डेरे वाले बाबा जी और सन्तान सुख की लालसा-2
मेरी बीवी संतान की चाहत में माँ के साथ डेरे वाले बाबाजी के पास गई। इस भाग में पढ़िए कि डेरे में बाबा ने क्या कहा, वहाँ क्या क्या हुआ, मेरी बीवी के मुख से!
मेरी बीवी संतान की चाहत में माँ के साथ डेरे वाले बाबाजी के पास गई। इस भाग में पढ़िए कि डेरे में बाबा ने क्या कहा, वहाँ क्या क्या हुआ, मेरी बीवी के मुख से!
ब्लू फ़िल्म देख रहे थे हम दोनों भाई आपी के इन्तजार में… आपी छोटे भाई से भी चुदने वाली थी। कहानी पढ़ कर देखिये कि हम दो भाइयों ने मिल कर अपनी आपी को कैसे चोदा।
सहेली के बुलावे पर मैं उसके पास आस्ट्रेलिया चली गई। वहाँ बीच पर गए तो बिकनी पहनने में शर्म आई लेकिन कुछ देर बाद पूरी नंगी होकर दौड़ने को मन करने लगा।
शहर में किराये के कमरे के पड़ोस में एक 'न्यू कपल' था। पति बिजनेस के सिलसिले में अक्सर बाहर रहते थे। मेरी दोस्ती हो गई उनसे… एक दिन भाभी और मेरे बीच क्या हुआ?
मेरे पति के लण्ड की लम्बाई 8 इंच और मोटाई 3 इंच से ज्यादा है। मेरे पति मेरी गांड भी मारना चाहते हैं, पर मैं डर की वजह से मना कर देती हूँ। अब उन्होंने मुझे चोदना छोड़ दिया है।
रानी ने लंड के मुंह पर उभरी हुई एक बूंद को चाट लिया और खाल पीछे कर के सुपारा नंगा करके मुंह में ले लिया। मैंने पहले तो उन लज़ीज़ नितंबों पर जीभ फिराई।
मैं उन मर्दों में से हूँ जिन्हें बेहद गर्म बीवियां मिली हैं और अपनी गर्म बीवी को अजनबी मर्दों के साथ अपने सामने चुदना देखना चाहते हैं.. लेकिन कर नहीं पाते।
आपी की चूत की चुदास बढ़ती जा रही थी। छोटा भाई आपी को चोदने को बेचैन था और मैं अपनी छोटी बहन को एक सेक्स गेम में शामिल करना चाह रहा था।
अपने पियक्कड़ दोस्त की सुन्दर जवान और सेक्सी बीवी को मैंने कैसे चोदा… इस कहानी में… हम दोनों उसके घर में पीते थे, उन दोनों में झगड़ा हुआ और मेरी बात बन गई.
प्रिय अन्तर्वासना पाठको, अगस्त महीने में प्रकाशित कहानियों में से पाठकों की पसंद की पांच कहानियाँ आपके समक्ष प्रस्तुत हैं…
रेस्तराँ में मैंने जूसी का स्वर्णामृत पिया, फ़िर हम घर आ गए और आते ही मैंने जूसी रानी को भींच कर ड्राइंग रूम के कारपेट पर ही पटक दिया… कहानी पढ़ कर मज़ा लें।
मेरी एक सहेली मेरे शहर में आई तो हमारा खूब आना जाना हो गया। सेक्स की बातें हुई और हम धीरे धीरे एक दूसरी के बदन से सेक्स का मज़ा लेने लगी। कहानी में पढ़िए!
छोटे भाी को मैंने बता दिया कि मैं और आपी सेक्स कर चुके हैं। अब वो भी आपी के साथ सेक्स के सपने देखने लगा। आपी के बदन की गर्मी भी कुछ ज्यादा ही उछल रही थी।
पड़ोसन भाभी के औलाद नहीं थी, वो डॉक्टर से दवाई लेने मेरे साथ गई। मैंने भाभी को छेड़ दिया और भाभी पट गई। भाभी मुझसे कैसे चुद कर माँ बनी, इस कहानी में पढ़िये।
यह कहानी है एक समलैंगिक किशोर की जो अपनी प्रकृति प्रदत्त असामान्य इच्छा पूरी करने के लिये एक पुरुष की प्रताड़ना का शिकार हुआ। समलैंगिकता शौक नहीं मज़बूरी है।
मैं मामा के गाँव गया तो खाला की जवान बेटी को देख मेरा लंड मचल गया। एक दिन हम तालाब पर नहाने गए तो मैंने उसे तैरना सीखाने के बहाने उसका बदन खूब मसला।
मैं अपनी बीवी जूसी रानी को शॉपिंग और डिनर के लिए ले गया क्योंकि मुझे बहुत मुनाफ़ा हुआ था। रेस्तराँ में हमने क्या गुल खिलाए, कैसे वहाँ जूसी का स्वर्णामृत पिया
आपी के साथ सुहागरात मनाते हुए उनकी चूत में मैंने अपना लण्ड घुसाया तो आपी की फुद्दी ने खूब पानी छोड़ना शुरू कर दिया.. अब आपी छोटे भाई के लंड की बात करने लगी।
एक दोपहर मैं अपनी छत पर गया तो पड़ोस वाली ताई आंगन में नंगी नहा रही थी. मैं उन्हें देखने लगा और मुठ मारने लगा. उसके बाद मेरा रोज का काम हो गया. एक दिन...
मेरा दोस्त जॉब के कारण दूसरे शहर में गया तो उसकी मम्मी घर का सारा सामान मुझसे ही मंगवाती थी। एक बार आन्टी ने मुझसे ब्रा लाने को कहा तो मैंने उनका साइज़ पूछा।