पड़ोस की सेक्स की भूखी भाभी की नंगी चूत
भाभी घर के बाहर झाड़ू लगा रही थीं तो उनका पल्लू कभी नीचे गिरा और उनके चूचों के बीच की दरार दिखी। उस पड़ओसन भाभी की नंगी चूत को मैंने कैसे चोदा?
भाभी घर के बाहर झाड़ू लगा रही थीं तो उनका पल्लू कभी नीचे गिरा और उनके चूचों के बीच की दरार दिखी। उस पड़ओसन भाभी की नंगी चूत को मैंने कैसे चोदा?
रात को बिस्तर पर स्वीटी ने सेक्स के दौरान संजीव से कहा- तुम बाहर चले जाते हो तो मेरी चूत मुझ से लड़ती है। अब तुम जब बाहर जाओ तो अपना लंड छोड़ जाया करो!
मेरी दीदी का तलाक हो गया क्योंकि उनका शौहर उन पर शक करता था। मैंने भी दीदी को एक लड़के के साथ देखा। सेक्स कहानी के इस भाग में जो मैंने देखा, पेश है।
मेरे दोस्तों से मेरी मां की चूत गांड चुदाई की सेक्स स्टोरी मेरी माँ की जुबानी पेश है कि कैसे मेरे एक दोस्त ने मेरी मम्मी को चुदाई करवाते देख लिया और...
मैं एक हाथ से भाभी के भरे हुए मखमली नितम्बों व जाँघों सहलाने लगा। मेरा साथ मिलते ही भाभी ने मुझे जोर से भींच लिया और जोरों से मेरे होंठों को चूमने-चाटने लगीं.
मुझे पता नहीं था कि मेरी बेटी ने अपनी सहेली जीनत को मेरे पास क्यों भेजा है, मैं तो जीनत को वैसे ही गर्म करके उसकी कमसिन चूत चोदने की तैयारी कर रहा था.
मैं मामा के घर था, उनकी बेटी रात को अपने कमरे में अपने यार के साथ फोन सेक्स कर रही थी, अपना लोवर, पेंटी निकाल कर चुत में उंगली कर रही थी।
रूम में पहुँच कर जैसा मुझे मालूम था होगा, वही हुआ। राजे ने मुझे जकड़ के फर्श पर कारपेट पर ही पटक दिया और जल्दी से मुझको नंगी करके चोद डाला।
मेरी खूबसूरत मामी पड़ोस में रहती थी, मामी को देख मेरा लंड खड़ा हो जाता था, मामी की चुत चोदने के चक्कर में मैं उनके साथ साथ रहने लगा। मामी की चुत कैसे चोदी?
जब तुमने मेरे चूत की सील तोड़ी.. उस समय मैं पहली चूत चुदाई की कोई निशानी नहीं रख पाई थी, पर आज मुझे उम्मीद है कि मेरी गांड की सील तुम तोड़ोगे!
मेरी मम्मी दे मुझे पापा से चूत चुदवाते देखा लिया तो मेरे पापा को चूत मिलनी बंद हो गई. पापा का जन्मदिन भी आ रहा था तो मैंने अपनी सहेली पापा को तोहफे में दी!
ट्रेन की कन्फर्म बुकिंग न मिलने से मुझे RAC में बर्थ शेयर करना पड़ा। मेरे साथ आर्मी अफ़सर था, हम एक-दूसरे को चोरी छुपे देखते रहे। फिर उसने बात करना चालू किया।
मुंबई जाना था तो ट्रेन से मोना रानी को साथ ले जाने का सोचा कि रात भर के सफर में ट्रेन में चुदाई का भी मजा लूटा जाए। चलती ट्रेन में चुदाई का अलग ही आनन्द है।
प्रिया की योनि से कामरस अविरल बह रहा था, प्रिया रह-रह कर मुझे अपने ऊपर खींच रही थी जिससे यह बात साफ़ थी कि गर्म लोहे पर चोट करने का वक़्त आ गया था।
भाभी लेटे-लेटे ही अपने पेटीकोट से मेरी जाँघों व लिंग को पोंछने लगीं। इससे भाभी का पेटीकोट भी ऊपर को हो गया और उनकी नंगी योनि मेरे कूल्हों को छूने लगी।
उसने जीन्स को शरीर से अलग किया। उसकी चिकनी टाँगों के बीच चूत के रस से दाग लग चुकी सफेद पेंटी और होंठ को दांतों से काटने का स्टाइल सबको तड़पा गया।
एक कॉलेज गर्ल मेरे पास कालगर्ल के रूप में होटल में आई तो मैंने उसकी जोरदार चुदाई की, वो बोली कि मुझे आज तक किसी ने लगातार इतनी देर तक नहीं चोदा!
वो बोली- दर्द हुआ, आपका मोटा है। सच में ऐसे फीलिंग आई जैसे किसी कच्ची कली को पहली बार चोद रहा हूँ। मैंने और ज़ोर लगा कर अपना लंड उसकी चूत में घुसेड़ा!
प्रिया पूर्णतः कँवारी थी और मेरे पास ज्यादा टाइम नहीं था, जिंदगी में दोबारा ऐसी रात नहीं आनी थी। मैंने उंगली को प्रिया की योनि में गोल गोल घुमाना शुरू किया।
जैसे ही मैंने भाभी की नंगी योनि को छुआ.. उनके मुख से हल्की सीत्कार फूट पड़ी और स्वतः उनकी दोनों जाँघें एक-दूसरे से चिपक गईं... मगर फिर जल्दी ही वो खुल भी गईं।