अनजानी लौंडिया की जबरदस्त चूत चुदाई-1
एक रेस्तराँ में हुई एक लड़की से मुलाकात दोस्ती में बदल गई और मैंने उसे डिनर पर उसी रेस्तराँ में बुलाया। वापिसी में बारिश के कारण वो मेरे रूम में आ गई।
एक रेस्तराँ में हुई एक लड़की से मुलाकात दोस्ती में बदल गई और मैंने उसे डिनर पर उसी रेस्तराँ में बुलाया। वापिसी में बारिश के कारण वो मेरे रूम में आ गई।
मैं जिसे चाहता था वो रात को होटल में मेरे साथ अकेली थी। मैं उसे चूम रहा था और वो भी मेरा साथ देने लगी थी। लेकिन मेरी मंजिल थी उसके जिस्म का भोग! कहानी पढ़ें!
मेरे पति मेरी चूत को चोदते इस कदर से हैं कि मेरे दोनों बेटे और बहुएँ मेरी लड़खड़ाती हुई चाल को देखकर मंद मंद और चोरी चोरी हंसने लगते हैं, मैं भी उनके सामने शर्म से लाल हो जाती हूँ।
छत पर नेहा भाभी ने मुझे प्रीत की चुदाई करते देखा था। अब मैं नेहा की चूत के चक्कर में था। मुझे पता थ कि वो भी चुदना चाहती है! कहानी में पढ़ें कि वो कैसे चुदी!
आपी को भरोसा दिला कर कि मैं अन्दर नहीं डालूँगा, मैं अपना लंड उनकी चूत पर रगड़ने लगा। आपी छोटे भाई का लंड चूस रही थी। आगे क्या क्या हुआ, कहानी पढ़ कर जानिये।
मेरे पड़ोस में मोटे कूल्हों वाली आंटी रहती थी। उसके पति दूसरे शहर में नौकरी करते थे। मैंने कैसे उस आंटी को पटा कर उनकी चूत चुदाई की, इस कहानी में पढ़िये।
मेरी क्लास की खूबसूरत लड़की से मेरी बिल्कुल नहीं बनती थी। लेकिन शायद हम दोनों की नोक झोंक में ही कहीं प्यार पनप रहा था। कहानी में पढ़िए हमारा प्यार किस रूप में सामने आया।
मैं अपनी पड़ोसन पंजाबन लड़की का जिस्म चाहता था। भाग्यवश मुझे उसके साथ एक रात होटल में बिताने का मौका मिला। कहानी पढ़ कर देखिये कि मैं अपने मकसद में कामयाब हुआ?
मैं अपने बेटे से रोज ही चुदती थी. एक दिन मुझे चोदते हुए उसने कहा कि वो मुझे पापा से चुदते हुए देखना चाहता है. मम्मी पापा की चुदाई देखने की जिद मैंने पूरी की
अपनी बीवी की गैर मर्द से यौन सन्तुष्टि होते देख मुझे ख्याल नहीं रहा कि कोई और भी है जो अपनी वासना तृप्ति की आस लिए यहाँ थी, उसकी सन्तुष्टि मेरा फ़र्ज़ है।
मैं बहन की चूत के दाने को चूस रहा था कि अम्मी आ गई, उन्हें कुछ दिखा नहीं और हम बाल बाल बचे। रात को आपी हमारे कमरे में आई तो छोटा भाई बेताब हो रहा था।
मेरी बुआ भरी जवानी में ही विधवा हो गयी थी. एक बार मैंने बुआ को चूत में मूली से चुदाई करते देखा तो मैंने बुआ की चुदाई करने की ठान ली. पढ़े मेरी हिंदी एडल्ट स्टोरी में कि मैंने कैसे बुआ को चोदा.
मेरी क्लास की एक खूबसूरत लड़की हेडगर्ल थी और मैं अपनी क्लास का मॉनीटर… मुझे वो बहुत पसन्द थी लेकिन हमारी बिल्कुल नहीं बनती थी। कहानी में पढ़िए हमारी खटपट…
मैं आगरा में किराये से रहता था, सामने वाले कमरे में एक परिवार में एक अल्हड़ पंजाबन लड़की रहती थी। एक दिन वो मुझे सिर्फ़ तौलिये में दिखी, वो नहा कर निकली थी।
मैं बारहवीं में थी, जवान हो गई थी। स्कूल के सारे जवान लड़के मुझ पर मरते थे.. लेकिन मैं किसी को भाव नहीं देती थी। एक दिन सर ने अपना हाथ मेरे कन्धे पर रख दिया।
दोनों जोड़े बाग में बारिश में अपनी अपनी बीवियों से रोमांस और काम क्रीड़ा से पूर्व के खेल खेलने लगे। अति उत्तेजनावश सब होटल की ओर भागे। होटल में क्या हुआ!
आपी रात को कमरे में आने का कह कर जाने लगी तो मैंने उन्हें रोक कर चूत की खुशबू लेने की तमन्ना जाहिर की। तो आपी मुझे चकमा देकर भाग गई। लेकिन वो लौट कर आई और…
मैं अपने मम्मी पापा और नौकर के साथ गाँव की जमीन की देखरेख के लिये गई। वहाँ नौकर की नीयत मेरे जिस्म पर खराब हो गई, उसने मूतते हुए अपना लंड मुझे दिखाया।
एक रेस्तराँ में एक लड़की से मुलाकात हुई, मैंने कोशिश की तो कुछ बात हुई और दोस्ती भी! उसने मुझे अपने घर बुलाया तो मेरी फ़ट गई कि पता नहीं क्या होगा वहाँ!
मौसी को चोद कर हम नंगे सो गए और सुबह को किरण ने हमें नंगे पकड़ लिया और तूफ़ान ला दिया घर में। किसी तरह उसे शान्त करके हमने तय किया कि किरण की चुदाई करनी होगी.