Sex Stories Archive for 2016

चूत एक पहेली -84

बाबूजी भगवान के लिए ऐसी बातें ना करो.. आपको देखते ही मेरे जिस्म में हलचल पैदा हो गई.. ये चूचुक जो तने हुए से हैं ये आपको देखने से तने हैं.. अब आप ऐसी बातें कर रहे हो.. तो नीचे भी कुछ-कुछ हो रहा है।

जेम्स की कल्पना -6

कल्पना के जबड़े दुख रहे थे, योनि दुख रही थी, अंग-अंग टूट रहा था। उसने मन में झाँककर देखा, कोई अपराध-बोध तो नहीं? नहीं, ऐसा कुछ नहीं। उसने जो किया है सोच-समझकर किया है।

एक परी से मुलाकात और प्यार

प्यार करने वालों का दिन यानि वैलेनटाइन डे आया.. हम एक आइसक्रीम पार्लर में गए, वहाँ मैंने उसे प्रपोज किया.. उसकी जो प्रतिक्रिया हुई मैं हैरान हो गया। मैंने जैसी ही उसे प्रपोज करते हुए ‘आई लव यू’ कहा.. उसने एक थप्पड़ मुझे रसीद किया और कहा- सचिन तुमसे मुझे ऐसी उम्मीद नहीं थी।

मैं, मेरी बीवी और चचेरे भाई का सपना हुआ सच -8

मधु नीलेश के बालों को पुचकारते हुए बोली- भइया, आप बहुत अच्छी चुदाई करते हैं। आपका कड़क लंड ऐसा लग रहा है जैसे लोहे की रॉड अंदर डाल दी हो। आप तो... आह ओह्ह्ह आह… भर दो ओह्ह्ह आह आह मेरी चूत को!

चूत एक पहेली -83

दोनों कुछ ज़्यादा ही मस्ती में आ गए और कोमल को कभी नीचे लेटा कर चूसते.. तो कभी हवा में उठा कर उसके मुँह को चोदते। लगभग 15 मिनट तक वो दोनों बारी-बारी उसको मसलते रहे और लौड़ा चुसवाते रहे.. कभी उसकी चूत को चाटते..

यौनसुख से वंचित पाठिका से बने शारीरिक सम्बन्ध -6

मैं एक उंगली उसकी चूत के पानी से गीली करके उसकी गुदा पर फेरने लगा, चूत का पानी बह कर उसकी गुदा के छेद पर आ चुका था तो मैंने उंगली को उसकी गांड में सरका दिया

मेरा गुप्त जीवन- 164

मेरे धक्कों की स्पीड बहुत तेज़ हो गई तो भाभी ने हिलना बंद कर दिया और मेरे लण्ड की करामात का आनन्द लेने लगी। घुड़चढ़ी पोज़ में भाभी 2 बार स्खलित हो गई!

खिलता बदन मचलती जवानी और मेरी बेकरारी-3

मैंने जब अपने होंठ उसकी योनि पर रखे तो वो सिहर सी गई, वो 'आई लव यू…' कहते हुए झुकी और अपना सर मेरे पीठ पर रख कर मुझे कस कर पकड़ लिया। वो मेरे प्यार से बहुत खुश हो गई थी..

मैं, मेरी बीवी और चचेरे भाई का सपना हुआ सच -7

अब मधु बैठ नहीं रही थी क्योंकि उसका तौलिया बहुत ऊपर तक था। वो सोफे के दूसरी तरफ खड़ी रही, मैं सोफे पर बैठा बैठा अपना हाथ बढ़ा कर उसकी चिकनी चूत को सहला रहा था।

जेम्स की कल्पना -5

मोटे होठों की खड़ी फाँक, बीच में गहरा भूरापन लिये- जैसे किसी ने पाव रोटी को बीच से काटकर अंदर चॉकलेट दबा दी हो। जेम्स होठों पर जीभ फेरने लगा। कल्पना आधी आँखें मूँदे पलकों की झिरी से देख रही थी।

बड़ी बहन की कुंवारी चूत चोदने की ललक -3

सोनम भी दबे पाँव रोहन के कमरे के दरवाजे पर आ गई और कान लगा कर अन्दर की बातें सुनने लगी, अंदर से आती सिसकारियों की आवाज सुन कर सोनम की चूत में हलचल होने लगी

चूत एक पहेली -82

हैलो.. मैं कोई रंडी नहीं हूँ.. कॉलेज स्टूडेंट हूँ.. वो तो मेरी कुछ जरूरतें है.. जिन्हें पूरा करने के लिए चुदवाती हूँ.. और रही बात बहुत लौड़े खाने की.. तो तुमको बता दूँ आज तक 7" से बड़ा कभी नहीं लिया मैंने..

खिलता बदन मचलती जवानी और मेरी बेकरारी -2

रिया भांग के नशे में मेरे पास ही लेटी थी तो मैंने उसकी चूचियाँ सहला दी। मुझे अहसास हुआ कि वो इसका मज़ा ले रही है। अगली रात सोते हुए मुझे लगा कि मेरे कैपरी में उसका हाथ है।

कॉलेज गर्ल की चूत उसके घर जाकर मारी

कॉलेज गर्ल नेहा दिखने बेहद हॉट थी, उसका ब्रेकअप हो गया है। मैं मन ही मन खुश हुआ और उसी मौके का फायदा उठा कर उसके करीब हो गया और उसकी चूत उसके घर जाकर मारी।

मैं, मेरी बीवी और चचेरे भाई का सपना हुआ सच -6

नीलेश मेरी तरफ देखता हुआ आँखों से इशारे से बताने की कोशिश कर रहा था कि स्कर्ट और टॉप थोड़ा नीचे कर दूँ पर वो अभी मेरा प्लान जानता ही कहाँ था।

संतान के लिए परपुरुष सहवास -3

पन्द्रह मिनट के तेज़ घर्षण के अंत में संजीव ने एक बार फिर मेरी टाँगें ऊपर करके मेरे हाथों में थमा दी और जोर से एक धक्का लगा कर अपने लिंग-मुंड को मेरे गर्भाशय में घुसा दिया।

चूत एक पहेली -81

मान ले एक बार मैं हार गया.. तो तू अपनी जींस निकाल देना.. ये कुर्ता इतना लंबा है.. कि तेरे घुटने तक रहेगा.. तो जींस निकल जाने के बाद भी तू सेफ रहेगी। पायल- हाँ समझ गई.. अब दूसरी बार मैं आप मुझे पैन्टी निकालने को कहोगे यही ना?

जेम्स की कल्पना -4

कल्पना ने जेम्स के बार-बार इसरार पर एक बार ठहरकर अच्छे से लिंग को अंदर-बाहर होते देखा, फिर आँखें बंद कर लीं। उसने योनि को मथते लिंग को कमर उचकाकर और नजदीकी दी!

बड़ी बहन की कुंवारी चूत चोदने की ललक-2

नहाने गई तो बाथरूम में जब वो अपनी चूत धोने लगी तो एक बार फिर से उसे रोहन का लंड याद आया। उसने अपनी उँगलियों से अपनी चूत चौड़ी करके देखी और मन ही मन बोली- नहीं, रोहन का लंड बहुत मोटा है, वो मेरी चूत में नहीं घुस सकता।

खिलता बदन मचलती जवानी और मेरी बेकरारी -1

गांव की एक रिश्तेदार कमसिन लड़की मेरे घर रहने आई, शहर आते ही उसका रंग निखर गया और जिस्म भी भर गया, वो एकदम पटाखा बन गई थी, वो अब बहुत हसीन दिखने लगी थी।

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