बिरज की होली और ट्रेन में चूत ले ली -2
पूजा मेरे लंड को मसलते हुए बोली- यार, मेरी चूत में आग लगाकर तुम यहाँ आ गए.. चलो अब जल्दी से मेरी इस टपकती चूत को अपने लंड से शांत कर दो.. क्योंकि इस चूत ने बहुत लौड़े खाए हैं.. इसकी आग सिर्फ़ लौड़े से ही बुझेगी।
पूजा मेरे लंड को मसलते हुए बोली- यार, मेरी चूत में आग लगाकर तुम यहाँ आ गए.. चलो अब जल्दी से मेरी इस टपकती चूत को अपने लंड से शांत कर दो.. क्योंकि इस चूत ने बहुत लौड़े खाए हैं.. इसकी आग सिर्फ़ लौड़े से ही बुझेगी।
उसने बताया- मैं बच्चे पैदा नहीं कर सकता हूँ बस नाम का लंड है.. सब कुछ सही है.. पर मेरा सारा शरीर लड़कियों वाला है.. केवल ऊपर वाले ने मुझे चूत की जगह लंड दे दिया.. वो भी अधूरा..
मैं तुम्हारे पास ही हूँ.. तुम अपनी उंगली अपनी चूत में डाल लो.. मैं तुम्हारी फड़कती चूत को देख कर अपना लौड़ा हिला रहा हूँ.. मुझको तुम्हें देखने की बहुत इच्छा हो रही है।
मुझे मम्मी के कराहने की आवाज़ आई। मैं उठ गई। मेरे लिए जानी पहचानी आवाज़ थी। मैं समझ गई कि मम्मी की चुदाई हो रही है। मैंने हिम्मत करके हाथ से थोड़ा सा पर्दा हिलाया और देखने लगी।
फ़ोन पर मिस काल कर कर के मैंने एक लड़की पटाई और वो नौकरी के चक्कर में मेरे साथ रहने आ गई। वो मुझसे लगतार महीने भर चुदाई करवाती रही।
होली पर मथुरा जाते समय ट्रेन में एक लड़की मिली जो मेरे पास ही बैठी थी। थोड़े ही समय में वो मुझसे पट गई तो मैंने उसे टॉयलेट में चलने को कहा मगर उसने मना कर दिया।
एक रात बाइक से जाते हुए किसी को लिफ़्ट दी तो पता चला कि वो हिजड़ा था। बातें करते हुए सेक्स की बात आ गई और उसने मेरी मदद के बदले मुझे मज़ा देने को कहा।
मेरा क्लासमेट रोज मेरी तरफ देख कर गंदे-गंदे इशारे करता था, जैसे बाहें फ़ैलाना, होंठों को गोल करके चुम्बन का इशारा करना, चूतड़ आगे पीछे करके चुदाई के इशारे करना…
मैं उठकर उसके सिरहाने जा बैठा और उसका सिर अपनी गोद में रख लिया और उसके घने घने बालों में हाथ फेरने लगा। बस क्या बताऊँ दोस्तो, दिल से एक ही आरजू बार बार निकल रही थी कि यह रात कभी खत्म न हो..
जैसे ही सोनी का मुंह मोनी की चूत में गया, वो एकदम से उछल पड़ी और अपनी कमर को उठा कर सोनी के मुंह से जोड़ दिया, दोनों हाथों को सोनी के सर पर रख दिए और पूरी ताकत से वो सर को अपनी चूत में दबाने लगी।
मेरी क्लासमेट मेरी अच्छी दोस्त थी। एक दिन वो अपनी सहेली के साथ मोबाइल पर नंगी विडियो देख रही थी। उसने मुझे भी लैपटॉप पर सनी लियोनी की फ़िल्म दिखाने को कहा।
मैं आधार कार्ड बनाने एक गाँव के स्कूल में काफ़ी दिन रहा। वहाँ खाना बनाने वाली एक आंटी ने मुझे पटा कर अपनी गांड और चूत मरवाई, पढ़ें इस कहानी में!
यह कहानी मेरी और पड़ोस की एक चालू भाभी की है! मैं उनके घर गया तो वो मुझे छेड़ने लगी. वो कमरे में गई तो मैं उसके पीछे लग गया. कहानी में पढ़ें कि कैसे मेरे और भाभी के बीच शारीरिक रिश्ते बने!
लड़की का कमीज उसकी छाती तक उठा हुआ था और उसकी ब्रा भी ऊपर सरकी हुई थी जिससे उसकी चूचियाँ आधी नंगी दिख रही थीं... गोल गोल दूधिया रंग के नुकीले वक्ष थे उसके जो बिल्कुल तने हुए थे।
मैं नौकरी का इंटरव्यू देने गया तो देखा कि वो कोई दफ्तर नहीं कोठी थी. अन्दर गया तो मैडम मिली उन्होंने एक जवान लड़की को मेरा टैस्ट लेने को बोला. वो मुझे बेडरूम में ले गई.
इंस्टिट्यूट में मेरी मुलाकात एक प्यारी सी लड़की से हुई. मैं उसे पसंद करने लगा था.. पर मैंने कभी उसे बताया नहीं। धीरे-धीरे हम दोनों में नज़दीकियां बढ़ने लगी।
लेकिन क्या पता था कि वो अपनी चोर निगाहों से देख रही थी.. और देखे भी क्यों नहीं.. हम कारनामा ऐसा जो कर रहे थे। हम खूब एक-दूसरे के होंठों को चूस रहे थे.. मैं उसकी गर्दन पर भी चुम्बन कर रहा था..
मैं महिलाओं की बॉडी मसाज का काम करता हूँ। अपने काम से मैंने कई मेमों.. गर्ल्स को खुश किया है.. उनके बदन का दर्द हो या चूत का.. दोनों को मैं पूरी मेहनत से दूर करता हूँ।
आगरा की एक विधवा टीचर ने मुझसे सम्पर्क किया अपने प्यासे बदन की अन्तर्वासना शान्त करने के लिए क्योंकि मैं जिगोलो हूँ। कहानी में पढ़िए कि मैंने उसे संतुष्ट किया!
क्या सच में माँ.. अच्छा हुआ तुमने कल हमारी चुदाई की आवाज सुन ली.. तो फिर अब तुम भी भाभी के जैसी मालिश के लिए तैयार हो या नहीं?