लंडखोर आंटी को चुदाई का मज़ा आया
मेरा एक दोस्त एक आंटी को फँसाए हुए था और चोदने के लिए जगह खोज रहा था। एक रात वो उसे मेरे कमरे में लाया। लेकिन आन्टी की तसल्ली नहीं हुई तो आन्टी ने मुझे फ़ांस लिया अपनी हवस मिटाने के लिये !
मेरा एक दोस्त एक आंटी को फँसाए हुए था और चोदने के लिए जगह खोज रहा था। एक रात वो उसे मेरे कमरे में लाया। लेकिन आन्टी की तसल्ली नहीं हुई तो आन्टी ने मुझे फ़ांस लिया अपनी हवस मिटाने के लिये !
सने जिप धीरे धीरे नीचे की तरफ खोलनी शुरु की... जैसे जैसे चेन नीचे जा रही थी, मेरे मुंह में पानी आ रहा था और मेरे ये भाव देखता हुआ प्रवीण मुस्कुरा रहा था..
ममता के अभी बच्चा नहीं हुआ था तो चूत टाइट थी, कुछ देर मैं इसी तरह रुका रहा और देखा कि अब ममता चुदने को तैयार है.. तो मैंने अपनी धक्का-पेलम स्टार्ट कर दी।
मैंने अपना लण्ड निकाल कर.. उसकी गाण्ड में घुसेड़ दिया और उसकी गाण्ड चोदने लगा। मैं उसके कूल्हे पकड़ कर उसे चोद रहा था.. उसके चूतड़ काफी बड़े थे.. उन पर एक प्यारा सा तिल भी था।
एक कॉलेज गर्ल से एक इन्स्टीट्यूट में मुलाकात के बाद फ़ोन पर बातचीत हुई कि कुछ दिन बाद उसने मुझे फ़ोन करके अपने जन्मदिन की पार्टी में बुला लिया, वहाँ क्या हुआ?
मधु की चूत और गांड में लंड डले हुए थे। मैं और नीलेश एक साथ एक लड़की के दो छेदों को भरे होने का मज़ा ले रहे थे। मधु बहुत तेज़ तेज़ साँसों के साथ मचलने लगी।
मैंने रितु और रानी भाभी को लेटने के लिए कहा, फिर ऊषा और शशि को अपन पास बुलाया और उनके मम्मों को थोड़ा छेड़ा, फिर उनको कहा- आप दोनों इन भाभियों से प्यार करें।
दोनों मेरे सामने खड़े थे और दोनों के ही लंड पैंट में तने हुए एक साइड में आकर लग गए थे। आस पास गेहूं के खेत थे चिड़िया की भी आवाज नहीं थी… बस था तो रात का सन्नाटा..
मेरे घर के पास एक लड़की रहती थी उसका नाम किरण था। वो जब भी मुझे देखती.. तो हमेशा देख कर मुस्कुराती, इशारे करती, मैं बहुत खुश हो जाता कि वो मुझे पसंद करती थी।
इतने में अचानक जोर-जोर से बारिश बारिश होने लगी तो मैंने प्रीत का हाथ पकड़ कर उसके पीछे खड़ा होकर उसकी कमर पर हाथ से सहलाते हुए बोला- बेबी, आज तो बारिश भी हमारे साथ है।
काजल ने कहा- भैया मैंने बहुत कोशिश की.. लेकिन मैं डर जाती थी.. कि कहीं किसी को पता चल गया और मैं प्रेगनेंट हो गई तो क्या होगा.. ये सब सोच कर मैं डर जाती थी।
पता नहीं कितनी देर बाद साली सुरभि नशे में मेरे पास आई और उसने मेरे लण्ड को अपने मुँह में ले लिया और मेरे लौड़े पर लगा हुआ सारा माल चाट गई..
रात को सवारी ना मिलने के कारण मैं पैदल गाँव जा रहा था कि बाइक पर दो पुलिस वालों ने मुझे लिफ़्ट दे दी। उनके बांके बलिष्ठ बदन देख मेरी गांड में कुछ कुछ होने लगा।
मेरे पति अमित को गोरी चमड़ी वाली औरत को चोदना अच्छा लगता है। यह कहानी ऐसे विदेशी जोड़े के साथ स्वैपिंग की है.. जिसमें मैं तीन गोरों से चुद गई और उन्होंने जी भरकर मुझे अपनी हवस का शिकार बनाया।
मेरी चुदाई बहुत दिनों से नहीं हुई थी.. मैं चुदास से तड़प रही थी। ऐसे में भाई की याद आई.. मैंने सोचा कि यह मेरी प्यास बुझा सकता है, मुझे उसे किसी तरह पटाना ही होगा।
मधु बोली- राहुल, दूसरे आदमी का लंड लेने में तो बड़ा मज़ा आता है। नीलेश भैया मेरी अच्छी चुदाई कर रहे हैं। आप भी मेरी बहन नीता की अच्छे से चुदाई करो।
प्रीत चिल्लाई- ऊह्ह.. क्या रहे हो.. मेरी गांड तो मेरे पति ने भी नहीं मारी.. मैं बोला- तो तुम्हारे पति को कुछ पता नहीं, गांड मारने में क्या मस्त मजा आता है..
प्रियंका ने अपनी एक उंगली से सुरभि की चूत को पेलना शुरू कर दिया था और उसके मम्मों को भी इतनी जोर से मसल रही थी कि मेरा मन कर रहा था.. कि मैं खुद उन दोनों के चूचों को पी जाऊँ..
बहुत ही छोटे छोटे से उसके चूचे, मैंने उसे अपने और पास किया और उसका चूचे अपने मुँह में लेकर चूसे। छोटे छोटे निप्पल, दाल के दाने जैसे, मैंने उन पर काटा
मैंने सड़क पर कार वाली एक अमीरजादी की मदद की, हमारी दोस्ती हो गई. अगले दिन वो मुझे अपने फ़ार्महाउस में ले गई। मदद के बदले मुझे क्या मिला, कहानी पढ़ कर मज़ा लें!