मेरी लव स्टोरी.. मेरा पहला प्यार -1
हमारे मोहल्ले की मोनिका बहुत पसंद थी, जब उसका ट्यूशन आने जाने का टाइम होता.. मैं भी उनको देखने लिए गली के बाहर खड़ा हो जाता। शायद वो भी मुझे पसंद करती थी।
हमारे मोहल्ले की मोनिका बहुत पसंद थी, जब उसका ट्यूशन आने जाने का टाइम होता.. मैं भी उनको देखने लिए गली के बाहर खड़ा हो जाता। शायद वो भी मुझे पसंद करती थी।
मेरे एक दोस्त ने जो मेरे साथ ही इंजीनियरिंग कर रहा था। उसने बताया कि उसका तुमसे पहले भी कई लड़कों से चक्कर रह चुका है और तेरे साथ तो ये उसके घर वालों ने प्लान किया था।
मेरी बीवी और वो लड़का बिस्तर पर साथ बैठे थे। दोनों बातें कर रहे थे और वो लड़का मेरी बीवी के बालों को.. तो कभी हाथों को.. तो कभी जांघ को सहला रहा था।
मैंने प्रीत को फिर से बिना कपड़ों के देखा तो मुझसे रहा नहीं गया.. मैं एक बार फिर से उसके गोरे-चिट्टे बदन को देखता ही रह गया, उससे एकदम से चिपक गया और कसके उसे अपनी बाँहों में दबा लिया..
फरहान सलवार उतारने लगा.. तो मैंने कहा- सलवार मत उतारो बस नीचे से बीच में से सलवार की सिलाई उधेड़ लो.. ताकि वहाँ सुराख बन जाए और ड्रेस उतारना ना पड़े।
मैं और मेरा दोस्त रिंकू, नई नई जवानी चढ़ी थी तो ज़्यादा बातें तो सेक्स की ही होती थी, किस के चूचे बड़े हैं, किसकी गांड बड़ी है, बस सारा दिन इसी चक्कर में उलझे रहते थे।
विक्की हरियाणा के गाँव का एक साधारण जाट लड़का है, पड़ोस में दिल्ली से एक चिकना लड़का आया तो विक्की की निगाह में चढ़ गया. उसके अंदर उसे चोदने के अरमान जागने लगे।
रिश्ते में मेरी बहन की ननद आई हुई थी, बो मेरे से खूब मजाक करती थी. उसकी शरारतों से मैंने उत्तेजित होकर उसे पकड़ लिया और चूमने लगा.
मेरी क्लास में एक लड़की दिव्या है.. हम दोनों बचपन से ही साथ साथ रहे हैं क्योंकि हमारा घर भी एक-दूसरे से सटा हुआ है इसलिए हम दोनों जब चाहें.. एक-दूसरे से मिल लेते हैं।
सोनिया बोली- अब तुम लोगों ने ग्रुप सेक्स का मज़ा लेने की आदत डाल दी है.. तो एक और लण्ड का इंतजाम कर लो.. पर एक बार में एक अकेले से ही चुदवाऊँगी.. जैसे मैंने मदन से चुदवाई थी।
अब मैं अपनी तीसरी उंगली भी फरहान की गाण्ड में दाखिल करना चाह रहा था। मैं जानता था कि इसकी तक़लीफ़ बहुत ज्यादा होगी। मैं डर रहा था कि कहीं वो चिल्लाना ना शुरू कर दे।
मैं तीन दिन के लिये अपने चचेरे भाई के घर रहने गया क्योंकि भाई को बाहर जाना था, भाभी अकेली रह जाती। उन तीन दिनों में क्या हुआ, इस कहानी में पढ़िये।
साथियो, मैं आपको अपने जीवन की युवावस्था की आपबीती सुना रहा था जिसमें मैं अपने एक मित्र आमिर के साथ एक रात में अकेला था और हम दोनों के बीच जिस्मानी छेड़छाड़ चल रही थी अब अपनी उसी आपबीती को आगे लिख रहा हूँ आनन्द लीजिए। फिर आमिर मेरे मम्मे चूसने लगा.. एक चूसता तो […]
चाची के साथ कार में बैठा तो सामिप्य पाकर उनके बदन को छुआ तो शुरुआती हिचक के बाद चाची ने मेरा साथ दिया। अगले ही दिन चाची ने मुझे अपने घर बुला लिया और…
अपनी क्लासमेट दोस्त के जरिये मैंने अपने ही कॉलेज की एक बहुत खूबसूरत माल लड़की से दोस्ती की और कुछ ही दिनों में सेक्स की बातें होने लगी.
सोनिया बोली- वीडियो देख कर तो अब मेरा दिल भी कर रहा है कि गाण्ड मरवा कर देखूँ एक बार.. पर अगर ज्यादा दर्द होगा.. तो मेरी गाण्ड प्लीज़ मत चोदना।
मैंने उसका लण्ड चूसना बंद कर दिया। उसने अपना लण्ड मेरे मुँह से निकाला ही था कि उसका लण्ड ज़मीन पर पिचकारियाँ मारने लगा। अब मेरी बारी थी उसकी गाण्ड मारने की!
एक शादी में पड़ोस की एक लड़की मुझे अच्छी लगी और उससे नैन मटक्का भी चलने लगा. मैं कुछ सामान लेने उसके घर गया तो उसकी मम्मी मिली. शायद मैं उन्हें भा गया.
स्कूल में तो लड़के सेक्स के बारे में हमेशा बातें करते रहते थे और मुझे भी उनकी बातों में बड़ा मजा आता था। मुझे एक बात थोड़ा अजीब लगती थी कि मैं लड़कियों के मुकाबले लड़कों की तरफ ज्यादा आकर्षित हो रहा हूँ।
मैं प्रखर, अंतर्वासना साइट का बहुत पुराना पाठक हूँ, मुझे इस साइट का नशा सा हो गया है, आज मैं आपको मेरी जिंदगी की एक घटना बताने जा रहा हूँ उम्मीद है आप को पसंद आएगी।