प्रियंका की चूत में चुदाई की खुजली
पोस्ट ग्रेजुयेट कॉलेज में मेरी एक दोस्त थी प्रियंक, उसका फिगर 32-30-36 का एकदम मस्त, उसका रंग भी गोरा है.. कॉलेज के शुरुआत से ही वो मुझे पसंद करती थी लेकिन उसका बॉयफ्रेण्ड कोई और था.
पोस्ट ग्रेजुयेट कॉलेज में मेरी एक दोस्त थी प्रियंक, उसका फिगर 32-30-36 का एकदम मस्त, उसका रंग भी गोरा है.. कॉलेज के शुरुआत से ही वो मुझे पसंद करती थी लेकिन उसका बॉयफ्रेण्ड कोई और था.
अगले दिन मैं राजू भाई के नीचे थी.. उनका लण्ड मेरी चूत में घुसा हुआ था.. हम दोनों की साँसें तेज थीं कि मैंने देखा कि मेरी एक सहेली निशा का कॉल आ रहा था। तो मैंने फोन रिसीव किया.
उर्वशी भाभी भी आ गई बैठक में और आते ही उसने मुझको एक कसके जफ्फी मारी और एक हॉट किस भी मेरे होटों पर जड़ दी और मैं भी उसके चूतड़ों पर हाथ फेरने लगा।
मैं घबरा सी गई और पता नहीं मेरे मुँह से ऐसा क्यों निकल गया कि जल्दी कर लो.. मुझे शाम तक जाना है। इतना सुनने की देर थी कि उन्होंने मुझे अपनी बाँहों में भर लिया।
मैंने थोड़ी हिम्मत करके अपना हाथ उसके हाथ पर रखा.. उसने कोई विरोध नहीं किया। इससे मेरी थोड़ी हिम्मत बढ़ गई। मैंने उसे अपनी गोद में बैठा लिया उसने मेरा साथ दिया।
हम सहेलियों ने कुछ दिन पहले एक ब्लू फिल्म देखी थी.. उसमें दिखाया गया था कि एक लेडी बहुत देर तक मर्द के मुँह पर नंगी बैठ जाती है और शायद झड़ने के बाद ही उठ जाती है..
पुनीत ने लौड़ा चूत से बाहर निकाल लिया और पायल की चूत को फैला कर उसके दाने को उंगली से हिलाने लगा। पुनीत ने दूसरे हाथ में एक चम्मच ले ली और जैसे ही पायल का चूतरस बाहर आया.. पुनीत ने चम्मच से सारा रस ट्रे में निकाल लिया..
मेरे पति विदेश में रहते हैं, मैं शॉपिंग माल गई तो वहाँ एक लम्बे चौड़े काले अजनबी अफ्रीकन को देख कर मेरे चूत कुलबुला उठी। मैंने उससे चुदने की ठान ली। तो पढ़िए एक अफ़्रीकी से चुदाई की कहानी!
मैं और मेरा चचेरा भाई घर में अकेले थे, भाई ने मुझे अपनी गर्लफ्रेंड बना लिया और अब हम सुहागरात मनाने की तैयारी कर चुके थे, भाई ने पूछा कि मैं पहले चुद चुकी हूँ तो मैंने बताया कि मैं कुंवारी हूँ !
रात में भीड़ भरी ट्रेन में एक लेडी मेरे साथ खड़ी थी टॉयलेट के पास.. एक बो बार मेरा हाथ उसके मम्मों से छुआ तो उसने कुछ नहीं कहा बल्कि मुझसे बात करने लगी. मैं तो शुरू हो गया.
मैं दस दिन से भूखी थी तो लीना बीस दिन से! जल्दी ही हमारे बाकी कपड़े भी उतर गये, हम 69 के अंदाज में आकर एक दूसरी की चूचियाँ चूसने लगी। थोड़ी ही देर बाद हमारे शरीर सरके और एक दूसरे की चूत हमारे मुँह के सामने थीं।
मैंने पिंकी को खड़ा कर दिया और उसका मुँह दीवार की तरफ करके उसकी गाण्ड में थूक लगा कर.. पिंकी की गाण्ड में लण्ड को ठेल दिया.. पर अभी भी पिंकी की गाण्ड कसी हुई थी।
पायल ने अपनी जीभ की नोक से भाई के लंड के ऊपर से निकले पानी की बूँद को उठाया और पुनीत के मुँह में अपनी जीभ घुसेड़ दी.. तो पुनीत झट से उसकी जीभ को चूसने लगा।
मैं ऋतु.. अन्तर्वासना पर मैं आपको अपनी चूत की अनेकों चुदाईयों के बारे में बताऊँगी लेकिन सबसे पहले अपने चचेरे भाई से अपनी कुंवारी चूत के उद्घाटन की बात बता रही हूँ, आनन्द लीजिएगा।
मुझे अपनी ट्यूशन वाली मैडम सेक्सी लगती थी, मैं उन्हें चोदने की तमन्ना रखता था। इस कहानी में पढ़िये कि अपनी मैडम को चोदने के लिये लिये मैंने क्या तिकड़म लड़ाई।
सुबह पांच बजे मैंने रवि को सोते से उठा दिया, फोन की घंटी से राज भी उठ गया था, रवि ने फोन का स्पीकर खोल दिया। मैंने रवि से कहा- यार, पूरी रात तुम्हारा लंड याद आता रहा, एक बार मेरी चूत में डाल दो न डार्लिंग!
पिंकी मेरे जींस पर अपने हाथ से सहला रही थी। फिर पिंकी ने मेरी जींस को उतार दिया और अंडरवीयर के ऊपर से ही मेरे लंड को सहलाने लगी। मैं भी अब उसकी सलवार के ऊपर से ही उसकी चूत को सहला रहा था और साथ ही लबों को चूम रहा था।
मेरे दफ्तर की लड़की से मेरा चक्कर चला तो वो मुझे पाने घर ले गई लेकिन उसकी मम्मी ने हमें रंगेहाथ पकड़ लिया. उन्होंने अपनी बेटी को एक कमरे में बंद कर दिया लेकिन मुझे अपने कमरे में ले गई!
निधि बड़ी मुश्किल से लौड़े को चूस पा रही थी.. क्योंकि इतना बड़ा लौड़ा पूरा उसके गले तक जा फँसा था। दस मिनट तक अर्जुन बड़ी बेरहमी से निधि के मुँह को चोदता रहा.. उसकी आँखे लाल हो गईं.. और आँसू भी आ गए..
मैंने नीचे आकर उसकी पैन्टी निकाल दी, उसकी चूत पूरी गीली हो गई थी। मैं उसकी चूत चाटने लगा, मेरा मुँह चूत पर लगते ही वो उछल गई। मैं उसकी चूत में जहाँ तक हो सका.. जीभ डालकर चाटने लगा था। वो काबू से बाहर हो रही थी।