मार गई मुझे पहली चुदाई-1
हमारे घर में किराये पर एक परिवार आया, उसमें दो जवान लड़कियाँ थी, उस परिवार से हमारे अच्छे सम्बन्ध हो गए। कहानी पढ़ कर देखिये कि उनमें से एक लड़की को मैंने कैसे पटाया।
हमारे घर में किराये पर एक परिवार आया, उसमें दो जवान लड़कियाँ थी, उस परिवार से हमारे अच्छे सम्बन्ध हो गए। कहानी पढ़ कर देखिये कि उनमें से एक लड़की को मैंने कैसे पटाया।
मैं मार्क और लुइस के लण्ड से ही पानी में खेलने लगी, मैंने उन्हें कहा- मुझे चुदना है, बहुत तेज आग लग रही है चूत में! मैं देर न करते हुए उन दोनों के लण्डों को बारी बारी चूसने लगी।
एक क्लासमेट मुझे अच्छी लगी, उसका चेहरा एकदम मासूम था, आँखें बहुत प्यारी थीं। मुझे उससे प्यार हो गया और मैंने उसे ‘आई लव यू’ बोल दिया लेकिन उसने मना कर दिया।
मैं तो कब से ये चाहता था कि तुम इस सुख को भोगो, मैं भी अपनी जान को किसी की बाहों में स्वच्छन्द खेलते देख सकूं। तुमको मजा आ रहा है ना?
हमें अपनी अन्तर्वासना को तृप्त करने का कोई जायज़ स्रोत नहीं मिलने वाला तो हमारी शारीरिक इच्छाओं की पूर्ति के लिये इसके सिवा और कौन सा मार्ग हो सकता है?
सविता भाभी सेक्रेटरी की जॉब के लिये इन्टरव्यू देने जाती है अपनी एक सहेली के ऑफ़िस में… वहाँ मैनेजर ने सविता को ऊपर से नीचे तक कामुकता भरी निगाहों से देखा।
कार से निकलते ही मैंने साड़ी निकाल दी और उसके घर के अंदर तक पहुंचते ही मैं पूरी नंगी हो गई और सारे कपड़े एक तरफ फेंक उसे किस करने लगी।
मेरी भाभी हसीन माल थीं। मैंने बहुत कोशिश की परंतु भाभी मुझे घास ही नहीं डालती थीं। एक दिन मैं भाभी के घर गया, वो तब बेटे को चूचों से दूध पिला रही थीं।
मेरी श्वेता को किसी कामुक मर्द का बाहों में देखने की तमन्ना तो अधूरी ही थी। मैं देखने को उत्सुक था कि मेरी पत्नी के जलवे से लोग कैसे घायल होते हैं। साथ ही वो खुद कैसे अपने अन्दर की कामज्वाला से किसी मर्द को जलाती है।
मेरे पड़ोस में दूध वाली आंटी की दो बेटियाँ थी, मैं दूध लेने जाता तो बड़ी बेटी ही होती थी, वही दूध देती थी, अक्सर चाय के लिए पूछती थी. उसकी चुदाई कैसे हुई!
अपने लंड को बड़ा करने के लिये मैं गुप्त रोग डॉक्टर के पास गया। वहाँ नर्स के सामने डॉक्टर ने मेरी जांच करके दवाई दी। दूसरी बार गया तो वहाँ सिर्फ़ नर्स ही थी।
मेरे ऑफिस में एक औरत ने ज्वाइन किया, चर्चा थी कि यह औरत बहुत तेज़ है. वो इतना हँसती और ऐसे शरमाती थी.. जैसे सच में वो खुद को छेड़ने का आमंत्रण दे रही हो। उसके साथ मेरे सम्बन्ध की कहानी है यह!
मेरे पति से झगड़ा चल रहा था और वे मुझे कम्पनी के काम से कनाडा भेजना चाह रहे थे। इस कहानी में पढ़ें कि कैसे मेरे पति ने मेरी चूत और गांड मार कर मुझे मनाया।
अब कल तक हम दोनों घर में सारा दिन नंगे ही रहने वाले हैं, और एक दूसरे से बिना किसी औपचारिकता के बिल्कुल खुले भाव से पेश आयेंगे, कुछ गंदी-गंदी बातें भी करेंगे।
मेरी बहन ने मुझसे चुदते चुदते बताया कि उसकी ससुराल में नई बहू को पूरा परिवार मिला कर नंगी करके गर्म करता है और फिर पति सबके सामने उसकी चूत की चुदाई करता है.
मेरे पड़ोस में एक लड़की की शादी से पहले उसकी खूब चुदाई की थी मैंने। वो अपने मायके यानि मेरे पड़ोस में आई तो हमारी मुलाकात हो गई, उसकी आँखों में चूत चुदाई की तड़प साफ दिखाई दे रही थी।
मुझ सेक्स की भूख करीब कई साल पहले से लगी और कभी जब बहुत ज्यादा मन करता तो रंडियों के पास चला जाता या फिर हाथ से हिलाकर शांत हो जाता था।
मैं एक एग्जाम देने उज्जैन से भोपाल जा रहा था। एक लड़की मेरे डब्बे में आई, मेरे पास बैठ गई। हम दोनों ने एक दूसरे को परिचय दिया। उसके बाद क्या हुआ, कहानी में पढ़ें।
मुझे जब भी समय मिलता मैं उस आई डी पर होने वाली सभी गतिविधियाँ देखती। कभी कोई कपल मित्र कामुक चुटकुला भेजते या मजाक करते तो मुझे बुरा नहीं लगता था।
मैं अपनी बहन को गालियां दे कर चोदने लगा, उसे बहुत मज़ा आया। मैंने उससे चूत रस्म के बारे में पूछा तो बताने लगी कि उसके सास ससुर उसकी चुदाई की बात कर रहे थे।