मेरी दूर के रिश्ते की चुदक्कड़ बुआ-2
यह वो कहानी है जिसमें जब चुदास दिमाग़ में भर जाती है.. तब ना कोई उम्र और ना ही कोई रिश्ते का ख्याल रहता है... सिर्फ़ और सिर्फ़ सेक्स.. दिमाग में हर तरह से सेक्स ही सेक्स छाया हुआ होता है।
यह वो कहानी है जिसमें जब चुदास दिमाग़ में भर जाती है.. तब ना कोई उम्र और ना ही कोई रिश्ते का ख्याल रहता है... सिर्फ़ और सिर्फ़ सेक्स.. दिमाग में हर तरह से सेक्स ही सेक्स छाया हुआ होता है।
मैं पुणे में जॉब ढूँढने आया था। समय बिताने के लिये एक गार्डन में बैठा था तो अचानक एक बच्ची से खेलते हुए उसकी मम्मी से मुलाकात हो गई, यह मुलाकात हमें किस मुकाम पर ले गई, पढ़िए इस कहानी के तीसरे भाग में…
खूबसूरत पंजाबन सुपरवाइजर मैडम के बदन का दीवाना होकर उसको अपने काम से खुश किया फिर मैडम के चूतड़ों में फोड़ा होने पर उनकी सेवा का फल मुझे उन्होंने अपनी चूत देकर किया...
गाँव की गोरी से याराना तो हो गया लेकिन उसे ठोकने का मौका नही मिला तो खड़े लण्ड पे चोट खाकर वापिस शहर लौट कर आना पड़ा लेकिन एक बार चूत मारने की ललक लग गई तो निगाहें हर तरफ़ चूत को ही खोजने लगी। तभी गंगा किनारे एक तलाकशुदा लड़की मिल गई, दोस्ती हुई और उसने अपने घर बुला लिया।
'तुम नहीं जानते.. कभी ब्लू-फिल्म देखी है.. गोरे लोग वैसे ही चुदाई करते हैं इंडियन की तरह नहीं कि सलवार उतारी.. लण्ड को चूत में डाला.. 8- 10 धक्के मारे.. और बस चुदाई हो गई।
वो सिर्फ़ पेटीकोट और ब्लाउज में और मैं पज़ामे में था। हम दोनों खड़े थे.. फिर मैं खड़े-खड़े ही उसके पीछे गया और पीछे से उसे अपनी बाँहों में समा लिया और उसके गले को चुम्बन करने लगा।
'तुम्हारा लंड तो मुझे तभी पसंद आ गया था.. जब तुमने पहली बार छत से अपना माल मेरे ऊपर गिराया था और उसी दिन से तुम्हें देख रही थी कि कब तुम मेरी अपने लंड से भेंट करवाते हो?'
फिर अजय के हटते ही अनुराग ने अपना लण्ड मेरी चूत में डाल दिया, मैं फिर मस्त हो गई, अनुराग बहुत धीरे धीरे चोद रहा था, दो चार झटके के बाद रुकता, फिर चोदता और मैं उसकी इस हरकत से खुश हो रही थी।
मैंने उसे चित लिटाया और उसकी गाण्ड के नीचे तकिया लगाया.. उसके पैरों को फैलाया। फिर मैंने अपना लण्ड उसकी चूत पर रख दिया। जब मेरा लण्ड का सुपाड़ा ही उसकी चूत में गया था.. वो जोर से चिल्लाने लगी- नहीं.. उई.. मुझे छो..ओ..ओ..ड़ दो.. मुझे.. न..अहीं.. चुदना.. म्मम्ममाआआआइन.. माअर.. जाऊँ.. ग्गगीई.. अपन्ना.. लण्ड निकाल लो.. ओह्ह्ह..
उस रात मैंने काफी देर तक हेमा के बारे में सोचा और बहुत दु:खी हुआ। ऊपर वाला भी क्या खेल खेलता है? इतनी खूबसूरत बीवी को छोड़ कर कोई पति किसी और की बाँहों में कोई कैसे सो सकता है? मैंने आज तक हेमा के बारे में कभी गलत नहीं सोचा था.. पर उस रात […]
मैं समझ गया कि सासूजी क्या कहना चाहती हैं.. वो मुझसे चुदवाने के लिए बेताब हो चुकी थीं और मुझसे विधि के नाम पर चुदवाना चाहती हैं। लेकिन मेरे मुँह से सुनना चाहती थीं.. इसलिए मैंने कुछ देर सोचने का नाटक किया और बोला- सासूजी विधि तो है.. लेकिन बहुत कठिन है.. शायद आपसे नहीं […]
मैं फिर अनुराग को ढूंढने लगी कि तभी उसका लण्ड मेरे हाथों में आया और मैं उसके लण्ड को अपने मुँह में भर कर लण्ड को चूसने लगी। तभी मुझे लण्ड में कुछ फर्क महसूस हुआ तो मैंने कहा- अनुराग तुम्हारा लण्ड कुछ बदला बदला लग रहा है। तो अनुराग ने कहा- नहीं तो रोमा […]
मैं अपनी भाभी को चाहने लगा, उनका गोरा बदन, रसीली चूचियाँ, प्यारे प्यारे चूतड़ क़यामत हैं। जब भी भाभी साड़ी पहनती तो मेरे मन में भाभी को प्यार करने के अरमान जग जाते थे, हर पल भाभी को देखने का मन करता।
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा प्यार भरा नमस्कार। मेरा नाम राज है.. मैं 26 साल का युवक हूँ। मैं पुणे शहर (महाराष्ट्र) में रहता हूँ। मैं अन्तर्वासना का बहुत पुराना पाठक हूँ.. मैं क्या.. आज कौन अन्तर्वासना का पाठक नहीं है। मुझे अन्तर्वासना पर कुछ कहानियाँ बनावटी लगती है और कुछ सच्ची होती हैं, […]
राज मल्होत्रा की कहानी सुदर्शन मस्ती चोर के द्वारा दोस्तो.. मैं राज मल्होत्रा आप सभी के सामने अन्तर्वासना डॉट कॉम पर अपना एक सच्चा सेक्स अनुभव लेकर आया हूँ और मैं उम्मीद करता हूँ कि यह आप सभी को यह जरूर पसंद आएगी। यह आज की कहानी मेरी नादानी के लालच से शुरू होती है.. […]
मैं खड़े होकर उनके चेहरे को चूसने लगा फिर उनके होंठों को छोड़ कर पूरे चेहरे से मांड निकाल लिया। अब वो भी जानती थीं कि मैं कौन सी जगह से मांड निकालने वाला हूँ। मैंने जैसे ही उनके होंठ से मेरे होंठ को लगाया तो सासूजी ने संतुलन खोने का नाटक करते हुए मेरे […]
हाई जानू… ये रियलिटी शो ओन कैमरा से ज्यादा ऑफ कैमरा मेरे लिए एक्साइटिंग रहा। मेरी वाइल्ड कार्ड एंट्री ग्लैमर तड़का के लिए थी और जल्द ही ये सफर खत्म होने वाला था। मुझे नहीं पता था जहाँ एक और मैं मोहित के साथ रोमांटिक मोमेंट्स एन्जॉय कर रही थी, वहीं मेरी को-कंटेस्टेंट रिया को […]
आप सभी ने पढ़ा कि किस तरह मुझे अनुराग ने होटल के कमरे में मेरे साथ सुहागरात मनाई। आज की कहानी भी अनुराग के साथ की ही है, तो आइये मैं आप सभी को अपनी अनुराग के साथ चुदाई की कहानी बताती हूँ।
कहानी का पहला भाग : मेरी तो लॉटरी लग गई-1 अगले दिन जब वो आई तो मैंने फिर उसे पकड़ लिया और खुद ही उसकी साड़ी ऊपर उठाई और अपना लण्ड उसकी चूत पे रख दिया मगर अंदर नहीं जा रहा था सो वो बोली- एक मिनट रुक! और उसने बेड पे लेट कर अपनी […]
एक युवती को मैं तीन वर्ष से जानता हूँ। पहले तो मेरी उसके साथ कोई बात-चीत नहीं होती थी, हम अकसर लड़ाई ही करते रहते थे लेकिन बाद में हम दोनों में काफी अच्छी दोस्ती हो गई। अब पिछले कुछ अरसे से मेरे मन में उसके बारे में फीलिंग्ज़ बदल चुकी हैं। मैं महसूस करने […]