मेरी अन्तर्वासना हिन्दी सेक्स स्टोरी की फ़ैन की चूत-4
किसी लड़की या औरत को गांड और चूत एक साथ दो लंडों से चुदवाने में कैसा लगता होगा? इस भाग में कविता के पति ने उसकी गांड और मैंने उसकी चूत में लंड घुसाया। कहानी पढ़ कर मज़ा लें।
किसी लड़की या औरत को गांड और चूत एक साथ दो लंडों से चुदवाने में कैसा लगता होगा? इस भाग में कविता के पति ने उसकी गांड और मैंने उसकी चूत में लंड घुसाया। कहानी पढ़ कर मज़ा लें।
मेरी नई जॉब में मेरी सीनियर मैडम शादीशुदा लेकिन बहुत सेक्सी थी, हम दोनों एक दूसरे को पसन्द करते थे। एक दिन हम मूवी देखने गए तो मैंने उसका हाथ सहलाने लगा..
हमारे किरायेदार अंकल आंटी को चूत चुदाई करते देखा, अंकल आन्टी को पूरा मज़ा नहीं दे पाए तो आंटी चूत में उंगली करने लगी। अगले दिन मैं उनके कमरे में गया तो…
मैं एक घर में ड्राईवर हूँ, एक रात मालिक के कमरे से अजीब आवाजें आ रही थीं। मालकिन उनसे चूत चुदाई ना कर पाने के कारण लड़ रही थी. तो मालकिन ने क्या किया?
ट्रेन में मिली दिल्ली की लड़की ने मुझे मिलने बुलाया और अपने घर ले गई। घर में कोई नहीं था। इतना तो तय था कि वो अपनी चूत चुदवाने ही मुझे अपने घर लाई है।
हावड़ा पहुँच कर हम होटल में गए, पापा जी सोफ़े पर, मैं बेड पर लेट गई, मेरा बुखार तेज हो रहा था। सुबह मेरी नींद खुली तो मेरी नजर बाथरूम में पेशाब कर रहे पापाजी पर पड़ी।
मैं एक तरफ तो सम्भोग का आनन्द लेना चाह रही थी.. वहीं मेरे मन और मस्तिष्क में दूसरों को सम्भोगरत देखने की भी लालसा भी थी। मेरे जिस्म के साथ पहली बार दो मर्द एक साथ खेल रहे थे।
कविता के पति ने अपनी बीवी को मुझसे चुदवा दिया। अब हम दोनों एक साथ मिल कर कविता की चूत और गांड चोदने को तैयार थे। हम तीनों एक बेड पर नंगे हो गए।
मैंने एक रात अपनी बहन के साथ लेस्बियन सेक्स करने के बाद एक सपना देखा, उसे मैंने कहानी का रूप दिया है। हम अपनी सहेली की शादी में गई तो तीन लड़कों ने हमें चोदा।
मेरे भाई का दोस्त मुझे बहुत अच्छा लगता था, वो भी मुझे चाहता था, मेरी जवानी का रस पीना चाहता था। कहानी में पढ़िए कि कैसे उसने मेरी चूत पहली बार चोद डाली।
चूत चुदाई की लम्बी कहानी के इस भाग में मेरे देवर ने मेरी मालिश की, झांटें साफ़ की, मुझे चोदा। फ़िर मैं ससुर के साथ कोलकाता की ट्रेन में बैठी तो मुझे ऑफ़िस में चुदाई याद आ गई।
मैं ट्रेन से अपने परिजनों संग लौट रहा था कि एक प्यारी हसीन सी लड़की दिखी, वो लगातार मुझे ही देख रही थी। मैंने उसे ट्रेन के दरवाजे के पास बुलाया। कहानी पढ़ कर देखिए।
अब तक आपने पढ़ा.. कविता मेरे साथ बाथरूम में थी। अब आगे.. मैंने उससे कहा- हम पहले नहा लें.. साथ-साथ मस्ती भी कर लेते हैं। उसने शावर ऑन कर दिया और हम दोनों शावर लेने लगे। मैं बाथटब में बैठ गया और उसे अपने ऊपर बिठा लिया। उसके जिस्म पर सिर्फ पैंटी थी और मेरे […]
कुछ दिन बाद उस धमकाने वाली औरत ने मुझे फ़ोन करके बुलाया और धमका कर उसकी किसी सहेली का कोई काम करने को कहा। मुझे हाँ करनी पड़ी। कहानी पढ़ कर जानिये कि क्या काम था।
ग्रुप सेक्स का यह दो दिनों का खेल अब अपने अन्तिम पड़ाव पर है, सब औरतें किसी ना किसी मर्द को चुद कर, लंड चूस कर या गांड मरवा कर मज़ा दे रही थी। कहानी का मज़ा लें।
मैं मामा के घर गया हुआ था। एक दोपहर मामा मामी अपने कमरे में चले गए तो मुझे लगा कि ये जरूर कुछ करने वाले हैं। मैं भी उनके दरवाजे में चाबी के छेद से देखने लगा।
मेरी अन्तर्वासना हिन्दी सेक्स स्टोरी से एक जोड़ा मेरा दोस्त बने, फ़ोन सेक्स चैट भी हुई और वे दोनों मुझे अपने घर नॉएडा बुलाने की जिद करने लगे। एक बार मैं उनके घर गया तो…
मैं जब बाहर से अन्दर आ रही थी तो कराहने, सिसकने और हाँफने की आवाज उम्म्ह… अहह… हय… याह… बढ़ती जा रही थीं और जब अन्दर आई तो ऐसा माहौल था कि पूरा कमरा उन दोनों औरतों की कराहों से गूंज रहा था।
जॉगिंग करते हुए एक औरत से मुलाकात मुझे इतनी मंहगी पड़ी, उसने मेरा फ़ोन नम्बर लिया, मुझे रेस्तराँ में बुलाया, जब मुझे लगा कि यह चुद जाएगी तो पुलिस बुलाने की बात करने लगी।
लंड मेरी चूत और गांड में बदल बदल कर चल रहा था जबकि हाथ मेरे चूचों को मस्त कर रहे थे। मेरी चुदाई खूब मस्त चल रही थी, मैं आँखें बन्द करके अपनी चुदाई के अहसास का मजा ले रही थी।