के बहाने मस्ती भरी चुदाई के बाद रात को चारों एक कमरे में इकट्ठे हुए। जल्दी ही दोनों जोड़ों ने पार्टनर बदल कर चूत चुदाई में लग गये।
सर मेरे दोनों पैरों के बीच में आए, मैंने सोचा कि फिर मेरी बुर चाटेंगे... पर मैं गलत थी, आने वाले कष्ट का मुझे अंदाज़ा नहीं था, सर मेरी बुर की दरार पे लंड रगड़ने लगे।
मेरे ख्याल से गांड मराना सबसे मजेदार काम है, अपन चुपचाप लेटे हैं.. कोई अपने ऊपर चढ़ा है.. गांड मारने में मेहनत कर रहा है, मजा अपने को आ रहा है।
मैं अपने छोटे बेटे को चूत चुदाई करना सिखा रही थी अपनी चूत उससे चुदवा कर… मेरा बड़ा बेटा पास खड़ा देख रहा था, उसे भी मेरी चूत मारनी थी! तो क्या हुआ आगे?
मेरे पड़ोसी दोस्त की नजर मेरी मां पर थी, वो मुझसे मां की चुदाई की बात करता था। मेरी मां भी यही चाहती थी। और एक दिन मैंने उन दोनों को चुदाई करते देखा।
पर्दे के पीछे से रीमा की कामाग्नि की आवाजें आनी शुरु हो गई थीं। विनय से अब बर्दाश्त नहीं हो रहा था, उसने डॉली को अपने ऊपर खींच कर उसकी पेंटी उतार दी।
मुझे अपनी जवानी पर नाज था, मैंने टीचर को फ़ंसा कर फ़ायदा उठाना चाहा... मैं उनके पास गई, कहा कि वो जो कहेंगे, मांगेंगे, मैं करुँगी, दूंगी, बस मुझे पास होना है!