चचेरी भाभी का खूबसूरत भोसड़ा -7
भाभी के क्या कमाल के मखमली चूतड़ हैं… और उस पर गाण्ड की पागल कर देनी वाली दरार.. क्या कमाल का नजारा होता है दोस्तों.. जब भाभी मुझे अपना पिछवाड़ा दिखाती हैं!
भाभी के क्या कमाल के मखमली चूतड़ हैं… और उस पर गाण्ड की पागल कर देनी वाली दरार.. क्या कमाल का नजारा होता है दोस्तों.. जब भाभी मुझे अपना पिछवाड़ा दिखाती हैं!
उसका यह पहली बार है.. उसकी योनि पूरी गीली हो गई थी। मैंने जैसे ही उसकी योनि पर हाथ फेरने लगा.. वो ज़ोर-ज़ोर से सिसकारी भरने लगी.. आहें भरने लगी 'आह्ह.. आह्ह.. उम्म उम्म उम्म.. आह्ह.. हह ह ह..'
मुझे पता नहीं था कि मेरा बड़ा भाई गांडू है.. जब उसने खुद मुझे बताया कि कैसे उसने अपने दोस्त राजेश का लंड चूस कर उसका वीर्य चाट कर उससे गांड मरवाई थी तो मुझे पता चला था.
मुंबई में मुझे एक 20 साल की बहुत सेक्सी लड़की मिली थी अंजलि, उससे मेरी अच्छी दोस्ती हो गई थी। जब भी मैं उसको जीन्स में देखता.. तो मेरा लौड़ा खड़ा हो जाता। मैं अंजलि को चोदना चाहता था।
भाभी- सोमू, अभी रति ने बताया कि तुमने पिक्चर में कितना अच्छा डांस किया है तो मैं अपने आप को रोक नहीं सकी। क्या एक छोटी सी चुदाई मेरी कर सकते हूँ अभी? प्लीज सोमू, मैं बहुत हॉट हो रही हूँ… प्लीज प्लीज!
दूर के रिश्ते में मेरी एक भतीजी से मुझे देखते ही प्यार हो गया था, उसे भी मुझसे उतना ही प्यार गया था। मगर हमारी शादी नहीं हो सकती थी। उस प्यार का फ़ल हम दोनों ने सात साल के बाद पाया जब हम दोनों की शादी कहीं और हो चुकी थी।
चाची बोली- राहुल, यह क्या कर रहा है, छोड़ मुझे, वरना तेरी मम्मी को बता दूँगी ये सब। मैंने कहा- चाची, कर लेने दो प्लीज़! और फिर आपको भी तो नया लंड लेने की चाहत होगी ना?
कहानी के पिछले भाग में आपने पढ़ा कि कैसे मुझे भाभी की खूबसूरत चूत नसीब हुई। अब कहानी के इस हिस्से में भाभी के साथ कैसे संयोग बना और पूरी रात भाभी की जी भर कर चुदाई हुई!
मेरी स्कूल की मैम ने मॉडेम सेट करने मुझे अपने घर बुलाया तो उनके कम्प्यूटर में पड़ी सेक्सी फोटो और वीडियो देख कर मेरा दिमाग खराब हो गया. फिर मैडम ने खुद उनके बारे में बात की.
मैं अपने दोस्त की शादी के कार्ड बाँट रहा था, एक घर में एक कमसिन हसीन लड़की ने दरवाजा खोला. लेकिन अन्दर कुछ ऐसा हुआ कि मुझे वो कुंवारी चूत चोदने को मिल गई!
ऑफिस ट्रेनिंग के लिए मेरी ट्रेनर अफ़रोज़ बहुत सेक्सी थी. हमारी बातचीत बढ़ गई, मैं बाइक पर उसे रूम पर छोड़ने जाने लगा, उसकी चूचियाँ मेरी पीठ में गड़ती थी. हम फोन पर बात करने लगे.
मैं वॉल्वो बस में पीछे की सीट पर सो रहा था कि मेरी पैन्ट पर एक हाथ महसूस हुआ. मैंने आँख खोल कर देखा तो वो एक हसीं लड़की का हाथ था. मैंने उससे पूछा तो सॉरी बोलने लगी.
मैंने उसकी गरम चूत पर लण्ड फिक्स किया और पहला धक्का मारा.. जिससे मेरा थोड़ा सा लण्ड उसकी चूत में घुस गया। मैंने ऐसा सुना था चूत में लण्ड जाता है तो ब्लड निकालता है.. पर वैसा कुछ न हुआ।
एक लड़की मेरे पास आई और बोली- ये टॉप निकाल दो.. यहाँ पर सिर्फ़ ब्रा में ही घूमना पड़ता है.. जब तक कस्टमर को कुछ दिखाओगी नहीं.. तो कैसे कस्टमर को फंसाओगी।
मैंने उसकी पैंट और कच्छी उतार दी। उसकी पैन्ट उतारते ही उसकी चिकनी चूत को सहलाने लगा। उसकी चिकनी चूत जो अभी एक दिन पहले ही शेव हुई थी.. मैं उसे ज़ोर-ज़ोर से रगड़ने लगा।
मैं उनके ऊपर अपनी टाँगें फैला कर बैठ गई। मैंने एक हाथ से योनि को फ़ैलाने की कोशिश की.. और दूसरे हाथ से लिंग को पकड़ सीधा कर योनि के छेद पर रास्ता दिखाते हुए कमर नीचे दबाने लगी।
यह कहानी है एक युवक और उसके पिता की दूसरी पत्नी के बीच यौन सम्बन्धों की… युवा पत्नी को वो कामसुख नहीं मिल पाया जिसकी कामना किसी भी युवती को होती है तो वो अपने पति के युवा पुत्र से अपनी अन्तर्वासना की तृप्ति करती है।
यह कहानी मेरी बुआ और मेरे बीच सेक्स की है, जब किसी कारण से सभी रिश्तेदार गाँव वाले घर में इकट्ठे हुए तो रात को मुझे और बुआ को एक बिस्तर पर सोना पड़ा. आगे कहानी में पढ़िए कि क्या हुआ!
मैं आलिंगन से छूटा तो बोला- उफ़ लोनी, तुम तो कमाल की चीज़ हो… क्या हॉट और सेक्सी शरीर है तुम्हारा! यह कहते हुए मैंने उसके गोल गुदाज़ मम्मों पर हाथ फेरा और फिर दोनों हाथों से उसके उभरे हुए चूतड़ों को सहलाया।
मैंने सबसे पहले अपनी साड़ी निकाली और बोली- ये नीचे टाँगों और मेरी चूचियों को ढकने में काम आती है। अब बारी थी मेरे ब्लाउज की.. तो मैं उसके हुक एक-एक करके खोलने लगी।