चूत में बच्चा
मेरी जान निकल रही थी और मेरे पति भी पसीना पसीना हो गये। मैं बोल पड़ी अपने पति देव से- बहन के लंड… तूने ही डाला था… अब तू ही निकाल इसे! वरना मैं मर जाऊँगी।
मेरी जान निकल रही थी और मेरे पति भी पसीना पसीना हो गये। मैं बोल पड़ी अपने पति देव से- बहन के लंड… तूने ही डाला था… अब तू ही निकाल इसे! वरना मैं मर जाऊँगी।
मैं घर पर अकेला था, ब्लू-फिल्म देख रहा था। हमारी किरायेदार आन्टी को पता चल गया और वो मुझे ब्लैकमेल करने लगी, कहने लगी कि मेरी बात मान, नहीं तो!
दिल्ली मेट्रो में सफ़र करते वक्त एक सुन्दर लड़की मेरी दोस्त बन गई। एक शाम हम दोनों मेट्रो में थे, तेज बारिश के कारण मेट्रो में कुछ खराबी आ गई थी। वो मुझे अपने घर ले गई।
पानी में काफी भीड़ होती थी और किसी को ज्यादा ध्यान नहीं होता था, सब लोग चड्डी में ही होते थे, मैं उनके लंड के उभार को देखता जिसमें गीली हो चुकी चड्डी में लंड का शेप साफ दिखाई देता था।
पड़ोस की एक लड़की को पटा तो लिया लेकिन वो सेक्स के लिए नहीं मान रही थी। तो मैंने उसकी एक सहेली से दोस्ती की और उसे उसकी सहेली को सेक्स के लिए राजी करने को कहा।
यह बात अजीब है.. पर सच है कि मेरा पहला अनुभव मेरे भाई के साथ ही हुआ जब हमारे मॉम-डैड घर से बाहर किसी शादी में गए थे। उसने मुझे मेरे बॉयफ़्रेंड के साथ देख लिया था।
बरसात के मौसम में मेरा दोस्त बोला कि बाग में जामुन खाने चलते हैं। हम चले गए। तभी बारिश हो गई। कहानी पढ़ कर देखिए कि हमने कौन से जामुन खाए!
वो बिल्कुल परी सी लग रही थी, एकदम बढ़िया फिगर में थी और उसके बाल पीठ तक खुले थे। दिखने में गोरे रंग की थी। उस लड़की को देखकर मेरे बदन में कुछ कुछ हो रहा था।
पता नहीं मुझे क्या हुआ कि मेरी हवस फिर जाग उठी और उन्हें मैंने कहा- प्लीज और चोदो ना… चाहे मुझे कितना भी दर्द हो, कितनी भी जलन हो, कितना भी रोकूँ, मत रुकना, आज तुम पूरे वहशी बन जाओ।
बिजनेस में व्यस्त पुरुष जो अपने घर में सिवाये पैसे के कुछ नहीं दे पाता, उसकी पत्नी होने का दर्द मैंने देखा एक ऐसी की महिला के दिल में जिसने कुछ पल सुख के पाने के लिए खुद को मुझे अर्पित कर दिया।
मेरे पति एक नई बात कहते हैं ग्रुप सेक्स करेंगे। हालाँकि मैंने सुना है विदेशों में तो आम बात है, पर कहाँ तो ऐसा कपल मिलेगा और अनजान मर्द से कैसे मैं सेक्स कर सकती हूँ।
प्रिय अन्तर्वासना पाठको, सितम्बर महीने में प्रकाशित कहानियों में से पाठकों की पसंद की पांच कहानियाँ आपके समक्ष प्रस्तुत हैं…
छह लड़कियों या भाभियों का एक ग्रुप था, उनमें से चार अपनी चूत मुझसे चुदवा चुकी थी, अब पांचवीं का नम्बर था. उसी की चूत चुदाई की हिंदी सेक्स कहानी आपके लिए लिख रहा हूँ!
मैं आप सबके साथ अपनी लाइफ का एक ऐसा इन्सिडेंट शेयर करना चाहता हूँ जिसे मैं आज भी याद करके बहुत दुखी होता हूँ। आपको मेरी स्टोरी के अंत में पता चलेगा कि मैं दुखी क्यों होता हूँ।
मेरे पति मेरी चूत और गांड की चुदाई वहशीयाना तरीके से कर रहे थे, मुझे बहुत तकलीफ़ हो रही थी, मैं अपने पति को गालियाँ दे रही थी- मादर चोद छोड़ मुझे!
जोधपुर के किले में घूमते हुए मैं एक बार में घुस गया.. एक बियर मंगवा कर हौले-हौले पीने लगा। इधर उधर देखा कि कोई माल दिख जाए.. एक विदेशी लड़की अकेली बैठी थी।
दिन में पति के दोस्त की बीवी आई और उसके साथ थोड़ी लेस्बीयन मस्ती की। पति शाम को डिनर पर ले गए, वहाँ उनका दोस्त भी था। डिनर के बाद घर में धमाल की कहानी पढ़िए।
मेरी क्लास की एक लड़की दिखने में बहुत गोरी, तीखे नैननक्श वाली है। मैं उसके नाम से मुठ मारने लगा था। वो भी मुझे कभी-कभी छुप-छुप कर देखती थी। हमारा प्यार कैसे बढ़ा!
मेरा बेटा मुझे कई बार चोद चुका था, मुझे भी बेटे से चुद कर बहुत मजा आता है। अभी मेरे पति कुछ दिन के लिय बाहर गये तो उनके पीछे हम मां बेटे ने क्या गुल खिलाए!
मैं मामा के घर रह कर पढ़ रहा था। उनके बेटे की पत्नी यानि भाभी बहुत मस्त बिदास औरत है, हर तरह का हँसी मज़ाक, छेड़छाड़ करती रहती थी। भाभी की चूत चुदाई कैसे हुई?