फ़ुफ़ेरे भाई के साथ गांड चुदाई का मजा
मुझे और मेरे फ़ुफ़ेरे भाई दोनों में शुरू से ही सेक्स करने की वासना चढ़ी रहती थी, एक-दूसरे के लंड को चूमा करते थे और मुँह में लेकर चूसा भी करते थे।
मुझे और मेरे फ़ुफ़ेरे भाई दोनों में शुरू से ही सेक्स करने की वासना चढ़ी रहती थी, एक-दूसरे के लंड को चूमा करते थे और मुँह में लेकर चूसा भी करते थे।
वो उस पेज पर छपे चित्र को ध्यान से देखती है जिसमें एक कंडोम का एक एड छपा था.. जिसमें एक पुरुष और एक लड़की को नग्न.. एक-दूसरे से चिपका हुआ दिखाया गया था।
हमारे नए घर के पड़ोस में बहुत सी मस्त लड़कियां रहती थीं लेकि मुझे सामने वाले घर की पूजा पसन्द आई। मैं उसे छत पर जाकर देखता था, वो कैसे चुदी, इस कहानी में पढ़िए।
मेरी बीवी को एक बार चोदने के बाद डॉक्टर दोबारा उसे चोदना चाहता था, मैं और मेरी बीवी भी यही चाहते थे लेकिन मैं खुली आँखों से उसकी चूत चुदती देखना चाहता था।
मेरा साला, सलहज मेरे घर आए हुए थे, मेरी बीवी बीमार थी तो सलहज ने पूरे घर का जिम्मा ले लिया। लेकिन मुझे उन दोनों की चूत चुदाई का नजारा मुझे देखने को मिल रहा था।
दिल्ली से मुम्बई ट्रेन में एक आंटी मेरे साथ बैठी थी, उन्हें टॉयलेट जाना था तो अँधेरे के कारण मुझे साथ ले गई. आंटी ने मुझे अंदर बुलाया तो? कहानी का मजा लीजिए!
मेरी बीवी झगड़ कर मुझे छोड़ कर चली गई थी। घर के पास एक विधवा औरत रहती थी.. जब भी मुझे सेक्स करने का मन करता तो मैं उसको मन में सोच कर मुठ मार लेता था।
मामा की शादी में चचेरी बहन की सहेली मुझे पसन्द आ गई। मेरी बहन ने बात भी करवा दी लेकिन वो एटिट्यूड दिखा रही थी। तब भी मैंने उसकी चूत का मजा ले ही लिया। कैसे?
डॉक्टर साहब ने मेरी बीवी की पीठ पर मसाज की और फिर पेंटी की डोरी की भी खींच दी, उसकी पूरी गांड खुल गई। डॉक्टर साहब ने उसको पलटा तो नेहा बिल्कुल नंगी पड़ी थी।
बीवी बीमार और ऊपर से बाकी चुतों का भी जैसे अकाल पड़ गया। ऐसे में साले और सलहज की चुत चुदाई देखने को मिल जाए तो हालत खराब होनी ही है। कहानी का मजा लें।
मैं ट्रेन से दिल्ली से मुंबई की यात्रा जनरल बोगी में कर रहा था। इस यात्रा में मुझे दो सेक्सी अनुभव हुए, एक औरत 32-33 साल की मेरे सामने बैठी थी। कहानी पढ़ कर ही मजा आएगा।
जब से सेक्स के बारे में मालूम हुआ है तब से अपनी दीदी को चोदना चाहता था, मुझे अपनी दीदी बहुत सेक्सी लगती है और हमेशा उसको ख्यालों में चोदता था, मेरी दीदी कैसे चुदी?
मेरी जवानी कितनी प्यासी है, यह तो आप मेरी कहानियों में पढ़ चुके हैं। मैंने अपने अतृप्त यौवन की तृप्ति के लिए अपने भतीजे और अपने सगे बेटे से अपनी चूत चुदवा ली।
मैं ऐसा पति हूँ जिसको अपनी पत्नी को दूसरे चुदते देखना बहुत अच्छा लगता है। इस कहानी में पढ़ें कि कैसे मैंने अपनी बीवी को एक डॉक्टर से चुदने को मनाया और उन्हें मौका दिया।
उसके सीने पर मेरे उरोजों की चुभन और उसके होंठों पर मेरे चुम्बनों की मिठास ने उसकी वासना को बहुत भड़का दिया था जिस कारण वह अपना संयम खो बैठा।
मैं और मेरी बीवी ट्रेन से स्लीपर में रात की यात्रा कर रहे थे, कुछ साहसिक करने का मन था लेकिन वहां ऐसा कोई नहीं दिखा जिसे हम अपना गर्म खेल दिखा सकें। फ़िर कुछ ऐसा हुआ…
मेरी बुआ की देवरानी दिखने में आकर्षक माल है। उसको बच्चा नहीं हो रहा था, उसके पति में कोई कमज़ोरी थी। मैं उस पर लट्टू तो बहुत पहले से था, मुझे लगा कि काम बन सकता है।
मेरी चूत में चुदने की खलबली मची थी तो एक दिन मैंने अपने खाली घर में एक दोस्त और एक सहेली को बुला लिया। हम तीनों ने मिल कर जो चोदम चोद, चूत चुदाई की, पढ़ें!
अगर औरत को उसका पति चुदाई मे पूरा मजा ना दे पाए तो वो औरत बाहर मुंह मारती है। ऐसा ही मेरी मकान मालकिन ने लिया, उसे मेरा लंड नजर आया तो उसने देर नहीं की!
मैं अपनी विवाहित साली के घर में उसके साथ था और वो मुझसे चुदने के लिए उतावली दिख रही थी, उसने कहा- मुझे प्यार करते हो तो कहते क्यों नहीं! और उसके बाद…