वासना की न खत्म होती आग -6
थोड़ी देर उंगली से खेलने के बाद मेरी योनि को उन्होंने और फैला दिया.. तो मैं कराह उठी और अपनी जुबान मेरी योनि से चिपका दी। वो मेरी योनि को चूसने लगे और जुबान को मेरी चूत के छेद पर धकेलने लगे।
थोड़ी देर उंगली से खेलने के बाद मेरी योनि को उन्होंने और फैला दिया.. तो मैं कराह उठी और अपनी जुबान मेरी योनि से चिपका दी। वो मेरी योनि को चूसने लगे और जुबान को मेरी चूत के छेद पर धकेलने लगे।
मैं हंसमुख स्वभाव का हूँ पर लड़कियों से मेरी कम ही दोस्ती रही है. कॉलेज के वार्षिक उत्सव के लिए एक सुंदर लड़की को डांस सिखाया तो मेरा दिल उस पर आ गया.
रोहन की पहली पसंद अन्तर्वासना पर रिश्तों में चुदाई वाली कहानियाँ थी और उनमे भी अन्तर्वासना पर भाई बहन की चुदाई की कहानियाँ पढ़ता और फिर अपनी बहनों को याद करकर के मुठ मारता। यहीं से उसके मन में अपनी बहनों को चोदने की तमन्ना पनपने लगी थी।
मैं बिलकुल नंगी किसी दूसरे की छत पर क्या कर रही हूँ.. मेरी हया और हालत इस बात की चीख-चीख कर गवाही दे रही थी कि मैं चुदने आई हूँ।
चाची मुठ मारते हुए बोली- एक बार काम कर ले ताकि अच्छे से मेरी फुद्दी मार ले! नहीं तो 2 मिनट में उतर जायेगा। तो मैंने लण्ड चाची के मुँह के पास किया तो चाची ने गाली दी मुझे और बोली- बहनचोद, मेरी भी चाट कुत्ते!
मैंने उसकी चूत को चोदने के लिए उसकी दोनों टाँगें ऊपर उठा दीं और दोनों टांगों को फैला भी दिया.. जिससे उसकी चूत हल्की सी फ़ैल गई। उसकी चूत बिल्कुल लाल-लाल और छोटे छेद वाली थी.. जैसे कमसिन लड़की की हो।
मैंने राजे को फर्श पर घुटनों के बल बिठा दिया, अपनी टाँगें खूब चौड़ी करके मैं बिस्तर के सिरे पर बैठ गई और उसके मुंह से चूत लगा दी। बहुत टाइम से रुका हुआ स्वर्ण अमृत की सुरर्र सुरर्र सुरर्र करती हुई धारा राजे के मुंह में जाने लगी।
मेरा दोस्त मेरे घर खाना खाता था. एक बार मॉडलिंग के शूट के कारण दो दिन बाद घर आया.. तो हालात कुछ बदले-बदले से लगे, कीर्ति मुझसे नजरें नहीं मिला रही थी। दोस्त से पूछा तो उसने बताया.
मेरा जीवन का यह पहला सेक्स अनुभव है. मेरे घर मेरी क्लासमेट पढ़ने आई हुई थी. पढ़ाई में मन नहीं लगा.. तो मैं अपने बेडरूम में गया, कम्प्यूटर चालू किया. कोई नई मूवी नहीं थी तो मैंने ब्लू-फिल्म चालू कर दी।
चाचा मेरी छत पर आकर मुझसे सटकर मेरी छाती पर हाथ रखकर मेरी चूचियों को दबाने लगे। मैं चाचा से छुड़ाकर दूर भागी- यह काम आपके बस का नहीं है.. यह काम किसी जवान मर्द का है।
यह एकदम 100 % सच्ची घटना है मेरी और उस पड़ोसन की जो हरियाणा से सम्बंधित है, हम दोनो किराएदार थे. मैं अपना और उस पड़ोसन का नाम नहीं बताऊंगा. हमारे बीच वास्तविक सेक्स हुआ!
अपने मुंह बोले भाई का बड़ा लंड देख कर मैं उसे अपनी चूत में लेने को उतावली हो गई. कहानी में पढ़िए कि कैसे मेरे भाई ने अपने जीवन की पहली चुदाई की मेरी अधचुदी चूत को चोद कर!
चुदाई की फच्च फच्च, मेरी आहें व सीत्कारें, राजे के मुंह से निकलती हुई हैं हैं हैं और मस्त गालियों की आवाज़ों से कमरा गूंज उठा। यदि कोई घर के बाहर सुन रहा होता तो फ़ौरन समझ लेता यहाँ एक मस्त चुदाई का खेल चल रहा है।
मेरी वाइफ जूही जैन है.. बहुत ही सेक्सी है, गोरा रंग, ऊंचा कद, बड़े-बड़े बूब्स, पतली कमर और उभरे हुए नितंब यानि चूतड़.. उसे जो भी देखे, उसका लण्ड तन जाए.. देखने वाले के मन में उसे चोदने की इच्छा हो जाए।
लड़की बन कर चैट करने वाले एक गांडू से मेरी दोस्ती हो गई. समुद्रतट का आनंद लेने की उसकी चाह हमें एक गाँव के निर्जन तट पर ले गई. और वहाँ जो हुआ, वो आपने सामने पेश कर रहा हूँ.
डांस के अगले दौर में श्रुति ने शर्म को ताक पर रख कर मेरे लबों पर एक गर्म चुम्मी जड़ दी जिसको उसकी सहेलियों ने भी देखा और जवाब में मैंने उसको अपनी बाहों में भींच लिया
मैं अपने पति के साथ उनकी मानसिक स्थिति का इलाज करने हेतु एक डॉक्टर की सलाह मान कर सेक्स की एक विधा ‘ब्रूटल सेक्स’ का प्रयोग कर रही थी और उसी क्रम में मैं आज रात उनके साथ पेश आ रही थी।
राजे भी बिस्तर पे चढ़ गया और मेरी टाँगें खूब चौड़ी कर के फैला दीं, एक तकिया उठाकर मेरे चूतड़ों के नीचे जमाया तो बुर उसके लंड का स्वागत करने के लिए ऊपर को उठ गई।
ऐसा नहीं कि मेरी बीवी सम्भोग करना नहीं चाहती या सेक्स करते समय सहयोग नहीं कर रही, लेकिन जैसे ही मैं उसकी योनि में लिंग प्रवेश कराने लगता हूँ, वो दर्द के मारे मुझे दूर धकेल देती है
यह घटना मुझे जीवन भर याद रहेगी जब मेरा मुंह बोला भाई मेरे घर आया. मेरे पति मर्चेंट नेवी में हैं तो उन्हें कई महीने हो गए थे घर से गए. मैंने अपने भाई को अपने बेडरूम में सुला लिया.