मुझे मोटी गोरी लड़कियाँ, औरतें पंसद हैं
शादी से पहले मैंने अपनी होने वाली बीवी को नहीं देखा था. मुझे मोटी लड़कियाँ पसंद हैं लेकिन मेरी बीवी काली और दुबली पतली है, उसे चोदने का दिल नहीं करता!
शादी से पहले मैंने अपनी होने वाली बीवी को नहीं देखा था. मुझे मोटी लड़कियाँ पसंद हैं लेकिन मेरी बीवी काली और दुबली पतली है, उसे चोदने का दिल नहीं करता!
नीरस दाम्पत्य जीवने से ऊबे पति ने घर से बाहर रस खोजने की कोशिश की तो उसे पता लगा कि और लोग कैसे जी रहे हैं. उसने ऐसा क्या किया कि उसकी पत्नी भी कह उठी...
आपी की माहवारी खत्म हो गई थी तो उनकी अन्तर्वासना कुछ ज्यादा ही उबल रही थी। उन्होंने खुले में मेरे लन्ड को पकड़ा और देखने की जिद करने लगी। और उसके बाद…
मैं और मेरे भैया-भाभी टूर पर गए हुए थे, और भाभी की फ्रेण्ड पूजा भी साथ में थीं.. एक जगह बहुत भीड़ थी, लोग लाइन में जा रहे थे, पूजा मेरे आगे लाइन में लगी थी।
मैं अपने कुंवारेपन से परेशान था क्योंकि मैं बहुत शर्मीला था। मेरे पड़ोस में रहने वाली आंटी ने मुझसे बात करनी शुरू की तो मुझे लगा कि शायद आन्टी कुछ चाहती हैं
एक कमसिन हसीन परी अपने पापा संग हमारे घर आई, मेरे और उसके पापा दोस्त हैं। उसका सेक्सी बदन मुझे अन्दर तक भेद गया। मैंने उस हसीना को कैसे प्राप्त किया!
अन्तर्वासना पढ़ कर हम दोनों थ्रीसम सेक्स बारे में जानते थे लेकिन जब दोस्तों ने बताया कि वे थ्री सम सेक्स करते हैं तो मेरे पति को भी इसका मज़ा लेने की जिद लगी। क्या करूँ मैं?
मैं मोबाईल ठीक कराने ग्या तो समय बिताने के लिये एक रेस्तराँ में चला गया। वहाँ एक लड़की से मुलाकात हुई, मैंने कोशिश की तो कुछ बात भी हुई। कहानी पढ़ें!
इन दिनों अपने स्टोर के काम में इतना उलझ गया कि सेक्स की तरफ़ ध्यान ही नहीं जा रहा था। एक रात मेरे छोटे भाई ने बताया कि आपी ने पिछली रात उसका लन्ड चूसा था।
मेरे दोस्त ने अपनी बीवी की सहेली का नम्बर दिया। मैंने उस नम्बर पर मिस काल दी, करीब दो घंटे बाद उसका फोन आया तो मैंने उसे दोस्ती का आफर दिया। उसके बाद…
मैं अपनी मामी को बहुत पसंद करता था, वो भी मुझे अपना दोस्त ही मानती थी. जब मैं उनके घर रहने गया तो मेरी चाहत मुझे मिल ही गई. कहानी पढ़ कर जानिये कि कैसे हुआ!
मेरे दोस्त ने मुझसे जन्मदिन के तोहफे के रूप में मुझसे मेरी होने वाली बीवी एक रात ले लिए मांग ली और मैंने अपनी बीवी उसको तोहफे के रूप में एक रात के लिए दे दी
मैं अपने बेटे के लंड की चमड़ी के इलाज़ के लिए उससे सेक्स करने को तैयार थी। इस भाग में पढ़िये कि कैसे मैंने अपने बेटे से चुद कर उसके लंड की समस्या हल की।
सुबह उठ कर नीचे जाने लगा तो सीढ़ियों में आपी मिली, उन्होंने अपनी छाती प्लास्टिक के टब से छिपाई हुई थी। देखा तो उनकी कमीज भीगी थी और चूचियाँ पूरी नुमाया थी।
प्रिय अन्तर्वासना पाठको, जुलाई महीने में प्रकाशित कहानियों में से पाठकों की पसंद की पांच कहानियाँ आपके समक्ष प्रस्तुत हैं…
दोपहर को सोते हुए मैंने देखा कि सिर्फ़ ब्लाऊज़ पेटिकोट में भाभी मेरी बगल में सो रही थी। मैं उनके बदन को छूने लगा, ब्लाउज़ खोल कर चूचियाँ चूसने लगा।
मेरे लंगोटिया यार का जन्म दिन आया तो मेरी मंगेतर के साथ तीनों घूमने गये। मैंने दोस्त से जन्मदिन के तोहफ़े के लिये पूछा तो उसने एक रात के लिये मेरी मंगेतर को मांग लिया…
भाभी की चचेरी बहन भी मेरे पति से चुदने को आतुर थी। वो दोअर्थी बात करने लगी। रात को मेरी सेक्सी ड्रेस देख विकास ने मुझे कावेरी के सामने ही पकड़ लिया।
आपी की चूत चूसने के साथ मैं उनकी चूत में उंगली करने लगा। फ़िर मैंने उनकी गांड में जीभ लगा दी और थोड़ी देर बाद आपी की गांड में उंगली घुसा दी तकरीबन डेढ़ इन्च…
मेरी पैन्टी मेरा बेटा ले जाता था, उसे मैंने पैन्टी पर मुठ मारते रंगे हाथ पकड़ा। उसका लंड दिखा तो सुपारे पर चमड़ी थी जो तकलीफ़ देह थी। इसका इलाज़ जरूरी था।