चाण्डाल चौकड़ी के कारनामे-2
मैंने उसकी शॉर्ट्स में हाथ डाला तो झट से मेरा हाथ पकड़ होंठों को दूर करती हुई बोली- आप दिल्ली वाले तो बहुत फ़ास्ट होते हो? न कोई बात न कोई चीत सीधा चुम्मा।
मैंने उसकी शॉर्ट्स में हाथ डाला तो झट से मेरा हाथ पकड़ होंठों को दूर करती हुई बोली- आप दिल्ली वाले तो बहुत फ़ास्ट होते हो? न कोई बात न कोई चीत सीधा चुम्मा।
जब मैं 2 साल बाद अपने गाँव गया हुआ था.. तो सुबह मैं गाँव के चौंक पर अपने फ्रेंड से मिलने गया हुआ था.. उसी वक्त गाँव के हैण्डपंप पर मुझे एक खूबसूरत सी लड़की पानी भरते नज़र आई।
बंगालन भाभियाँ होती ही सेक्सी हैं जैसे बिपाशा बसु… बिपाशा बसू जैसी ही एक भाभी अन्तर्वासना की आग में जल रही थी, उसने मुझे अपनी योनि की अग्नि पर मेरे लंड के जल का छिड़काव करने बुलाया।
मोहिनी के जिस्म में भी हरकत होना शुरू हो गई थी। अब वो भी अपनी गांड उठा रही थी और मेरे लंड को अपनी चूत में लेने की कोशिश कर रही थी।
मैं स्कूल में मैडम की चुदाई के बारे में सोच रहा था, मैडम चुदाई का अगला पाठ पढ़ाएंगी.. शायद आज मैडम गांड मरवाएँगी, इस बारे में सोच कर मैं पागल हुआ जा रहा था।
जसबीर ने कमरा बंद कर लिया और मेरे को बेतहाशा लबों पर चूमने लगी और रिंकू ने मेरी पैंट के बटन खोलने की कोशिश शुरू कर दी लेकिन ऊषा और शशि ने उसके हाथ पकड़ लिए.
चौकड़ी घर पहुँची तो वहाँ घर में लोगों की भीड़ देख उनका जोश ठण्डा पड़ गया। आए थे मस्ती करने… यहाँ तो आपस में बात करने का भी मौका नहीं… लेकिन कुछ तो होगा ही…
नेहा अक्सर मेरे साथ सेक्स चैट करती और व्हाट्सैप पर डर्टी टाइप बातें करती। उसे चुदाई चैट और चुदाई की गन्दी से गन्दी बातें करना पसंद है, वो हर रोज़ चुदाई में कुछ नया करने का सोचती रहती है।
सपन ने लौड़ा बाहर खींच लिया और मॉम के दोनों पैरों को फैला दिया.. अब वो मॉम के दोनों पैरों के बीच में आ गया.. मॉम ने अपने पैर बहुत ज्यादा फैला लिए थे।
मोहिनी की मम्मी ने उनकी अनुपस्थिति में मुझे उनके घर में रुकने को कहा। मैम और साहब को एयरपोर्ट छोड़ कर मैं उनके घर आया। मोहिनी ने मुझे मेरा कमरा दिखाया।
मुझे जल्दी तुम्हारा लण्ड अपनी चूत में चाहिए। तुम लण्ड पहले मेरी चूत पर रगड़ना.. फिर लण्ड को मेरी चूत में डालना, पहले लण्ड का जो लाल भाग है.. उसे अन्दर डालना।
भाभी ने हाथ पकड़ मुझे जाने से रोक कर दूसरे हाथ से मेरी पैंट की ज़िप खोल कर मेरे लंड को बाहर निकाल लिया। अब गोरी भाभी ने अपने शरीर पर पड़े तौलिए को भी हटा दिया!
दौड़ते-दौड़ते मैं बिस्तर पर जा गिरा.. वो भी बिस्तर पर आकर मुझसे उलझ गई। लड़ते-लड़ते मेरा हाथ उसकी चूची को टच हो जाता.. मैंने उसको अपने बांहों में दबोच लिया।
आंटी चूत चुदवाने को अधीर थी, मैंने आंटी की कसी चूत के अन्दर लौड़ा घुसाकर उनकी चूत खुली की फ़िर आंटी को अपने ऊपर लेकर निलेश को उनकी गांड में लंड घुसाने को कहा।
मेरा लण्ड अब और इंतज़ार करने को तैयार नहीं था.. मैंने नीलम चाची की कमर के नीचे एक तकिया रख दिया। नीलम चाची ने ख़ुशी से अपने पैर खोल दिए।
अम्मी ने मेरी कुर्ती और सलवार निकाल दी, मेरी बुर को सहलाकर अंकल को दिखाकर बोलीं- देखो जी कितनी चिकनी गुलाबी चूत है.. मेरी रानी बिटिया की.. एकदम कोरी है..
मैं गर्ल हॉस्टल में रहती थी। एक बार लड़कियों ने मुझे ब्ल्यू फ़िल्म दिखाई और मेरे बदन को छेड़ने लगी। मेरी चूत गीली हो गई और उसके बाद… कहानी में पढ़िए, मज़ा लीजिए!!
हाथ तंग होने के कारण मैंने पार्ट टाईम जॉब ली। शाम 6 बजे से 10 बजे रात तक घर पर काम करना था। घर में रहने वाले मात्र तीन लोग थे, एक बॉस.. उसकी वाईफ और तीसरी सदस्य उसकी बेटी मोहिनी थी।
अरे सिर्फ होंठों के ऊपर होंठ रखने से किस नहीं किया जाता.. तुम मेरे होंठों को अपने होंठों में रख कर चूसो। कभी ऊपर के होंठों को.. तो कभी नीचे के होंठों को..
इधर आंटी पर इतनी देर में किसी ने ध्यान नहीं दिया था तो वो अपनी ओर आकर्षण खींचने के लिए अपनी पैंटी उतार कर साड़ी ऊपर करके अपनी चूत सहलाने लगी।