Sex Stories Archive for 2015

मेरी काम वासना के रंगीन सपने -4

पति देव को अच्छी तरह मालूम था कि मैं कभी-कभी हस्तमैथुन मैथुन कर लेती हूँ.. कई बार मेरी सिसकियाँ सुनकर उठ जाते और गौर से मुझे देखते रहते। उनकी आँखों के सामने ही मैं अपनी योनि को ज़ोरों से घिसती और रगड़ती रहती

रशियन गोरे मिखाईल से रेखा की चूत चुदाई -1

मैंने रेखा को एक रूसी (रशियन) के यहाँ काम पर लगाया, मैं रेखा के बताये अनुसार उसके और रूसी मिखाईल के बीच अंतरंग सम्बन्ध कैसे बने और दोनों के बीच क्या क्या हुआ, विस्तार से बताऊँगा।

एक भाई की वासना -30

मैं समझ गई कि जाहिरा की चूत पहली-पहली बार पानी छोड़ रही है। मैंने उसके जिस्म को अपने जिस्म के साथ भींच लिया और थोड़ी ही देर में ही उसका जिस्म मेरी बाँहों की गिरफ्त में बिल्कुल ढीला हो गया।

मेरा गुप्त जीवन -51

On 2015-09-05 Category: Group Sex Story Tags: Classmate, सहेली

मेरा लंड अभी भी वैसे ही खड़ा था क्योंकि ना वो कल छूटा था न वो आज अभी तक छूटा था। मैं नहीं चाहता था कि किसी लड़की के अंदर छूटा कर उसका जीवन मुसीबत में डालूँ इसलिए मैं अपने को रोक रखने की शक्ति का इस्तेमाल कर रहा था।

मेरी काम वासना के रंगीन सपने -3

मेरे गद्दे और चादर पर अपना रस छोड़ेगा... ईएश.. कितना गंदा काम.. ऐसा कितने बार उसने रस छोड़ा होगा? मुँह में लार और पेशाब की तरह वीर्य भी काफ़ी पर्सनल चीज़ है। दूसरों के लिए अछूत सी होती है।

ममेरी बहन की प्रथम चूत-चुदाई

On 2015-09-05 Category: भाई बहन Tags:

मैं मामा की बेटी को पसंद करता था लेकिन वो डरती थी अपने पापा से. जब वो कॉलेज में आई तो अपनी सहेलियों को देख उसकी चूत भी फड़कने लगी. वो मुझसे कैसे चुदी? पढ़ें इस कहानी में...

सांवली सलोनी लड़की की पोर्टफोलियो -3

मैंने तुरन्त ही उसके खुले छेद को थूक से भर दिया और चाटने लगा, उसकी गांड चाटने से उसको गुदगुदी होने लगी, उसको और मजा आने लगा तो वो बोली- पहले मैं भी तुम्हारी गाण्ड चाटूँगी फिर तुम मेरे गांड में अपना लण्ड डाल देना।

एक भाई की वासना -29

जाहिरा सीना तान कर अपनी चूचियों को बाहर को निकालते हुए बोली- देखो.. कितनी बड़ी हो गई हूँ मैं और सुबह भी तो आपने देखा ही था ना.. मैं कोई बच्ची जैसी हूँ?

मेरा गुप्त जीवन -50

On 2015-09-04 Category: Group Sex Story Tags: सहेली

रात को खाने के बाद चारों लड़कियाँ मेरे कमरे में इकट्ठी हुईं। वो अपने नाईट गाउन में थी और सभी बड़ी मादक लग रही थी। तय हुआ कि परची निकाल कर एक को मैं चोदूँगा, बाक़ी आपस में लेस्बीयन सेक्स करेंगी.

मेरी काम वासना के रंगीन सपने -2

नपुंसक पति के कारण मैंने मन ही मन चंदर से संभोग करने का इरादा बना लिया। मैं उठकर भान्जे के कमरे में गई और छानबीन की.. पर उसकी अलमारी से कुछ नहीं मिला.. बिस्तर के नीचे कुछ नहीं था। लेकिन गद्दे के नीचे कुछ किताबें मिलीं.. साथ में कन्डोम के कुछ पैकेट भी मिले।

अंजलि की चूत और गाँव के गबरू -1

मैंने उनमें से एक आदमी की गर्दन पकड़ी और झक्कास वाली चुम्मी कर दी.. तो उसने एक झटके में मुझे हटा दिया और बोला- सबर कर राण्ड.. आज तुझे ऐसा चोदेंगे कि तू चुदाई भूल जाएगी।

सांवली सलोनी लड़की की पोर्टफोलियो -2

मेरे बहुत कहने पर वह मेरे सामने ब्रा-पैन्टी पहनने को तैयार हो गई और अपने कपड़े उतारने लगी, जैसे-जैसे वो कपड़े उतारती जाती, वैसे-वैसे मेरे लौड़े में अकड़न बढ़ती जाती।

एक भाई की वासना -28

फैजान की नज़र भी सीधी-सीधी अपनी बहन की खुली ओपन क्लीवेज और चूचियों पर ही जा रही थी। मैंने महसूस किया कि फैजान नाश्ता कम कर रहा था और अपनी बहन की चूचियों को ज्यादा देख रहा था।

मेरा गुप्त जीवन -49

On 2015-09-03 Category: Group Sex Story Tags: Classmate, चुदास, सहेली

कम्मो बोली- चारों को एक एक बार चोद डालो रात में… फिर उन चारों को आपस में भिड़ा दो यानि लड़की लड़की संग संग करवा दो, इस तरह उनकी कामवासना ठंडी हो जायेगी।

मेरी काम वासना के रंगीन सपने -1

पति की नाकामयाबी मेरे साथ एक धोखा सा था.. पति को धोखा देना कोई पाप नहीं लग रहा था। अगर मेरे पति बिस्तर में कामयाब और नॉर्मल होते.. तो आज उनके साथ खुश रहती..

शादी के बीस दिन बाद -2

दोपहर को मैंने देखा, वो छत पे खड़ी थी, मैं तभी उठ कर बाहर आया, उसने इशारे से मुझे बुलाया। मैं तो हवा में उड़ता हुआ उसके पीछे गया, पता भी नहीं चला कि मैं कब दीवार फांद कर उसके कमरे में पहुँच गया।

सांवली सलोनी लड़की की पोर्टफोलियो -1

कुछ फोटो तो स्टाइलिश जाती हैं, कुछ फोटो अर्द्ध नग्न जाती हैं और कुछ केवल पैन्टी और ब्रा में जाती हैं। और अगर कोई डायेरेक्टर आपकी सेलेक्ट कर लेता है तो जो फोटो आपने भेजी है तो उसी तरह वो आपको वहाँ देखता है।

एक भाई की वासना -27

मैंने अपने दोनों हाथ उसकी चूचियों पर पहुँचा ही दिए और अपनी ननद की दोनों नंगी चूचियों को अपनी मुठ्ठी में ले लिया और बोली- उउफफफफ.. क्या मजे की हैं तेरी चूचियाँ.. जाहिरा.. मेरा दिल करता है कि इनको कच्चा ही खा जाऊँ।

मेरा गुप्त जीवन -48

मैरी-निम्मी को चोद कर अपने कमरे में आ रहा था कि मुझे एक कमरे में खींच लिया गया. अंदर दो लड़कियां थी जो मुझसे चुदना चाहती थी, उन्होंने बस में हमें देख लिया था

शादी के बीस दिन बाद -1

हम मियां बीवी की प्रेम लीला खूब खुल के चलती थी, जब भी मौका मिलता, हम दोनों मियां बीवी आपस में भिड़ जाते। मैंने अपनी बीवी को मना कर रखा था कि वो साड़ी के नीचे पेंटी नहीं पहनेगी ताकि जब भी मौका मिले, मैं उसकी साड़ी ऊपर उठाऊँ और ठोक दूँ।

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